धनबाद: प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर निर्भर होती है स्टार्टअप की सफलता

बीआइटी सिंदरी में 1969 बैच के स्टूडेंटों का तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह धनबाद: बीआइटी सिदरी में 1969 बैच के स्टूडेंटो का तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह नन कोर ग्रुप की समस्याएं और उनका समाधान, प्लेसमेंट, करियर गाइड और वैवाहिक जीवन की सफलता के टिप्स के साथ शनिवार को संपन्न हो गया. इंस्टिच्युट के 1969 बैच ने स्वर्ण जयंती समारोह को यादगार बनाने के लिए ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी के प्रतीक सोलर ट्री बीआइटी सिदरी को गिफ्ट किया. 12 लाख रुपये की लागत से पांच किलोवाट के सोलर ट्री देशपांडे सभागार के निकट लगा है.सोलर ट्री इंस्टाल होते ही सभागार सोलर लाइट से जगमगा उठा. मौके पर बीआइटी के डायरेक्टर डॉ. डीके सिंह ने कहा कि इंस्टीच्युट 1969 बैच के इस अनमोल गिफ्ट को सदैव याद रखेगा. सोलर ट्री एक नया कंसेप्ट है. बीआइटी फ्युचर में अपने कैंपस के स्ट्रीट लाइटों को सोलर एनर्जी से जगमग करेगा. फाइनल इयर के स्टूडेंटों के नन कोर ग्रुप इश्यूज इंट्रेक्शन सेशन में स्वरोजगार को लेकर मार्गदर्शन प्राप्त किया.1969 बैच के उदय प्रताप, बीएल पांडेय व रामविलास ने कहा कि ज्यादातर स्टूडेंट इंजीनियर की डिग्री प्राप्त कर स्टार्टअप से अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं. ऐसे स्टूडेंटों की सफलता उनके प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर निर्भर करती है. स्टार्टअप के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट सेंट्ल गर्वमेंट के स्टार्टअप सेल के समक्ष प्रस्तुत करना चाहिए. प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर सरकार की ओर से स्टार्टअप के ग्रोथ के लिए अवसर पर वित्तीय सहायता प्राप्त होती है. ट्रेनिग व प्लेसमेंट अधिकारी डॉ. घनश्याम ने औद्योगिक मंदी को वैश्विक समस्या बतलाते हुए कहा कि इस कारण रोजगार के अवसर पर प्रभाव पड़ा है. उन्होंने पूर्ववर्ती स्टूडेंटों से प्लेसमेंट में सहयोग देने का अनुरोध किया. पुष्पा चौधरी, चंद्रा सिंह, विजया नारायण और नीलम गुप्ता ने अभियंताओं के वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए महिला छात्रावास में छात्राओं को टिप्स दिये.कहा कि व्यवसायिक या रोजगार में प्रतिस्पर्धा के कारण अभियंताओं पर अतिरिक्त बोझ रहता है.यह अतिरिक्त बोझ तले उनकी नैसर्गिक गुण गौन हो जाते हैं,यह स्थिति क्षणिक होती है. इस दौर में पति-पत्नी को परस्पर सामंजस्य स्थापित करके रहना चाहिए. 19 69 बैच के स्वर्ण जयंती समारोह के संयोजक टीके बेहरा ने समारोह की सफलता के लिए अपने बैचमेट और बीआइटी सिदरी एडमिस्ट्रेशन के प्रति आभार जताया.