बिहार:KBC Season 11 में पहला करोड़पति बना जहानाबाद का लाल सनोज राज,किसान के बेटे की IAS बनने की इच्छा

  • सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स में असिस्टेंट कमांडेंट के पोस्ट पर हुआ है सलेक्शन
  • यूपीएससी की तैयारी के लिए टीसीएस की नौकरी छोड़ी
  • यूपीएससी का प्रीलिमिनरी टेस्ट भी पास कर चुका है सनोज

पटना: बिहार के लाल जहानाबाद के सनोज राज Sony TV पर प्रसारित होने वाले रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) के सीजन-11 के पहले करोड़पति बने हैं.बिहार अपने इस लाल की सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है.सनोज के पिता राम जनम शर्मा साधारण किसान हैं.होनहार सनोज हुलासगंज ब्लॉक के ढोंगरा गांव निवासी किसान रामजनम शर्मा व गृहिणी कालिंदी देवी के पुत्र हैैं.


Sanoj Raj is our season's first Crorepati! He will attempt the jackpot question for Rs 7 Crores now. Will he succeed? Find out on #KBC, this Thursday and Friday at 9 PM @SrBachchan pic.twitter.com/eVEuX7esNb
— Sony TV (@SonyTV) September 10, 2019


Sony TV ने मंगलवार को अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट पर आने वाले एपिसोड का प्रोमो पोस्ट किया है.इसमें सनोज राज केबीसी में 15 वें सवाल का सही जवाब देकर एक करोड़ रुपये जीतते दिखायी दे रहे हैं.सोनी चैनल के फेसबुक पोस्ट के अनुसार अब सनोज सात करोड़ रुपये के जैकपॉट के सवाल के लिए खेलेंगे.सनोज से जुड़े एपिसोड का प्रसारण गुरुवार और शुक्रवार को होगा.उल्लेखनीय है कि इससे पहले ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में पूर्वी चंपारण जिले के सुशील कुमार पांच करोड़ रुपये जीत चुके हैं.
सनोज आइएएस अफसर बनकर देश और समाज की सेवा करना चाहते हैं.महानायक अमिताभ बच्चन से मिलने की ख्वाहिश ने सनोज को केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचा दिया.केबीसी के 11वें सीजन के लिए सनोज मोबाइल एप्स के माध्यम से सेलेक्ट हुए,लेकिन हॉट सीट तक पहुंचने के लिए टेलीफोनिक ऑडिशन और फिर पटना में फेस-टू-फेस ऑडिशन से उन्हें गुजरना पड़ा. शांत स्वभाव व प्रतिभाशाली सनोज केबीसी के प्रोमो में अपने चुटिले अंदाज में सवालों के जवाबों से बिग बी को भी प्रभावित करते नजर आ रहे हैं.
आइएएस बनना चाहते हैं सनोज
सनोज ने प्रारंभिक शिक्षा जहानाबाद मानस इंटरनेशनल स्कूल से हुई है.एसएस कॉलेज,जहानाबाद से इंटर करने के बाद सनोज ने पश्चिम बंगाल की वर्द्धमान यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया.टीसीएस में कैंपस सेलेक्शन हुआ.यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी. सनोज का अभी सेंट्रल पैरा मिलीट्री फोर्स में असिस्टेंट कमांडेंट के पोस्ट पर सलेक्शन हुआ है. सनोज का कहना है कि मैं खुश तो हूं,लेकिन संतुष्ट नहीं हूं आइएएस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं.गांव और जिले के लिए कुछ बेहतर करने की इच्छा रखनेवाले सनोज जहानाबाद की छवि बदलने के लिए जेडीसी का गठन और ऑनलाइन कैंपेन का नेतृत्व भी कर चुके हैं.
सात साल से केबीसी के लिए कर रहे थे कोशिश
सनोज का कहना है कि वे पिछले सात साल से केबीसी में जाने की कोशिश कर रहे थे. हर बार एसएमएस से जवाब भेजते थे,लेकिन सलेक्शन नहीं हो पा रहा था.इस बार जब केबीसी की तरफ से फोन आया तो विश्वास ही नहीं हुआ. अमिताभ बच्चन को हमेशा टीवी और फिल्मों में देखा, उन्हें सामने देखकर जो खुशी मिली,वह बयां नहीं कर सकता.
पिता को भरोसा था कि बेटे को एक करोड़ के सवाल तक पहुंचेगा
पिता रामजनम शर्मा कहा कहना है कि कि सनोज बचपन से ही मेधावी रहा है. मुझे पूरा यकीन था कि बेटा एक न एक दिन जरूर परचम लहरायेगा.जब बेटा फास्टेस्ट फिंगर प्रश्न का जवाब देकर हॉट सीट तक पहुंचा,तभी विश्वास हो गया था कि वह एक करोड़ के प्रश्न तक जरूर पहुंचेगा.
किसान का बेटा है सनोज
सनोज के पिता रामजनम शर्मा ने बताया कि वे छोटे किसान हैं.खेती कम होने की वजह से उनके परिवार की आमदनी बहुत अच्छी नहीं थी.कम पैसों में ही घर चलाना पड़ता था. खेती के अलावा आय का दूसरा कोई साधन नहीं था.बाढ़ और कभी सूखे के चलते कई बार मुसीबत भी झेलनी पड़ती थी,लेकिन बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी.
माता-पिता ने पढ़ाई में बाधा नहीं आने दी
कालिंदी देवी अपने बेटे सनोज के बचपन की बातें बताते हुए काफी भावुक हो जाती हैं.मां के आंख से आसू छलकने लगते हैं.कांलिदी देवी का कहना है कि बड़ी मुश्किल से सनोज को पढ़ाया.गरीबी के बावजूद यही कोशिश रही कि सनोज की पढ़ाई में कोई बाधा न आये.जब केबीसी में सलेक्शन हुआ,तभी लगा कि बेटा घर की गरीबी दूर करेगा.सनोज दो भाइयों में बड़ा है.सनोज का छोटा भाई बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर है.
मां नहीं जा सकी बेटे को शो के सेट पर
कांलिदी देवी ने कहा कि घर के कामकाज की वजह से वह सेट पर नहीं जा सकीं.फोन पर सूचना मिली कि बेटे ने एक करोड़ के सवाल का सही जवाब दे दिया हैय बेटे के एक करोड़ जीतने की बात सुनकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा.बेटे के एक करोड़ जीतने की बात आस-पड़ोस के लोगों को बताया तो वे लोग भी खुशी से झूम उठे.