नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन लेने के बाद 10 हजार में मात्र तीन लोग ही हो रहे हैं संक्रमित

देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से तबाही मची हुई है। देश में बुधवार को पहली बार दो हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। दो लाख  94 से ज्यादा नये कोरोना केस मिले हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट ने बुधवार को आंकड़े जारी करके बताया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है, उनमें सिर्फ 5500 लोग ही कोविड पॉजिटिव पाये गये हैं।  यानी कि दस हजार में सिर्फ तीन लोग ही संक्रमित मिले हैं।

नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन लेने के बाद 10 हजार में मात्र तीन लोग ही हो रहे हैं संक्रमित

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से तबाही मची हुई है। देश में बुधवार को पहली बार दो हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। दो लाख  94 से ज्यादा नये कोरोना केस मिले हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट ने बुधवार को आंकड़े जारी करके बताया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है, उनमें सिर्फ 5500 लोग ही कोविड पॉजिटिव पाये गये हैं।  यानी कि दस हजार में सिर्फ तीन लोग ही संक्रमित मिले हैं।
गवर्नमेंट ने बताया कि कोविशील्ड या कोवैक्सीन की पहली खुराक ले चुके 21000 से ज्यादा लोग संक्रमित मिले हैं। जबकि उनकी दोनों डोज  ले चुके लोगों में से भी 5500 से ज्यादा लोग संक्रमित पाये गये। अभी तक कोवैक्सीन और कोविशील्ड की लगभग 13 करोड़ डोज लोगों को लगाई जा चुकी है। कोवैक्सीन की 1.1 करोड़ डोज में 93,56,436 लोग पहली डोज लगवा चुके हैं। पहली डोज के बाद पॉजिटिव होने वालों की संख्या 4208 है जोकि 0.04 परसेंट है। वहीं, 17,37,178 लोग कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगवा चुके हैं। सिर्फ 695 लोग ही पॉजिटिव मिले हैं। यह दूसरी डोज लगवा चुके लोगों का सिर्फ 0.04 परसेंट ही है।

कोविशील्ड की साढ़े 11 करोड़ से अधिक डोज दी गयी
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई जा रही ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड की साढ़े 11 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं। आंकड़ों के अनुसार, 10,03,02,745 पहली डोज लगाई गई हैं। इसमें से 17145 (0.02 परसेंट) पॉजिटिव हुए हैं। वहीं, दूसरी डोज 15732754 दी गई हैं, जिसमें से 5014 लोग कोविड पॉजिटिव मिले हैं। यह सिर्फ 0.03 परसेंट है। इन आंकड़ों से साफ है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले लोगों को कोरोना की दूसरी लहर में काफी राहत मिली है। साथ ही संक्रमित होने वालों की संख्या काफी कम है। 
कोरोना की तेज लहर के बीच सेंट्रल गवर्नमेंट वैक्सीनेशन प्रक्रिया को और तेज करने में लगी हुई है। एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने का ऐलान भी हो चुका है। 
गंभीर बीमारी होने से रोकती है वैक्सीन
एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि ''वैक्सीन आपको गंभीर संक्रमण से बचाती है। हो सकता है कि यह आपको संक्रमित होने से न बचाए। यह समझना जरूरी है कि वैक्सीन के बाद भी पॉजिटिव रिपोर्ट आ सकती है। इस लिए टीका लगने के बाद भी मास्क पहनना जरूरी है। वैक्सीन कोरोना के गंभीर संक्रमण से भी बचाती है।

किस उम्र के कितने लोग दूसरी लहर में हुए संक्रमित !
गवर्नमेंट  ने बताया कि तीस साल या उससे अधिक उम्र के लोगों में पहली लहर में कोविड-19 के 67.5 परसेंट मामले आये थे। वहीं दूसरी लहर में इस आयुवर्ग के 69.18 परसेंट मामले आये हैं। महामारी की पहली लहर में 20 से 30 साल के आयुवर्ग में कोविड-19 के 20.41 प्रतिशत मामले आये। जबकि दूसरी लहर में इस आयुवर्ग के 19.35 परसेंट मामले रहे। महामारी की पहली लहर में 10 से 20 साल के आयुवर्ग में कोविड-19 के 8.07 परसेंट मामले मिले थे। दूसरी लहर में 8.50 परसेंट मामले सामने आये हैं।