चाईबासा: बारिश से पश्चिम सिंहभूम में बाढ़, कई घर डूबे, NDRF बुलायी गयी

  • डीसी व एसपी प्रभावित क्षेत्र में राहत व बचाव कार्य में जुटे
  • बाढ़ प्रभावित एरिया से लोगों को राहत कैंप में भेजा गया
  • राहत कैंप में सभी के लिए भोजन,पानी एवं चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध
रांची:कोल्हान में शनिवार की रात से ही लगातार हो रही भारी बारिश से पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) की नदियां उफान पर है.नदियों के किनारे बसी बस्तियों में पानी घुस गया है.दर्जनों परिवार बेघर हो गये हैं.चक्रधरपुर इलाके भारी नुकसान हुआ है. बाढ़ का असर सरायकेला व घाटशीला में भी पड़ा है.चाईबासा के चक्रधरपुर में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंच राहत कार्य शुरू कर दी है.हालिक इस बारिश से गांवों में किसान खुश नजर आ रहे हैं.धान के लिए यह बारिश फायदेमंद है. चाईबासा में रोरो नदी का जलस्तर बढ़ गया है. चक्रधरपुर का संजय नदी खतरे के निशान को पार कर गया है. नदी का पानी आसपास घरों में घुस गया है.बाढ़ के पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.चक्रधरपुर जलमग्न हो गया है.सोनुवा-चक्रधरपुर मुख्य मार्ग स्थित संजय नदी पुल के ऊपर से पानी बह रहा है.नदी तट पर बसा मुक्तिनाथ घाट डूब गया है पुराना बस्ती, भलियाकुदर, दंदा साई समेत विभिन्न क्षेत्रों के घरों में पानी घुसने से अफरातफरी मची है.चाईबासा में भी कई घर बाढ़ के पानी में डूब गये. चक्रधरपुर प्रखंड के पातु कॉलोनी तथा कुदलीबाड़ी का आधा हिस्सा डूब गया.स्थानीय लोगों ने सभी लोगों को सुरक्षित जेएलएन कॉलेज पहुंचा दिया, जहां राहत शिविर लगाया गया है. 40-50 घर डूब गये हैं. [caption id="attachment_37231" align="alignnone" width="300"] बाचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ टीम.[/caption] जैंतगढ़ क्षेत्र के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. वैतरणी नदी समेत प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और निचले इलाकों में जल भराव हो गया है. सारंडा एरिया में बीती रात से लगातार मूसलाधार वर्षा जारी है. लोग अपने-अपने घरों में कैद होकर रह गये हैं. डीसी अरवा राजकमल व एसपी इंद्रजीत महथा ने बाढ़ से प्रभावित जगहों का निरीक्षण किया राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया. रांची से एनडीआरएफ की एक टीम र चक्रधरपुर पहुंचकर बाढ़-बचाव ऑपेरशन में जुट गई. एनडीआरएफ ने पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ में फंसे 59 लोगों को सकुशल सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया. [caption id="attachment_37232" align="alignnone" width="300"] रस्सी की मदद से ट्राली बनाया गया.[/caption] किरीबुरू शहर में मूसलाधार वर्षा की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वर्षा की वजह से सेल की अनेक आवासों में पानी भर गया है. झुग्गियों में भी बाढ़ और बारिश का पानी घुस गया है. लेक गार्डन तालाब भर गया है, पुलिया के नीचे गार्ड वाल के ऊपर से पानी बह रहा है. इस तालाब में लोगों ने मछलियां छोड़ रखी थीं. जरूरत से ज्यादा पानी होने की वजह से मछलियां अन्यत्र चली गयी हैं.मूसलाधार बारिश के कारण पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला के कई गली-मोहल्लों में जलजमाव से लोग परेशान है. ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण वर्षा का पानी जमा हो रहा है . जलजमाव के क्षेत्र में फंसे सभी नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. चक्रधरपुर में प्रभावित लोगों को जे एल एन कॉलेज स्थित राहत कैंपों में पहुंचाया गया है.बंदगांव में प्रभावित लोगों को सुरक्षित बाहर निकालते हुए पंचायत भवन में रखा गया है. सभी राहत कैंपों में लोगों को आवासन,भोजन एवं इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है. जिले से मेडिकल टीम को राहत शिविर भेजा गया है. चाईबासा डीसी राजकमल व एसपी इंद्रजीत माहथा जल जमाव वाले क्षेत्र में चल रहे राहत कार्यों का जायजा लिया. डीसी ने राहत कार्य में लगे सभी पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों की देखरेख में कोई कमी ना हो विशेषकर लोगों की स्वास्थ्य सुविधा का ख्याल रखा जाये. डीसी ने सभी लोगों से अपील की है कि जलजमाव वाले क्षेत्र से दूर रहें,आप सभी लोगों के लिए नजदीक में ही राहत शिविर लगाया गया है.आप लोग भयभीत ना हो पूरी प्रशासन की टीम दुख की इस घड़ी में आपके साथ खड़ी है,आपको किसी प्रकार की कोई भी तकलीफ/ शिकायत है तो हमें सूचित करें हम तत्काल उसके समाधान का प्रयास करेंगे.