बिहार:पटना पीएमसीएच कैंपस में सेंट्रल मिनिस्टर अश्विनी चौबे के चेहरे पर युवक ने स्याही फेंकी

पटना: पीएमसीएच में डेंगू के मरीजों से मिलने पहुंचे सेंट्रल मिनिस्टर अश्विनी चौबे की चेहरे पर एक युवक ने स्याही फेंक दी. स्याही फेंकने के बाद युवक वहां से भाग निकला. मिनिस्टर अश्विनी चौबे पेसेंट से मिलकर पीएमसीएच से बाहर निकले तो गेट के पास ही एक युवक ने उनके चेहरे पर नीली स्याही फेंक दी.मिनिस्टर के चेहरे, कपड़ा व गाड़ी पर स्याही के छींटे मंत्री पड़े. सुरक्षाकर्मी उसका पीछा करते रहे लेकिन युवक पकड़ में नहीं आ सका. मिनिस्टर की सिक्युरिटी में यह बड़ी चूक मानी गयी है. सेंट्रल मिनिस्टर की सुरक्षाकर्मियों के सामने ऐसी घटना सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है.इस घटना से वहां थोड़ी देर के लिए अफरातफरी मच गई.टाउन डीएसपी सुरेश प्रसाद मौके पर पहुंच मामले की जांच की. एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है. टाउन डीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. अश्विनी चौबे ने अप्रत्यक्ष रुप से पप्पू यादव पर हमला बोल मिनिस्टर अश्विनी चौबे ने स्याही फेंके जाने की घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ये उन लोगों का काम है जो गंदा काम करते हैं, अपराध करते हैं और बड़े नेता बनने की ख्वाहिश रखते हैं. उनके ही इशारों पर ये सब होता है. पता नहीं, उन्हें इससे क्या हासिल होगा? अश्विनी चौबे का इशारा जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव की तरफ था. स्याही फेंकने वाले कहा,मैंने सही किया निशांत झा नामक युवक ने मिनिस्टर अश्विनी चौबे पर काली स्याही फेंकने की बात स्वीकारी है. निशान ने एक निजी एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया कि मैं जाप का युवा प्रदेश का सचिव हूं. वह पटना में हुए जलजमाव और डेंगू फैलने के बावजूद सरकार की उदासीनता से नाराज है. सोशल मीडिया पर विरोध जताया था तो डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने उसे ब्लॉक कर दिया। विरोध व्यक्त करने के लिए मेरे पास कोई चारा नहीं था, इसलिए हमने मंत्री पर स्याही फेंकी. ये मेरा अपना फैसला था और मैंने अपना विरोध जताया है, मैंने जो किया सही किया, इसका मुझे कोई अफसोस नहीं है. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण कार्य संतोषजनक नहीं:चौबे मिनिस्टर अश्विनी चौबे ने पीएमसीएच कैंपस में सेंट्रल गर्वमेंट द्वारा प्रायोजित सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल के निर्माण कार्य पर असंतोष व्यक्त किया है. मिनिस्टर ने कहा कि निर्माण कार्यों में तेजी लायी जाए.अब भी जमीन की समस्या बनी हुई है. उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसे तीन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. पटना का प्रोजेक्ट लगभग 210 करोड़ रुपये का है.यह आठ विभागों का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होगा. इसे नवंबर, 2020 में बनकर तैयार करना है. समय सीमा में अस्पताल का काम पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. यह प्रोजेक्ट सीपीडब्ल्यूडी के तहत कार्य कर रहा है. अभी इसे करीब 28 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध्ध करा दी गई है. डेंगू पेसेंट का बेहतर इलाज करने का निर्देश मिनिस्टर पीएमसीएच के डेंगू के सभी मरीजों से मुलाकात की और इलाज के बारे में जानकारी ली. कुछ मरीजों ने शिकायत की कि पीने का पानी नहीं मिल रहा है.कुछ ने बाहर से दवा खरीदने की भी बात कही. मिनिस्टर ने सुपरिटेंडट को निर्देश दिया है कि पीने का पानी और दवाओं को लेकर मरीजों को परेशान न होने दें. सभी जरूरी दवाएं पहले से स्टॉक करके रखें. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर डेंगू की गंभीर स्थिति से निपट रही है. केन्द्रीय टीम भेजी गई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि विपक्ष द्वारा किये गये पाप का ही परिणाम है कि पटना की जनता इस बार भोगना पड़ा. इस मामले पर विपक्ष को बोलने का कोई अधिकार नहीं है. इसके लिए जो अफसर जिम्मेदार हैं, उन पर स्टेट गर्वमेंट कार्रवाई करेगी.