नई दिल्ली:सुप्रीम कोर्ट का फैसला देश के लिए नया सवेरा,आज का दिन एतिहासिक:पीएम

PM Modi Address Nation

  • पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया
  • राम मंदिर के निर्माण का फैसला देश निर्माण का फैसला
  • हमें अब भविष्य की तरफ से देखना है, पूरा करना है कई लक्ष्य
  • आज कि दिन न्यायपालिका के इतिहास का स्वर्णिम दिन
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाये जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम ने कहा कि 'सैकड़ों साल पुराना विवाद खत्म हो गया है. आज का दिन ऐतिहासिक है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला देश के लिए नया सवेरा है. अब हम सबकी जिम्मेदारी बढ़ गई है. हम सबको विवाद भूलकर राष्ट्र निर्माण में जुट जाना है. नये भारत के निर्माण में कोई पीछे नहीं छूटना चाहिए. पीएम ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसे महत्वपूर्ण मामले पर फैसला सुनाया है, जिसके पीछे सैकड़ों वर्षों का इतिहास है. कुछ लोगों की इच्छा था कि रोजाना सुनवाई हो, वैसा हुआ. आज फैसला आया है. दशकों चली न्याय प्रक्रिया का समापन हुआ है. अब हमें आगे ही आगे बढ़ते जाना .सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के निर्माण का फैसला दिया है, अब देश के हर नागरिक पर देश निर्माण का दायित्व बढ़ गया है. पीएम ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि आज के दिन ही बर्लिन की दीवार गिराकर दो विचारधाराएं एक रास्ते पर आ गईं थीं. आज ही के दिन करतारपुर कॉरिडोर का भी उद्घाटन हुआ है. अब हर नागरिक पर न्यू इंडिया के निर्माण की जिम्मेदारी बढ़ गई है.सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का दिन है. सुप्रीम कोर्ट का सर्वसम्मत से लिये गये फैसले में अदालत की दृढ़ता और उसकी इच्छाशक्ति दिखती है.भारत की न्यायपालिका में आज का दिन स्वर्णिम अध्याय है. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सबको को धैर्य से सुना. 'इन सारी बातों को लेकर कभी कोई कटुता रही होगी तो उसे भी उसे तिलांजलि देने का दिन है.' कानून के दायरे में कठिन से कठिन मसले का भी समाधान उन्होंने कहा कि देश की विविधता में एकता के प्राण तत्व को समझने के लिए आज की घटना का उल्लेख जरूरी होगा. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र तो है, लेकिन इसकी जीवंतता और मजबूती को शीर्ष अदालत के फैसले के बाद जिस तरह हर वर्ग व पंथ और समुदाय ने स्वीकार किया है, उससे समझा जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने देश को यह संदेश भी दिया है कि कठिन से कठिन मसले का समाधान भी कानून के दायरे में आता है. हमे इससे सीख मिलती है कि समय भले लगे, लेकिन मसले के हल के लिए धैर्य बहुत जरूरी है।. नई पीढ़ी नये सिरे से न्यू इंडिया की शुरुआत करेगी पीएम ने कहा कि संविधान, न्यायिक प्रणाली और परंपरा पर हमारा विश्वास अडिग रहना जरूरी है.न्यायिक प्रक्रिया व नियमों के सम्मान का दायित्व भी बढ़ गया है. शांति, सद्भाव और विकास के लिए यह बहुत जरूरी है. हर भारतीय को साथ मिलकर चलने से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को ईद की मुबारकवाद भी दिया.मोदी ने कहा कि न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया. यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा. हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है. भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है.देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने सामाजिक -सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं.कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.