यूपी: सोनभद्र गोलीकांड की पीड़ित परिवार की महिलाओं को रोते देख प्रियंका भी हुई भावुक, गले लगाकर अपनी साड़ी से पोछें आंसू

प्रियंका का महिलाओं से लिपटकर रोने वाला मार्मिक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल सोनभद्र मर्डर केस के पीड़ितों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी का 24 घंटे से चल रहा धरना समाप्त कांग्रेस सोनभद्र गोलीकांड में पीड़ित पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख मुआवजा देगी मिर्जापुर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनार किला में सोनभद्र कांड के पीड़ितों से मिलने के बाद शनिवार को अपना धरना खत्म कर दिया है. प्रियंका सोनभद्र कांड के पीड़ितों से मिलने की जिद्द पर अड़ी थी और कल से ही पुलिस कस्टडी में धरना पर बैठी थी. पुलिस लॉ एंड ऑर्डर व धारा 144 का हवाला देकर प्रियंका को सोनभद्र जाने से रोक दी थी. प्रियंका को चुनार गेस्ट में रखा गया था. प्रशासन गांव से आयी पीड़ित महिलाओं को चुनार में ही प्रियंका से मिलवाया. प्रियंका ने सोनभद्र के पीड़ित परिवारों को कांग्रेस की ओर से 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रियंका ने यूपी गर्वमेंट से भी पीड़ितों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. चुनार किला में शनिवार को सोनभद्र गोलीकांड में मारे गये परिवार की महिलायें प्रियंका से मिलते ही उन्हें पकड़कर रोने लगीं. महिलाओं को रोते देख प्रियंका भी खुद को नहीं रोक पायी और काफी भावुक हो गयी. प्रियंका ने रो रही महिलाओं का हाथ पकड़कर गले से लगाकर अपनी साड़ी के आंचल से ही महिलाओं के आंसू पोंछने लगीं. महिलाओं का प्रियंका से लिपटकर रोने वाला यह मार्मिक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यूपी कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से भी इस विडियो को शेयर करते हुए मशहूर शायर मुनव्वर राणा का एक शेर लिखा- 'एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना. प्रियंका ने अपने आंचल से महिलाओं के आंसू पोछे प्रियंका चुनाव किला से बाहर आकर पीड़ितों से मुलाकात की.वह गेस्ट हाउस के बाहर लगे पेड़ के नीचे बैठकर महिलाओं से बात करने लगीं. पीड़ित महिलाएं प्रियंका को देखते ही भावुक हो गयी और उन्हें पकड़कर रोने लगीं. प्रियंका भी इस दौरान महिलाओं को अपने गले से लगाकर ढांढस बढ़ाती रहीं. प्रियंका ने उनके आंसू भी पोछे और उन्हें सांत्वना दीं. प्रियंका भी पीड़ितों से मिलकर भावुक हो गयी. बताया जाता है कि प्रियंका गांधी की जिद को देखते हुए मिर्जापुर जिला प्रशासन ने सोनभद्र गोलीकांड के चार पीडि़त परिवार की महिलाओं को चुनार किला के गेस्ट हाउस में बुलाया. इन महिलाओं ने प्रियंका गांधी से मुलाकात की. प्रियंका इन महिलाओं से सोनभद्र कांड के बारे में उन्होंने काफी कुछ जानना चाहा. पीड़ित परिवार की महिलाओं ने चुनार गेस्ट हाउस के बगीचे में प्रियंका गांधी को देखते ही रोना शुरू कर दिया. प्रियंका ने सबको सांत्वना दी. महिलाओं पर फर्जी केस लगाये गये: प्रियंका पीड़ितों से मुलाकात के बाद प्रियंका ने कहा कि गांव की कुछ महिलाओं पर फर्जी केस दायर किए गये हैं. पूरी प्लानिंग से पीड़ितों के ऊपर गोलियां फायर की गयी, जो बच गये कि उन्हें डंडे से मारा गया. प्रियंका ने कहा कि इन महिलाओं के खिलाफ दर्ज केस वापस हों. ग्रामीणों की जमीन वापस मिलनी चाहिए. पीड़ितों के परिजनों की सुरक्षा जरूरी है. बताया जाता है कि प्रियंका से मिलने आए पीड़ितों को गेस्ट हाउस के अंदर जाने से रोका गया था जिसपर प्रियंका ने आपत्ति जताई थी. प्रियंका ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रशासन न हमें मिलने दे रहा है और पीड़ित परिवारों को भी यहां आने से रोक रहा है.पीड़ितों ने मीडिया से कहा था कि उन्हें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. प्रियंका ने कहा सोनभद्र के वनवासियों की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी. भविष्‍य में नरसंहार के गांव उभ्‍भा भी जरूर जायेगी.उन्होंने कहा कि जिन जमीन पर वनवासी पीढि़यों से काबिज हैं उन्‍हें तत्‍काल कानूनी अड़चने दूर कर उनके नाम किया जाये. निर्दोषों पर लगाए मुकदमे भी वापस लिये जायें. प्रियंका की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उभ्भा गांव से आए पीडि़त रामराज, सुखवंती और रामधनी ने मीडिया से बताया कि उन्हें कई वर्षों से प्रताडि़त किया जा रहा है. कई मुकदमे कायम किए गये. गुंडा एक्‍ट तक लगाया गया. हम लोगों ने घटना से तीन दिन पहले ही घोरावल थाने को यह जानकारी दी थी कि जमीन कब्जा करने को लेकर ग्राम प्रधान का गुट हमला कर सकता है. सूचना के बावजूद इसके ध्यान नहीं दिया गया और घटना हो गई. हम पर गोलियां चलाई गयी. जो गोली खाकर गिर गए थे उनको हिलाकर देखा गया कि जिंदा तो नहीं हैं, किसी पर शक हुआ तो उसे एक गोली और मारी गयी. लगभग तीन सौ लोग गांव में हमला करने आये थे. इनमें 150 लोग विवादित जमीन पर आए थे जबकि करीब 150 नदी पार खड़े थे. सभी मुख्य आरोपित ग्राम प्रधान ट्रैक्टर में भरकर लाया था. उनके साथ बंदूकें, डंडा,गड़ासा आदि हथियार भी थे. पीड़ितों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके योगी सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा कि क्या इन आँसुओं को पोंछना अपराध है. प्रियंका ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि 15 पीड़ित परिवारों की मुझसे मुलाकात नहीं कराई है सिर्फ दो लोगों को मुझसे मिलाया गया है. प्रियंका ने कहा कि पीड़ित परिवारों को गेट के बाहर ही रोका गया है. प्रियंका ने कहा कि यूपी में संवेदनाओं की मौत का खौफ पसरा हुआ है।.अजय सिंह बिष्ट सरकार इस क्रंदन को नजरंदाज कर संवेदनहीनता की नई मिसाल पैदा कर रही है. इस विलाप से निकले हर एक आंसू का हिसाब लिए बिना हम पीछे नहीं हटेंगे.
क्या इन आँसुओं को पोंछना अपराध है? pic.twitter.com/HdPAEkGJGj — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 20, 2019
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने मुझे पीड़ित परिवारों से मिलने को कहा था. वो मेरे नेता हैं और उनके निर्देश पर मैं यहां आयी ह पीड़ित परिवार ने कहा कि हमने चुनार जाकर प्रियंका दीदी से मिलने का फैसला किया सोनभद्र गोलीकांड के वहीं पीड़ित पक्ष के परिजनों ने कहा कि हमें पता चला कि प्रियंका दीदी हमसे मिलने आई हैं लेकिन प्रशासन ने उनको हिरासत में ले लिया और उन्हें ऐसी जगह ले गए जहां उनसे कोई नहीं मिल सकता था. इसलिए हमलोगों ने तय किया किचुनार जाकर उनसे मिलेंगे. लोगों ने कहा कि हमारे गांव के लोगों पर 90 से 95 केस दर्ज किये गये हैं. फर्जी केस में फंसाकर पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगवाये जा रहे हैं. पुलिस प्रशासन भी आरोपियों के साथ मिला हुआ था. घटना वाले दिन उन्हें पुलिस स्टेशन से कहा गया कि थाने आओ और सारा मामला सुलझ जायेगा. मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल ने कहा कि प्रियंका गांधी किसी हिरासत में नहीं हैं, वह जहां जाना चाहे जाएं जा सकती हैं. किसी मुचलके की कोई जरूरत नहीं है. प्रियंका भी पीड़ितों से मुलाकात के बाद नई दिल्ली लौट गयी हैं.