नई दिल्ली:जेएनयू में नौ घंटे तक छात्रों का प्रदर्शन,HRD मिनिस्टर छह घंटे 'बंधक' बने रहे

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी प्रदर्शन

  • दीक्षांत समारोह के बीच फीस बढ़ोतरी समेत कई मांगों को लेकर सड़कों पर छात्र
  • हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के के विरोध में मार्च किया
  • पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्रों ने हॉस्टल फीस में एक हजार परसेंट वृद्धि व हॉस्टल के नये नियमों को लागू करने के खिलाफ छात्र दिल्ली की सड़क पर उतर विरोध जताया. छात्रों ने तीसरे दीक्षांत समारोह के अवसर पर समारोह स्थल पर प्रदर्शन किया. छात्र संघ के नेतृत्व में 9.30 बजे से लेकर देर शाम तक सैंकड़ों छात्रों ने वसंत कुंज थाने के पास नेल्सन मंडेला मार्ग पर स्थित अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा) के ऑडिटोरियम के पास प्रदर्शन किया. एक तरफ यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन में एबीवीपी, आईसा, एआईएसएफ और एसएफआई समेत सभी छात्र संगठनों हिस्सा लिया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच तीखी झड़पें व धक्का-मुक्की भी हुई. कई बार स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को छात्रों भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी करना पड़ा.उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू जेएमयू में तीसरे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. बौतर सम्मानित अतिथि के रूप में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (एमएचआरडी) पहुंचे थे. यूनिवर्सिटी के वीसी व नीति आयोग के सदस्य विजय कुमार सारसवत भी समारोह में उपस्थित थे. समारोह में कुल 430 छात्रों को पीएचडी डिग्री प्रदान की गई. समारोह समाप्त होने के बाद डिग्री ले चुके छात्रों ने भी एआईसीटीई ऑडिटोरियम के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में प्रशासन का विरोध किया.डिग्री ले चुके छात्रों ने मेन.गेट के पास बैठकर भी अपना विरोध प्रशासन के खिलाफ जताया. छात्रों के प्रदर्शन के कारण एचआरडी मिनिस्टर सुबह 9.30 बजे से लेकर 4.15 बजे तक एआईसीटीई के ऑडिटोरियम में ही मौजूद रहे और बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने रणनीति तैयार करते हुए एचआरडी मंत्री और कुलपति को शाम 4.15 बजे बाहर निकलवाया. बताया जाता है कि एचआरडी मंत्री को अपने दिन के दो अन्य कार्यक्रमों को भी स्थगित करना पड़ा. जेएनयू छात्र संघ और उनके समर्थन में सभी वामपंथी छात्र संगठन से जुड़े छात्र पिछले दो हफ्ते से जेएनयू कैंपस में हॉस्टल की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. छात्रों का आरोप है कि कुलपति एक भी बार इस दौरान छात्रों से नहीं मिले.समारोह स्थल से शाम 4.30 बजे के बाद डिग्री ले चुके कुछ छात्रों और शिक्षकों ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनके साथ गलत व्यवहार किया. हलांकिछात्र संघ ने इन आरोपों को गलत बताया है.एचआरडी मिनिस्टर ने एआइसीटीई परिसर में छात्रों से उनकी समस्याओं को लेकर सकारात्मक बातचीत की, मिनिस्टरने छात्रों को अशावसन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द ही उचित हल निकाला जायेगा.जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से कुछ दूर वसंत कुंज स्थित ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन सभागार सोमवार सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक दिल्ली पुलिस और छात्र-छात्राओं के बीच जंग का अखाड़ा बना रहा. शाम छह बजे के बाद प्रदर्शनकारी जेएनयू चले गये.इसके साथ ही दिनभर चला प्रदर्शन खत्म हो गया. दो बैरिकेड टूटे सुबह के प्रदर्शन के बाद दोपहर होते-होते विवाद और तेज हो गई. पुलिस और छात्रों में भिड़ंत भी हुई. इस दौरान दो बैरिकेड भी टूट गये..दोनों ओर से कई बार हाथापाई की नौबत तक आई. AICTE के मेन गेट पर जुटे छात्रों को पुलिस ने थोड़ा सा पीछे किया तो हंगामा खड़ा होने लगा. 6 घंटे तक ऑडिटोरियम HRD मंत्री और वीसी दिल्ली पुलिस की रणनीति के तहत सुबह 9:30 बजे से 4:14 बजे तक एचआरडी मिनिस्टर और जेएनयू वीसी ऑडिटोरियम के अंदर रहे. बाहर छात्रों का प्रदर्शन चलता रहा.दोपहर बाद पुलिस से छात्रों से भिड़ंत के बाद साउथ दिल्ली रेंज के ज्वाइंट सीपी आनंद मोहन ने छात्रों से बातचीत की, इससे पहले जेएनयू छात्र संघ के चारों प्रतिनिधियों ने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की. छात्र संघ के प्रतिनिधि ने कहा कि हॉस्टल की फीस बढ़ाने के मुद्दों पर आश्वासन दिया गया है.दोपहर में कई बार छात्रों और पुलिस जवानों के बीच भिड़ंत की भी नौबत आई. बवाल के बीच प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. एक छात्र तबीयत भी खराब हो गई. सुबह ऑडिटोरियम के अंदर चल रहे दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु मौजूद थे.बाहर छात्र-छात्राओं को जोरदार प्रदर्शन चलता रहा. कैंपस में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी कई मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन कते रहे. छात्र-छात्राओं का कहना था कि बिना सस्ती शिक्षा के जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह उन्हें मंजूर नहीं है. तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं प्रदर्शन जारी रहेगा. दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु भी शामिल हुए. छात्रों की मांगें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून, महासचिव सतीष चंद्र यादव और संयुक्त सचिव मुहम्मद दानिश ने एचआरडी मिनिस्टर को छात्रावास के नए नियमों को लेकर ज्ञापन सौंपा. छात्र संघ ने कहा कि हमारी मांग है कि छात्रसंघ के सभी नियमों को वापस लिया जाए. इसे लागू करने से पहले छात्रों से और अन्य हितधारकों से बिल्कुल भी बातचीत नहीं की गई थी. इसे लागू करने के लिए छात्रों से प्रशासन बातचीत करे।. हॉस्टल की पूरे एक हजार परसेंट तक फीस बढ़ाई गई है. हॉस्टल की एनुअल फीस 2700 रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये तक कर दी गई है, फीस बढोतरी फोरन वापस लिया जाए. अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असफल रहे वीसी को तुरंत उनके पद से हटाया जाए.