रांची: सीएम ने बिजली विभाग धनबाद के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को सस्पेंड करने व जीएम को हटाने का दिया आदेश

  • सीएम ने झारखंड मंत्रालय में ऊर्जा विभाग के कार्य प्रगति की समीक्षा की सीएम ने कहा- टाइमलाइन पर परिणाम दें,
  • जो काम न करें उसे रिटायर कर दें
  • राज्य की जनता को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराना प्राथमिकता
रांची: सीएम रघुवर दास ने कहा कि विजली वितरण निगम और ट्रांसमिशन निगम से जुड़े सभी कर्मी बधाई के पात्र हैं.आजादी के बाद से 2014 तक राज्य के 68 लाख घरों में से 38 लाख घरों तक बिजली पहुंची थी. वर्ष 2014 के बाद 29 लाख घरों को विभाग द्वारा बिजली से आच्छादित कर दिया.अब सुदूरवर्ती स्थानों बचे हुए करीब एक लाख घरों को सितंबर 2019 तक बिजली से आच्छादित कर दें. सीएम रघुवर दास ने शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में ऊर्जा विभाग के कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए यह बाते कही.सीएम ने निर्बाध विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए कहा कि किंतु, परंतु नहीं... अब मुझे केवल टाइमलाइन पर परिणाम दें अन्यथा सब बदले जाएंगे जो काम न कर सके उसे रिटायर कर दें. सीएम ने धनबाद के विद्युत वितरण के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर जो पिछले तीन सप्ताह से बिना सूचना गायब हैं उन्हें तुरंत सस्पेंड करने का आदेश दिया. सीएम ने धनबाद के जीएम को भी तत्काल वहाँ से हटाने का निर्देश दिया.सीएम ने कहा रांची के लिए 31 जुलाई के बाद कोई मोहलत नहीं दी जायेगी. सीएम ने निर्देश दिया कि हर जिले की समस्या चाहे वह ट्रांसमिशन की हो या अन्य कोई मसला हो उसे दूर करें और अगले 3 महीने में यह समस्या पूर्णत: दूर होनी चाहिए.सीएम ने कहा कि पूरे राज्य में विद्युत उत्पादन, ट्रांसमिशन लाइन एवं सबस्टेशन का काम चल रहा है ताकि आने वाले समय में झारखंड की जनता को निर्बाध बिजली मिल सके. जनता के प्रति सब जवाबदेह है इसे महसूस कर अपने कार्य में जुनून पैदा करें. बैठक में चीफ सेकरेटरी डॉ डीके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त के के खंडेलवाल, सीएम के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, ऊर्जा विभाग की सचिव वंदना डाडेल, ऊर्जा वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार, जेयूएसएनएल के एमडी निरंजन कुमार सहित अन्य अफसर उपस्थित थे.