कोलकाता: राजपाट खोने के डर से बौखलाई हैं ममता, 2019 में ही उखाड़ फेंकेंगे सत्ता: पीएम

  • दीदी ये बदले का नहीं, ये तो बंगाल में बदलाव का दौर है
  • बुआ-भतीजे के मॉडल ऑफ गवर्नेंस में डर और भय से मुक्ति की बहुत बड़ी भूमिका
कोलकाता: प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दीदी की बौखलाहट देखकर और यह जनसमर्थन देखकर लगता है बंगाल की मदद से बीजेपी इस बार 300 सीट पार कर जायेगी. बंगाल की जनता की इसमें बहुत बड़ी भूमिका होगी. आज पूरे बंगाल से आवाज आ रही है कि दीदी की सत्ता जाने वाली है और इसीलिए वह इस तरह बौखलाई हुई हैं. मोदी ने बुधवार को बाशीरहाट में बीजेप की चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. मोदी ने कहा कि दीदी (ममता बनर्जी) बंगालियों की परंपरा को तार-तार कर रही हैं. वह अपनी ही परछाई से डरी हुई हैं और बौखलाई हैं. उन्हें पता है कि उनकी जमीन खिसक गई है. आज बंगाल से एक ही आवाज आ रही है कि 2019 में ही दीदी का पत्ता साफ होने जा रहा है. बंगाल में दीदी जैसे भड़की हुई हैं, उसने एक बात साफ कर दी है कि बंगाल और देशभर में बीजेपी अपने अकेले दम पर पूर्ण बहुमत ला रही है. दीदी को लगता था कि वह यहां के लोगों को धोखा देकर, डराकर, धमकाकर राज करती रहेंगी. जहां से रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, रविंद्रनाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस जैसे लोग निकले हों, उस धरती के लोग दीदी को बर्दाश्त नहीं करेंगे. बंगाल के लोगों ने मन बना लिया है कि दीदी को सत्ता से बाहर करना है. राजपाट छिनने के डर से दीदी भड़केगी नहीं तो क्या करेगी। दीदी ने अपना वह रूप दिखाया है, जिसके गवाह दिल्ली में बैठे उनके दरबारी भी हैं. मोदी ने बीजेपी यूथ विंग की लीडर प्रियंका शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर ममता पर तंज कसते हुए कहा कि बंगाल की दो बेटियों के सवाल पूछने पर 4-5 साल पहले दीदी ने गुस्सा दिखाया था. सोशल मीडिया पर इसका विडियो आज भी मौजूद है. दीदी को आज फिर एक बंगाल की बेटी पर गुस्सा आया है और उसे जेल में डलवा दिया. एक फोटो के लिए इतना गुस्सा? दीदी आप तो खुद चित्रकार हैं, आपकी पेंटिंग तो करोड़ों में बिकती हैं. आप मेरा भद्दे से भद्दा और गंदे से गंदा एक चित्र बनाइए और 23 मई के बाद जब मेरे फिर से प्रधानमंत्री बनूंगा तो आप उस चित्र को मुझे भेंट करिए, मैं उसे प्यार से स्वीकार करूंगा. जिंदगी भर अपने साथ रखूंगा, कोई एफआईआर नहीं करवाऊंगा. पीएम ने कहा कि बीजेपी नेताओं को रैली नहीं करने दी जा रही, वोट नहीं डालने दिया जा रहा है. दीदी आप बंगाल को किस युग में ले जाने पर तुली हैं. ऐसा ही कुछ तब हुआ था जब इमरजेंसी के बाद चुनाव हुए थे. ये लड़ाई आपने बीजेपी नहीं बंगाल की जनता के खिलाफ छेड़ी है. बंगाल की जनता कमल का बटन दबाकर आपको जवाब देगी. यह लोकतंत्र है, आप याद रखियेगा कि जिन बेटियों को आपने जेल में डाला है, वही बेटियां आपको सबक सिखायेंगी. ये धरती मां दुर्गा और मां सरस्वती की है, आपने उनका अपमान किया. उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर अवैध घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'दीदी को लगता है कि उनका घुसपैठिया गैंग, तस्करी और तस्करों से उनका खजाना भरता रहेगा. मगर 23 मई को उनका यह सपना बिखरने वाला है. जो अवैध तरीके से घुसपैठिए यहां हैं, उनकी पहचान की जायेगी. उनका पूरा बायोडेटा खंगाला जायेगा.बॉर्डर को आधुनिक फेंसिंग से और सुरक्षित किया जायेगा. जो भारत माता की जय बोलते हैं और जिनके लिए भारत पहले है, उन्हें संरक्षण भी हम देंगे. स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अपने सपूतों पर सवाल उठाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है. दीदी ने तो इतना मानसिक संतुलन खो दिया है कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तो प्रधानमंत्री मानने को तैयार हैं, मगर हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को अपना प्रधानमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं। क्या ऐसी दीदी को माफ करेंगे?' पीएम ने कहा कि पूरे देश ने देखा है कि टीएमसी ने किस तरह गणतंत्र को गुंडातंत्र बनाकर रखा है. बीजेपी को बंगाल में अपनी बात रखने से रोका जा रहा है. दीदी का ये गुंडातंत्र अब नहीं चलेगा. अगर कोई युवा मजाक भी करता है, राजनीतिक व्यंग भी करता है तो उसको जेल में ठूंस दिया जाता है. यहां की ब्यूरोक्रेसी यहां की पुलिस पर कितना प्रेशर है इसका उदाहारण यहां पर एक आईपीएस की खुदकुशी है. वो व्यक्ति जिसने पूरा जीवन पश्चिम बंगाल के सामान्य मानवी के जीवन की सुरक्षा में लगा दिया, उसको आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया गया. जहां पुलिस प्रशासन ही इतने खौफ में जी रहा है, ऐसे दिनों की कल्पना तो गुरुदेव ने नहीं की थी.जिस राज्य में एक आईपीएस अधिकारी को ही न्याय नहीं मिलेगा, वहां सामान्य मानवी कितने डर में जी रहा होगा, ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. बुआ-भतीजे के मॉडल ऑफ गवर्नेंस में डर और भय से मुक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है. ये दीदी की दरियादिली है, मेहरबानी है कि डर और भय से पूरी तरह लोग मुक्त हैं, लेकिन कौन? घुसपैठिए. डर और भय से पूरी तरह मुक्त हैं कौन? गो-तस्कर, मानव तस्कर, बेटियों के तस्कर. दीदी के टोलाबाज़ और दीदी का सिंडिकेट, गरीबों को लूटने वाले चिटफंड वाले नेता, कोयला माफिया और रेत माफिया डर और भय से पूरी तरह मुक्त हैं. उन्होंने कहा कि यहां टीचर्स और गवर्नमेंट इंप्लॉयीज़ को सैलरी और इंक्रीमेंट भले ही ना मिले, लेकिन टीएमसी के भाड़े के गुंडों को समय पर पेमेंट मिलती है. गरीब के राशन पर, गरीब के मकान पर, मनरेगा की मजदूरी तक पर टोलाबाजी होती है. जो स्वार्थ और लूट-खसोट को ही भारत की राजनीति का चरित्र मान बैठे हैं उन्हीं को भाजपा और मोदी से परेशानी हो रही है. जो भ्रष्ट हैं उनको मोदी से कष्ट है. ये वो लोग हैं जिनको आज वंदे मातरम् से तकलीफ है. मोदी न कहा कि अरे दीदी ये बदला लेने का नहीं, ये तो बंगाल में बदलाव का दौर है. ये तुम्हारे बदले के इरादे तो धरे के धरे रह जायेंगे और बदलाव आगे बढ़ जायेगा.यकीन मानिये इस बार दीदी के भतीजे का डिब्बा यहां गोल है. चुनाव नतीजे आने के बाद भतीजे के ऑफिस पर ताला लगना तय है. वैसे मुझे बताया गया है कि भतीजे का ऑफिस भी, टीएमसी की परंपरा पर चलते हुए, रोड पर कब्जा करके बनाया गया है. अरे दीदी आपकी पार्टी ने टोलाबाजी करके इतना कमाया है, कम से कम भतीजे के ऑफिस के लिए सड़क पर कब्ज़ा तो न करते.हम नागरिकता कानून में संशोधन करने वाले हैं. ताकि मां भारती की हर उस संतान को नागरिकता मिल सके जिसके पास भारत के अलावा कोई ठिकाना नहीं है. सबका साथ-सबका विकास हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा सबको सम्मान हमारा प्रण. हमने तय किया है कि 2022 तक हर गरीब के पास पक्का घर हो, हर परिवार के पास बिजली हो, घर में गैस का चूल्हा हो. किसान की आय दोगुनी हो.