यूपी: सोनभद्र में भूमि विवाद में हुई फायरिंग में दस की मर्डर, 25 जख्मी

सोनभद्र: यूपी के सोनभद्र जिले के घोरावल के मूर्तिया गांव में बुधवार की दोपहर में दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर हुए आपसी विवाद में जमकर खूनी संघर्ष हुआ. इस विवाद में दस लोगों की मर्डर कर दी गयी है. दो दर्जन से अधिक लोग घायल हैं जिनमें दो लोगों की हालत अधिक गंभीर बनी हुई है. लोकल लोगों का कहना है कि विवाद के दौरान असलहे से फायरिंग और गड़ासा चलने से कई लोग गंभीर रुप से घायल भी हो गये. घोरावल कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत मूर्तिया के उभ्भा में ग्राम प्रधान जमीन पर कब्जा करने के लिए ट्रैक्टर पर सवार सैकड़ों लोगों के साथ लाठी-डंडे, गड़ासा लेकर पहुंचा था. दूसरे पक्ष के बोलेरो में सवार लोगों के पास आठ-दस राइफलें थीं. ग्रामीणों के विरोध के बाद मारपीट शुरू हुई तो बोलेरो पर सवार हमलावरों ने आधे घंटे तक राइफल से लगभग 26 राउंड गोली फायरिंग की. फायरिंग में दस लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. फायरिंग के दौरान गोली लगने से पांच लोगों की मौत के बाद डायल 100 नंबर पुलिस पहुंची लेकिन कुछ करने के बजाय शांत रही. ग्राम पंचायत मूर्तिया का प्रधान यज्ञदत्त पूरी तैयारी के साथ उभ्भा गांव में 150 बीघा जमीन पर कब्जे को करने आया था. प्रधान ने इसके पहले भी उक्त जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उसे सफलता नहीं मिली थी. प्रधान को जमीन मामले में कोर्ट से भी राहत नहीं मिली तो वह आर्म्स के बल पर जमीन कब्जा करने की योजना बनायी. प्रधान उभ्भा गांव में बुधवार की दोपहर वह 32 ट्रैक्टर ट्राली में तीन सौ से अधिक लोगों के साथ पहुंचा था. बोलेरो में राइफल से लैस लोगों मौके पर मौजूद रखा गया था. ग्रामीणों के विरोध के बाद बोलेरो में सवार राइफल से लैस लोगों ने गोली चलाना शुरू कर दिया. ग्रामीणों को टारगेट कर लगभग 26 राउंड गोली फायर की गयी. फायरिंग में पांच लोगों के ढेर होने के 10 मिनट बाद 100 नंबर पुलिस पहुंची. पुलिस के सामने भी फायरिंग की जाती रही और चार लोगों को गोली मारी गयी. उपद्रवियों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस वाले असहाय व मूकदर्शक बने रहे. फायरिंग में मरने वालों में रामचंदर (50) पुत्र लालशाह, राजेश गौड़ (28) पुत्र गोविंद, अशोक (30) पुत्र नन्हकू, रामधारी (60) पुत्र हीरा शाह, प्रभावती (45) पत्नी नंदलाल, दुर्गावती (42) पत्नी रंगीला लाल, राम सुंदर (50) पुत्र तेजा सिंह, जवाहिर (48) पुत्र जयकरन, सुखवन्ती (40) रामनाथ व आशोक गोंड पुत्र (35) हरिवंश शामिल है. केरवा देवी (50) पत्नी राम प्रसाद, रामधीन (35) पुत्र तेजा सिंह गंभीर रुप से घायल हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र में हुई घटना पर संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने डीएम सोनभद्र को वारदात में गंभीर रुप से घायल हुए लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी करने और दोषियों को पकड़ने के लिए बहुत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है. सीएम ने कमिश्नर मीरजापुर और एडीजी वाराणसी जोन को मामले की ज्वाइंट जांच रिपोर्ट 24 घंटों में मांगी है ताकि इस मामले में जिम्मेदारी तय की जा सके. भीड़ में असहाय बनी डायल 100 पुलिस की सूचना पर मौके पर भारी संख्या में फोर्स पहुंची. सूचना पाकर एसपी समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे. लोकल लोगों के मुताबिक, 100 बीघे जमीन को लेकर पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षों के बीच असलहे से फायरिंग के अलावा गड़ासे से भी लड़ाई हुई. वाराणसी के एडीजी ब्रजभूषण ने बताया कि मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है. 24 घायलों में से 8 को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है. दो साल पहले खरीदी हुई जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ विवाद प्रधान ने दो साल पहले जमीन खरीदी थी. प्रधान बुधवार को अपने सहयोगियों के साथ जमीन पर कब्जा करने पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसी को लेकर विवाद हुआ और फायरिंग शुरू हो गई. दोनों ओर से लोग गड़ासा, ईंट, पत्थर और कुल्हाड़ी लेकर एक-दूसरे पर टूट पड़े। फायरिंग में 10 लोगों की जान चली गई, जिसमें तीन महिलाएं शामिल हैं.