झारखंड: बेरमो MLA अनूप सिंह पर नहीं दर्ज हुई FIR, बेटे इरफान अंसारी को बचाने के लिए अब कोर्ट जायेंगे फुरकान

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में झारखंड कांग्रेस के तीन एमएलएडा. इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी की 49 लख कैश के साथ अरेस्ट किये जाने के बाद रांची के अरगेाड़ा पुलिस स्टेशन में जीरो FIR दर्ज की गयी। इस एफआइआर को दर्ज कराने वाले बेरमो से कांग्रेस एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के खिलाफ लिखित कंपलेन के बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं की जा सकी है। 

झारखंड: बेरमो MLA अनूप सिंह पर नहीं दर्ज हुई FIR, बेटे इरफान अंसारी को बचाने के लिए अब कोर्ट जायेंगे फुरकान

रांची। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में झारखंड कांग्रेस के तीन एमएलएडा. इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी की 49 लख कैश के साथ अरेस्ट किये जाने के बाद रांची के अरगेाड़ा पुलिस स्टेशन में जीरो FIR दर्ज की गयी। इस एफआइआर को दर्ज कराने वाले बेरमो से कांग्रेस एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के खिलाफ लिखित कंपलेन के बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं की जा सकी है। 

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उलझन में पुलिस, समझ नहीं पा रही कि कौन सा सेक्शन लगेगा
एक्स एमपी फुरकान अंसारी के सहायक दीपक राव सिंह ने बीते दो अगस्त को ही अरगोड़ा पुलिस स्टेशनमें लिखित कंपलेन की थी। अब तक एफआइआर दर्ज नहीं होने पर फुरकान अंसारी विधि विशेषज्ञों की सलाह ले रहे हैं। वे इस पूरे प्रकरण पर कोर्ट भी जा सकता है।उन्होंने बताया कि वे अभी रांची से बाहर हैं। रांची आने पर वे आगे का निर्णय लेंगे। इधर, अरगोड़ा पुलिस स्टेशन की पुलिस पशोपेश में है कि दीपक राव सिंह की कंपलेन पर कौन सा सेक्शन लगेगा। शिकायत में घटनास्थल क्या होगा। पुलिस तकनीकी रूप में से आ रही दिक्कतों का हवाला दे रही है, यही वजह है कि अबतक इस प्रकरण में एफआइआर दर्ज नहीं की जा सकी है।
अनूप ने ही तीनों एमएळए को फंसाया: दीपक राव
दीपक राव सिंह ने अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि अनूप सिंह ने ही तीनों एमएलए को एक साजिश के तहत फंसाया है। उन्होंने शिकायत में यह सवाल उठाया था कि असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा से अनूप सिंह की पुरानी जान पहचान थी। दोनों की फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल है। जिसमें अनूप सिंह असम के सीएम से मिलते हुए दिख रहे हैं। फोटो से स्पष्ट है कि दोनों के पहले से बेहतर संबंध हैं। अपनी मुलाकात को भी अनूप सिंह ने सार्वजनिक कर दिया था, फिर उन्होंने अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई जीरो एफआइआर में यह क्यों लिखा कि तीनों ही आरोपित कांग्रेसी एमएलए उन्हें भी हेमंत सरकार से समर्थन वापसी के लिए उकसाए।र कहा कि वे असम के सीएम से उनकी मुलाकात करवा देंगे। जो पहले ही सीएम से मिल चुका है, उसकी मुलाकात तीनों कांग्रेसी एमएलए कैसे करवाते। यह सोचने वाली बात है और अनूप सिंह ने यहां डबल गेम खेला है।
तीनों एमएलए निजी काम से गये थे गुवाहाटी, लौटते समय पकड़े गये
दीपक ने पुलिस को दिये गये गये अपने आवेदन में यह जानकारी दी थी कि एमएलए डा. इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी निजी कार्य से गुवाहाटी गये थे। वहां से 30 जुलाई को तीनों कोलकाता लौटे थे। उन्हें नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के लिए साड़ी खरीदनी थी ताकि अपने क्षेत्र में उसका वितरण कर सकें। इसके बावजूद बंगाल पुलिस ने रानीहाटी में उन्हें रोक दिया। उनकी गाड़ी से 48 लाख रुपये की बरामदगी दिखाई। तीनों एमएलए ने बंगाल पुलिस को स्पष्टीकरण भी दिया, इसके बाद भी बंगाल पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। अगले दिन 31 जुलाई को रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में कांग्रेस एमएलए अनूप सिंह ने तीनों एमएलए पर गंभीर आरोप लगाते हुए जीरो एफआइआर करवा दिया था।