नई दिल्ली: सुषमा स्वराज पंचतत्व में विलीन हुईं, राजीकय सम्मान के साथ अंति संस्कार, नम आंखों से लोगों ने दी आखिरी विदाई

  • पीएम,उपराष्ट्रपति ,आडवाणी, लोकसभा स्पीकर, होम मिनिस्टर, डिफेंस मिनिस्टर समेत भी मिनिस्टर, राज्यों सीएम ने आखिरी विदाई में रहे मौजूद
  • कई एक्स सीएम, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, समेक कई संगठनों के लोगों ने भी दी सुषमा को अंतिम विदाई
नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री , बीजेपी की कद्दावर लीडर व हर दिल अजीज प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं. दिल्ली स्थित लोधी रोड शवदाह केंद्र पर तमाम हस्तियों की मौजूदगी में हजारों लोगों ने नम आंखों के साथ अपनी प्रिय नेता को आखिरी विदाई दी. राजकीय सम्मान के साथ पूर्व विदेश मंत्री का अंतिम संस्कार किया गया. उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने । अंतिम संस्कार की रस्मों को परा किया. पुत्री बांसुरी स्वराज ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान उनके पति स्वराज कौशल व बेटी बांसुरी ने उन्हें सैल्यूट भी किया. पीएम नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, लाल कृष्ण आडवाणी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, हरियाणा के सीएम मनोहरलाल, असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फणनवीस, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के एक्स सीएम रमन सिंह, एमपी के एक्स सीएम शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा ,मोदी कैबिनेट के तमाम मंत्री, एमपी, समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और जानी-मानी हस्तियां सुषमा को आखिरी विदाई देने के लिए मौजूद थीं. पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज का दिल का दौरा पड़ने से 67 साल की उम्र में मंगलवार रात निधन हो गया था. दिल्ली सरकार ने उनके निधन पर 2 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. सुषमा ने निधन से कुछ घंटे पहले ही ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी. उन्होंने कहा था कि वह अपने जीवन में इस दिन को देखने का इंतजार कर रही थीं. सुहागिन की तरह सजी थीं सुषमा सुबह जंतर-मंतर स्थित आवास पर श्रद्धांजलि के बाद सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए बीजेपी मुख्यालय लाया गया. हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक पूर्व विदेश मंत्री को सुहागिन की तरह सजाया गया था. माथे पर उनकी पहचान रही बड़ी सी गोल लाल बिंदी लगी थी और शरीर पर सुहाग की निशानी लाल चुनरी थी, जिसे वह अक्सर करवाचौथ पर पहनी देखी जाती थीं. सुषमा के अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी कार्यालय में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे.अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी समेत बीजेपी के सभी नेताओं ने पार्टी ऑफिस में सुषमा को अंतिम विदाई दी. मसाला किंग के नाम से मशहूर एमडीएच ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी सुषमा को श्रद्धांजलि देने के दौरान बेहद भावुक हो गये. गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने उनके शव को बीजेपी के झंडे से ढक दिया. अंतिम सफर पर रवानगी से पहले उनके शव को तिरंग से ढक दिया गया. जब मोदी व आडवानी की आंखे भर आयी सुषमा को श्रद्धांजलि देने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी व पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवानी की आंखे भर आयी. दोनों अपने आप को नही रोक सके. दोनों नेता भावुक हो गये. समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव भी अपने आंसू नहीं रोक पाये. सपा एमपी रामगोपाल यादव समेत कई लोगों को रोते देखा गया. आडवाणी को सहारा देते दिखे PM मोदी सुषमा स्वराज की आखिरी विदाई की बेला पर लोधी रोड शवदाह गृह में पीएम मोदी पार्टी के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी को सहारा देते दिखे. श्रद्धांजलि देने के बाद जब अडवाणी जाने लगते हैं तो पीएम मोदी उनका हाथ पकड़कर उन्हें सहारा देते हैं. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनका दूसरा हाथ पकड़ उन्हें सहारा देते हैं. रो पड़े उपराष्ट्रपति सुषमा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे नेताओं की आंखें नम थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही तमाम नेताओं ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी. यहां पहुंचते ही मोदी ने सुषमा की पुत्री बांसुरी को सांत्वना दी. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाये और रो पड़े. मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें सहारा देकर बैठाया. सुबह से ही शुरू श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा सुषमा के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर सुबह से ही लोगों का ताता लगा रहा. सुषमा को उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने वालों में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, प्रतिभा आडवाणी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, बसपा सुप्रीमो मायावती, योग गुरु बाबा रामदेव, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चंडी सहित देशभर के दिग्गज नेता शामिल हुए.पीएम नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल व उनकी बेटी बांसुरी को ढांढस बंधाया.