नई दिल्ली: रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बनी, वोडाफोन आइडिया सेकेंड नंबर पर

  • मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बनी
  • रिलायंस जियो ने यह बड़ा मुकाम वोडाफोन आइडिया को पछाड़कर हासिल किया
  • जियो के कस्टमरों की संख्या जून में 33.13 करोड़, वोडाफोन की 32 करोड़ रही
  • जियो मई में एयरटेल को पछाड़कर बनी थी दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी
नई दिल्ली:मुकेश अंबानी की नेतृत्व वाली रिलायंस जियो 33.13 करोड़ कस्टमरों के साथ देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम सर्विस कंपनी बनयी गयी है. जियो ने कारोबार शुरू करने के महज तीन साल के भीतर ही यह मुकाम हासिल किया है.रिलांयस जियो ने क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी वोडाफोन आइडिया को पछाड़ दिया है. वोडाफोन आइडिया की जून 2019 में कस्टमरों की संख्या घटकर 32 करोड़ रह गयी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा पिछले महीने जारी वित्तीय नतीजों के मुताबिक, उसकी सहायक कंपनी रिलायंस जियो के कस्टमरों की संख्या जून 2019 में 33.13 करोड़ रही. ट्राई के आंकड़ों के अनुसार मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली टेलीकॉम कंपनी जियो मई में 32.29 करोड़ कस्टमरों तथा 27.80 परसेंट मार्केट हिस्सेदारी के साथ एयरटेल को पछाड़कर देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गयी थी. उस समय एयरटेल के कस्टमरों की संख्या 32.038 करोड़ और मार्केट हिस्सेदारी 27.6 परसेंट थी. वोडाफोन आइडिया ने शुक्रवार को बताया कि फाइनेंसियल इयर 2019-20 की पहली तिमाही में उसके ग्राहकों की संख्या घटकर 32 करोड़ रह गयी , जो मार्च तिमाही में 33.41 करोड़ पर थी. वोडाफोन आइडिया ने एक बयान में कहा है कि पिछली तिमाहियों में 'सर्विस वैलिडिटी वॉचर्स' लाने की वजह से हमारे ग्राहकों की संख्या घटकर 32 करोड़ रह गई है, जो वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 33.41 करोड़ थी.वोडाफोन इंडिया तथा आइडिया सेल्यूलर के आपस में विलय के बाद वोडाफोन आइडिया 40 करोड़ ग्राहकों के साथ सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता बनकर उभरी थी. वोडाफोन-आइडिया को पहली तिमाही में 4,873.9 करोड़ रुपये का घाटा नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम सर्विस कंपनी वोडाफोन-आइडिया को 30 जून को समाप्त हुई पहली तिमाही में 4,873.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उसे वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 4,881.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. वोडाफोन ग्रुप की भारतीय इकाई तथा आइडिया सेल्यूलर का विलय 31 अगस्त, 2018 को पूरा हुआ था. जून तिमाही में वोडाफोन-आइडिया की आय घटकर 11,269.9 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 11,775 करोड़ रुपये रही थी. वोडाफोन-आइडिया के सीईओ बालेश शर्मा ने कहा कि हम अपनी रणनीति के अनुरूप काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक मुनाफा नजर नहीं आ रहा है. जैसे-जैसे हम अपने नेटवर्क को इंटीग्रेट कर रहे हैं, अधिकतर सर्विस एरिया में हमारे ग्राहकों के डेटा एक्सपीरियंस में सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही तक अपने सिनर्जी टार्गेट को पूरा करने की राह पर अग्रसर है.