धनबाद: समीर मर्डर मामले में बीएचपी लीडर समेत चार के खिलाफ पुलिस में कंपलेन

  • भाई ने सरायढेला पुलिस स्टेशन में एफआइआर के लिए दी आवेदन
  • जमीन कारोबार व इससे संबंधित पुराना विवाद में मर्डर की आशंका
धनबाद: पुलिस की प्रारंभिक छानबीन व परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार जमीन कारोबारी समीर मंडल की मर्डर जमीन खरीद-बिक्रि से संबंधित विवाद व पुराने मामले में की गयी है. समीर के बड़े भाई संतोष मंडल ने सरायढेला पुलिस स्टेशन में दी गयी कंपलेन में  बीएचपी लीडर पंकज प्रसुन्न तिवारी, बरवाअड्डा के खेमनरायाण सिंह, कार्मिक नगर के विकास व मुकेश पर हत्या करने व कराने की आशंका जाहिर की है. संतोष का कहना है कि ये लोग या इनमें से किसी एक का भी हाथ हो सकता है. सरायढेला पुलिस स्टेशन में दी गयी आवेदन में कहा गया है कि समीर का पंकज तिवारी व खेमनारायण सिंह से अलग-अलग मामलों में विवाद चल रहा है. पंकज ने समीर के खिलाफ झूठी केस दर्ज करवायी थी. जमीन व विवाद व किडनैपिंग की कोशिश की केस की गयी थी. खेम नारायण ने भी जमीन विवाद से संबंधित केस करायी थी. समीर व उनके लोगों की ओर से भी पंकज व खेम नारायण के खिलाफ केस दर्ज करायी गयी थी. समीर ने कार्मिक नगर वीर कुंवर सिंह कॉलोनी में हाल में ही एक जमीन रजिस्ट्री करायी थी. इस जमीन पर विकास अपना दावा कर रहा था. दो दिन पहले विकास ने समीर को धमकाया था. उल्लेखनीय है कि समीर आठ-10 सालों से जमीन के कारोबार में सक्रिय था. साधारण तरीके से अपने व्यवहार से वह कुछ लोगों के साथ मिलकर जमीन खरीद-बिक्रि करता था. जमीन कारोबार में समीर फेमस हो गया था. वह कई सफेदपोश व दंबगों को भी जमीन डील कराकर बेची थी. जमीन कारोबार में समीर की बड़ी रकम कई जगह फंसी हुई है. कई जगह वह जमीन एग्रीमेंट कर फंस गया था. बाद में जमीन विवादित निकल गयी थी. समीर किसी से विवाद से दूर रहकर कागजी व तकनीकी तरीके से काम करता था. समीर कई सालों से पाथरडीह से धनबाद आकर कारोबार करता था. किसी से ऐसी दुशमनी नहीं थी या उसे अंदेशा भी नहीं था कि मर्डर हो सकती है. समीर कई सालों से पाथरडीह से ट्रैफिक कॉलोनी से धनबाद पुरानी कार से आता-जाता था. दिसंबर में हुई थी शादी [caption id="attachment_35946" align="alignnone" width="300"] समीर अपनी पत्नी स्वीटी के साथ(फाइल फोटो)[/caption] समीर की शादी वर्ष 2018 की दिसंबर माह में बरवाअड्डा कुलबेरा में स्वीटी मंडल के साथ हुई थी. शादी के समय ही वह नई कार खरीदा था. समीर दो माह पहले ही कार्मिक नगर कुंवर सिंह कॉलोनी में किराये का घर लेकर पत्नी व भाईयों के साथ शिफ्ट किया था. समीरप का पिता मथुरा मंडल रेलवे से रिटायर्ड हो गये तो पाथरडीह स्थित रेलवे आवास खाली करनी पड़ी. जामताड़ा जिला निवासी समीर जमीन खरीद ली थी. अपनी खरीदी गयी जमीन पर वह घर बनाने की प्लानिंग कर रखा था. समीप की पत्नी स्वीटी मंडल छह माह की गर्भवती है. एक साल के अंदर पति को खो देने वाली स्वीटी पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है. चार गोली मारी गयी समीर को समीर रजिस्ट्री ऑफिस की ओर से अपनी कार से कर्मिक नगर स्थित अगर लौट रहे थे. दिन के लगभग चार बजे वह कार खुद चला रहा था. कॉलोनी में पहुंचते ही बाइस से पीछा कर रहे युवकों ने समीर को सटाकर गोली मार दी. लगातार चार गोली मारी. समीर को संभलने का भी मौका नहीं मिला. गोली सर, गर्दन में मारी गयी ताकि वह जिंदा नहीं बच सके. गोली मारने के बाद हैलमेट पहने बाइक सवार क्रिमिनल भाग निकले. सीटीटीवी फुटेज में दिखा बाइकर्स बाइक सवार क्रिमिनल समीर का पीछा कर रहा था. डीपीएस स्कूल के समीप लगे सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाली है लेकिन बाइक सवार का चेहरा नहीं दिख रहा है. दोनों हैमले पहने थे. बताया जाता है कि बाइक के कलर व नंबर से पुलिस क्रिमिनलों तक पहुंचने की कोशिश में है.