धनबाद:रिकवरी एजेंट उपेंद्र ने चचेरे भाई को मारपीट कर जख्मी किया, एफआइआर दर्ज

धनबाद:बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन एरिया के मटकुरिया रेलवे लोनी निवासी उपेंद्र सिंह ने अपने चचेरे भाई राजहंसी सिंह को मारपीट कर जख्मी कर दिया है. मारपीट में जख्मी राजहंसी की हालत गंभीर बनी हुई है. राजहंसी का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. मामले में उपेंद्र सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है. राजहंसी का कहना है कि वह सात अक्टूबर सोमवार की रात बैंक मोड़ में अकेले घूम रहा था. उपेंद्र सिंह, छोटू खान उर्फ फिरोज, गुड्डू सिंह, प्रिंस खान और रमेश सिंह कार से धक्का मार दिया. कार के धक्का से वह जमीन पर गिर गया. उपेंद्र समेत अन्य लोग उसे उठाकर कार में ले गये. इनलोगों ने रेलवे क्वार्टर मटकुरिया सुनील सिंह के घर के पास लाठी-डंडे से जम कर पीटा. किसी तरह वह जान बचाकर वहां से भाग गया.बैंक मोड़ पुलिस को सूचना दी. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 की 22 मार्च को उपेंद्र सिंह को बैंक मोड़ में गोली मार दी गयी थी. आध दर्जन गोलियां उपेंद्र को लगी थी. कई माह तक इलाज के बाद उपेंद्र बचा था. अभी भी उसकी बॉडी में एक गोली फंसी हुई है. उपेंद्र की वाइफ एडवोकेट रूमी सिंह की कंपलेन पर मामले में उसके चचेरे भाई पिंटू के अलावा राजेश चौहान, प्रिंस खान और रितिक पर गोली चलाने का संदेह जताया गया था. बैंक मोड़ पुलिस ने 29 मई को राजेश चौहान गैंग के दो शूटर भीम और सूरज को पिस्तौल व गोली के साथ दबोची. दोनों ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया उपंद्र के रिकवरी के काम पर पिंटू सिंह कब्जा करना चाहता था. इसी कारण पिंटू ने उपेंद्र के मर्डर की प्लानिंग की. उपेंद्र को रास्ते से हटाने के लिए पिंटू ने पहले राजेश चौहान से दोस्ती की. राजेश के गोधर में स्थित घर पर उपेंद्र की मर्डर की योजना बनी.पिंटू शूटरों को एक लाख रुपये देने की बात कही. पिंटू सिंह ने शूटरों को उपेंद्र की पहचान कराई थी. पिंटू और अमित 22 मार्च को बाइक लेकर गली में खड़े थे. शूटर भीम और सूरज कार सवार उपेंद्र को गोली मारने के बाद बाइक से गोविंदपुर भाग गया. राजेश वहां से दोनों को लेकर बंगाल चला गया. बंगाल में कुछ दिन रुकने के बाद सभी दिल्ली भाग गये थे. चचेरे भाई पिंटू सिंह सिंह 11 अगस्त व देवव्रत सिंह उर्फ सिंटू सिंह ने 11 सितंबर को कोर्ट में सरेंडर किया था.