पश्चिम बंगाल: कोलकाता हाइकोर्ट ने डॉक्टरों की स्ट्राइक पर बंगाल सरकार से 7 दिनों में जवाब मांगा

  • कोर्ट ने गर्वमेंट से से पूछा कि कठिन स्थिति को समाप्त करने के लिए क्या कदम उठाये
  • गर्वमेंट को को इस पर विराम लगाना होगा और इसका हल ढूंढना होगा
  • मारपीट के विरोध में चौथे दिन मेडिकल सर्विसेज ठप्प
  • 140 डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया
  • डॉक्टरों का देश भर में प्रदर्शन
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले- डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध, ममता से बात करूंगा
नई दिल्ली: बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना से मेडिकल एसोसिएशन में आक्रोश है. पश्चिम बंगाल से शुरू हुई जूनियर डॉक्टरों की स्ट्राइक को अब देशभर के डॉक्टरों का समर्थन मिल रहा है. डॉक्टरों का स्ट्राइक चौथे दिन भी जारी रही।.राज्य के 140 डॉक्टर अब तक इस्तीफा दे चुके हैं. डॉक्टर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चार घंटे के अल्टीमेटम और कार्रवाई करने की धमकियों के लिए बिना शर्त माफी की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को इस हड़ताल को देशभर से समर्थन मिला. दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश और बिहार के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दिनभर के बंद का ऐलान किया. कई अस्पतालों में डॉक्टरों ने इलाज करने से इनकार कर दिया.बंगाल के डॉक्टरों का समर्थन करते हुए दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने स्ट्राइक बुलायी है. स्ट्राइक के कारण AIIMS समेत बड़े हॉस्पीटलों के OPD में नये पेसेंट का इलाज नहीं किया जा रहा है. महाराष्ट्र में भी डॉक्टरों ने काम करने से साफ इनकार कर दिया है. डॉक्टरों का कहना है कि वह साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे. दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, केरल, राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश में भी डॉक्टरों ने काम करने से मना कर दिया है. कोलकाता हाइकोर्ट ने बंगाल में डॉक्टरों की स्ट्राइक पर जनहित याचिका पर सुनवाई करते पश्चिम बंगाल सरकार को जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया है. कोर्ट ने राज्य से पूछा कि कठिन स्थिति को समाप्त करने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाये हैं. कोर्ट ने यह भी कहा कि राज्य को इस पर विराम लगाना होगा और इसका हल ढूंढना होगा.दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने NRS मेडिकल कॉलेज, कोलकाता के डॉक्टर के साथ मारपीट के विरोध में सभी चिकित्सा सुविधा बंद करने का आह्वान किया है. फिल्म निर्माता अपर्णा सेन ने कोलकाता के एनआरएस कॉलेज और हॉस्पिटल में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की. उन्होंने कहा, "मैं सीएम से यहां आने और डॉक्टरों से बात करने का अनुरोध करना चाहूंगी.उत्तर बंगाल में मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल दार्जिलिंग के 27 डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में इस्तीफा दे दिया है. इस तरह अब तक इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों की संख्या 43 हो गयी है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कोलकाता के 16 डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा दिया है. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध के रूप में हेलमेट पहनकर काम कर रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन के साथ AIIMS के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने बैठक की. डा. हर्षवर्द्धन ने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल के सीएम से अपील करता हूं कि वह इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं.। उन्होंने डॉक्टरों को एक अल्टीमेटम दिया, जिसके परिणामस्वरूप वे नाराज हो गये और स्ट्राइक पर चले गये. मै ममता बनर्जी जी को पत्र लिखूंगा और उनसे इस मुद्दे पर बात करने की भी कोशिश करूंगा. डॉक्टर हर्षवर्धन ने देश में डॉक्टरों द्वारा की जा रही हड़ताल पर कहा कि मैं देशभर के डॉक्टरों से कहना चाहता हूं कि सरकार उन सभी की सुरक्षा के लिए बाध्य है.मैं डॉक्टरों से अनुरोध करुंगा कि वह प्रतीकात्मक विरोध ही करे और अपना काम जारी रखें. नागपुर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में 'सेव द सेवियर' और 'स्टैंड विद एनआरएसएमसीएच' पोस्टर्स के साथ डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा का विरोध किया.रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन द्वारा सफदरजंग अस्पताल में बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हुई हिंसा का विरोध किया. आज एम्स, सफदरजंग के अलावा निजी क्लिनिक-नर्सिंग होम भी बंद रहे. हैदराबाद में भी निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर विरोध मार्च निकाली. कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गयी थी. बुजुर्ग के परिवार वालों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और डॉक्टरों की पिटाई कर दी. हमले में दो जूनियर डॉक्टर बुरी तरह से घायल हो गये. इसके बाद से डॉक्टर आंदोलन पर हैं.