यूपी: सीबीआइ ने उन्नाव कांड में एमएलए कुलदीप सेंगर के घर समेत 15 ठिकानों पर रेड की, ट्रक मालिक व ड्राइवर के घर भी छापामारी

लखनऊ: सीबीआइ ने उन्नाव गैंग रेप पीड़िता के ऐक्सिडेंट मामले में रविवार को एमएलए कुलदीप सेंगर के चार ठिकानों समेत 17 जगहों पर रेड की है. सीबीआइ टीम ट्रक मालिक व ड्राइवर के घर भी रेड की है. सीबीआइ एमएलए सेंगर के ठिकानों लखनऊ, उन्नाव, बांदा और फतेहपुर में रेड की और संबंधित लोगों से पूछताछ की.सीबीआइ टीम सेंगर से जुड़े लोगों से अलग-अलग पूछताछ कर रही है. सीबीआइ ने सेंगर के उन्नाव स्थित आवास की सर्च कर वहां मौजूद लोंगों से अलग-अलग पूछताछ की. सीबीआई की एक टीम पीड़िता के गांव भी पहुंची. सीबीआइ की टीम ने उन्नाव के माखी गांव के साथ ही थाना में लोगों से पूछताछ की. सीबीआइ टीम ने पीड़िता के साथ ही घायल वकील के घर के आस-पास के लोगों से भी पूछताछ की है. सीबीआइ को संदेह है कि रायबरेली की एक्सीडेंट के तार गांव से भी जुड़े हो सकते हैं.सीबीआई की 12 मेंबर वाली टीम चार गाड़ियों से पहुंची. टीम ने आरोपी एमएलए सेंगर के माखी स्थित उनके आवास और ऑफिस में कागजातों की जांच की. आवास और ऑफिस पर लगे सीसीटीवी फुटेज भी देखी गयी. [caption id="attachment_36490" align="alignnone" width="300"] पहुंची CBI, हर किसी से अलग-अलग पूछताछ[/caption] सीबीआइ की दो टीमों ने फतेहपुर में ट्रक मालिक व उसके भाई प्रसपा नेता नंदू पाल के घर में छापामारी कर तलाशी ली। दूसरी टीम चालक आशीष पाल के समसपुर गांव में घर की तलाशी लेकर परिजनों व पड़ोसियों से अलग-अलग जानकारी हासिल की. ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर ने कहा कि मैं बेकसूर हूं. मेरा एमएलए कुलदीप सेंगर या उसके किसी परिचित से कोई वास्ता नहीं है.देवेंद्र किशोर ने कहा कि मैं पीड़िता या उसके परिवार को भी नहीं जानता हूं. यह मुझे फंसाने की साजिश है. मैं सीबीआई की जांच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं. उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने पीडि़ता एक्सीडेंट केस की जांच सीबीआइ को सौंपी है. सीबीआई को जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सात दिन का समय दिया है. सीबीआई ने तय सीमा के अंदर केस की जांच निपटाने के लिए बीस अधिकारियों की टीम गठित की है. सीबीआई की टीम फरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ तीन दिन में दो बार घटनास्थल का निरीक्षण कर चुकी है.घटना की जांच कर रही सीबीआई की एक टीम शनिवार को सीतापुर जेल में बंद आरोपी एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर से लगभग छह घंटे तक पूछताछ की थी. पीड़िता को न्यूमोनिया,हालत गंभीर लखनउ ट्रामा सेंटर में इलाजरत रोड एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल उन्नाव रेप पीड़िता और उसके वकील की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. पीड़िता को न्यूमोनिया हो गया है और वह वेंटिलेटर पर है.उसको बुखार आ रहा है.पीड़िता को ब्लडप्रेशर नियमित करने की दवा भी दी जा रही है. पीड़िता के गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) ट्यूब द्वारा ऑक्सिजन दी जा रही है.उसे अभी तक होश नहीं आया है. डॉक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है. वकील को वेंटिलेटर से तो हटा लिया गया है लेकिन उनकी हालत अब भी गंभीर है. तीस हजारी कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली भेजे गये MLA कुलदीप सिंह उन्नाव के माखी रेप केस के आरोपित एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर से सीबीआइ टीम रविवार को भी सीतापुर जेल में पूछताछ की. सीबीआइ टीम देर शाम सेंगर और सह आरोपित शशि सिंह को लेकर दिल्ली रवाना हो गई. दोनों को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सोमवार को पेश किया जायेगा. एमएलए ने मीडिया से खुद को निर्दोष बताते हुए, पूरे घटनाक्रम को विपक्षी दलों की साजिश करार दिया. आरोप लगाना आसान लेकिन साबित करना... कुलदीप सिंह सेंगर ने कहा है कि उसे कोर्ट और जांच एजेंसियों पर भरोसा है. सीतापुर जेल से दिल्ली रवाना होते समय सेंगर ने मीडिया से बातचीत में खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उसे उन दलों के नेताओं ने फंसाया है, जिनकी दुकानदारी बंद हो गई है. उसने यह भी कहा कि वह दुआ करता है कि पीड़िता और वकील ठीक हो जाएं.सेंगर ने कैदी वाहन के भीतर से ही मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उसने कहा कि 'मैं बीजेपी का कार्यकर्ता था और मैं जिस भी दल में रहता हूं, पूरी ईमानदारी से रहता हूं. मुझे भगवान पर भरोसा है, सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है, सीबीआई पर भरोसा है, सब पर भरोसा है....'साजिश के तहत पीड़िता की कार का ऐक्सिडेंट कराने के आरोप पर सेंगर ने कहा कि आरोप लगाना बड़ा सरल काम है, उसको सिद्ध करना... मैं तो चाहता हूं कि आप हमारे गांव जाइए.वहां देखिए मैंने किस तरह से समाज के गरीब और कमजोर लोगों की मदद की है. ड्राइवर ने कहा: बारिश की वजह से फिसला था ट्रक [caption id="attachment_36507" align="alignnone" width="300"] आरोपी ट्रक ड्राइवर आशीष पाल.[/caption] उन्नाव रेप पीड़िता की कार को टक्कर मारने वाले ट्रक के ड्राइवर आशीष पाल ने सीबीआई पूछताछ में कहा कि भारी बारिश के कारण 28 जुलाई को ट्रक फिसल गया, इस कारण दुर्घटना हुई थी. आशीष पाल ने कहा कि घटना वाले दिन वह रायबरेली में रेत उतारने के बाद वापस आ रहा था, उसने एक कार को उल्टी दिशा से आते हुए देखा. कि वह 50 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रक चला रहा था. मैंने ब्रेक मारने की कोशिश की, लेकिन ट्रक फिसल गया और उसका आगे का हिस्सा बाईं ओर मुड़ गया, पीछे का हिस्सा दाहिनी ओर मुड़ गया और कार से जा टकराया. ड्राइवर ने कहा कि मेरा उन्नाव दुष्कर्म मामले से किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है और मैं इसमें शामिल किसी को भी नहीं जानता हूं. सीबीआई से कहा कि मैं शराब नहीं पीता हूं, सिर्फ तंबाकू खाता हूं.