धनबाद: पुलिस ने De Nobili स्कूल कतरास कोड़ाडीह रेप मामले में वाइस प्रिंसिपल व नर्स को भेजा जेल, क्लास टीचर को क्लीन चीट

  • मेडिकल जांच में रेप की हुई पुष्टि
  • पूछताछ के बाद पुलिस स्टेशन ने छूटे क्लास टीचर
  • गंदा काम में संलिपप्ता के एविंडेंस नहीं मिले
धनबाद: कतरास पुलिस ने डी-नोबिली स्कूल, कोड़ाडीह की चाैथी क्लास की स्टूडेंट से रेप मामले में वाइस प्रिंसिपल पॉल जूलियन एक्का व स्कूल की नर्स ई लोमगा को मंगलवार को जेल भेज दिया.पुलिस दोनों को कस्टडी में लेकर सोमवार से ही कई फेज में पूछताछ की.पुलिस के समक्ष दोनों खुद को बेकसूर व अननोन बताते रहे.वाइस प्रिंसिपल व नर्स के खिलाफ गर्ल्स स्टूडेंट से पूछताछ,कोर्ट में दर्ज 164 का बयान व सरकमस्टांसियल एविडेंस है. इससे पता चलता है कि दोनों की मिलीभगत से स्टूडेंट के साथ गंदा काम हुआ है.पुलिस ने घंटो पूछताछ के बाद पीड़ित स्टूडेंट की क्लास टीचर को क्लीन चीट दे दी है. पुलिस क्लास टीचर व स्कूल के अन्य स्टाफ को पूछताछ के बाद मंगलवार की शाम पुलिस स्टेशन से छाेड़ दी है. पुलिस को क्लास टीचर व स्टाफ के खिलाफ कोई एविडेंस नहीं मिली है. [caption id="attachment_38425" align="alignnone" width="300"] आरोपी वाइस प्रिंसिपल पॉल जूलियन एक्का.[/caption] एसएसपी किशोर कौशल व रुरल एसपी अमन कुमार रविवार रात आराेपी वाइस प्रिंसिपल और नर्स से पूछताछ की.पहले दाेनाें से अलग-अलग पूछताछ की गयी.दाेनाें के बयानाें में काफी अंतर मिला. दाेनाें काे आमने-सामने बैठा कर भी पूछताछ की गयी.दाेेनाें के बयानाें में काफी अंतर व संदिग्ध भूमिका सामने आयी.अंतत:पुलिस दोनों को जेल भेजने का निर्णय ली.बच्ची के क्लास टीचर के खिलाफ काेई एविडेंस नहीं मिला.बच्ची ने भी पूछताछ में बताया कि वह क्लास टीचर से पूछ कर ही सिक रूम गयी थी.क्लास टीचर से उसे सीक रूम नहीं भेजा था. पुलिस रविवार से ही क्लास टीचर व अन्य स्टाफ को पुलिस स्टेशन में रखी थी. सभी को मंगलवार को छोड़ दिया गया. बच्ची से भी कई फेज में हुई  पूछताछ पुलिस के साथ-साथ बाल कल्याण समिति की टीम पीड़ित बच्ची से पूछताछ की.समिति की मेंबर के सामने भी पीड़ित का बयान लिया गया पुलिस ने साइकोलॉजिस्ट से भी बच्ची की बात करायी. बच्ची साइकलोजिस्ट के सामने भी अपनी बात दाेहरायी बच्ची के किसी बयान में काेई अंतर नहीं है.एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि आरोपी वाइस प्रिंसिपल व नसर्को अरेस्ट कर जेल भेजा गया है. मामले में क्लास टीचर समेत अन्य की संलिप्ता सांमने नहीं आयी है. डीसी अमित कुमार के निर्देश पर गठित मेडिकल बोर्ड की जांच में स्टूडेंट के साथ रेप की पुष्टि हुई है.जांच में यह बात सामने आई है कि स्टूडेंट के सेंसेटिव ऑर्गन के साथ टेंपरिंग की गयी थी. सात मेंबर वाली मेडिकल बोर्ड की दो दिन की जांच के बाद पीएमसीएच सुपरिटेंडेंट ने सोमवार की शाम पुलिस को चार सीलबंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट सौंप दी थी.पीएमसीएच सुपरिटेंडेट की ओर से कतरास पुलिस को दिये गये एक लिफाफे में मेडिकल बोर्ड की जांच रिपोर्ट है.तीन और लिफाफे में स्टूडेंट के स्वॉब, पैथोलॉजी, एक्स रे समेत अलग-अलग मेडिकल जांच की रिपोर्ट है.पीएमसीएच की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रमुख डॉक्टर प्रतिभा राय के नेतृत्व में सर्जरी, रेडियोलॉजी, फारेंसिक मेडिसिन, दंत, मेडिसिन और पैथोलॉजी के एचओडी की मेडिकल बोर्ड ने स्टूडेंट की जांच की थी. डीएनए जांच की अनुशंसा मेडिकल बोर्ड ने स्टूडेंट के ब्लड सैंपल भी पुलिस को सैौंपा है.यदि कोर्ट का आदेश हुआ तो डीएनए जांच कराई जा सके. डीएनए जांच से पता चल जायेगा कि स्टूडेंट को नशा की कौन सी दवा दी जाती थी जिससे वह बेहोश हो जाती थी.मेडिकल बोर्ड को स्टूडेंट ने बताया था कि स्कूल में तबीयत खराब होने पर सिक रूम में ले जाकर नर्स उसे कोई दवा देती थी. दवा खाने के कुछ देर बाद वह बेहोश हो जाती थी. स्टूडेंट से मिली बाल कल्याण समिति की चेयरमैन बाल कल्याण समिति चेयरमैन पूनम सिंह ने 45 मिनट पीड़ित स्टूटेंट से बात की और उससे सच जानने का प्रयास किया.स्टूडेंट ने बताया कि डिप्टी प्रिंसिपल ने भी उसके साथ गंदा काम किया था. पूनम ने डीसी व एसएसपी को अपनी रिपोर्ट दे दी है.समिति के सामने पेश होन पर चेयरमैन पूनम समेत अन्य मेंबरों ने बच्ची को सहज करने का प्रयास किया.जब वह सहज दिखी तो अपनत्व का भाव लेकर बातचीत शुरू की गई.बच्ची धीरे-धीरे अपनी पीड़ा बताती गयी.बच्ची के बयान को समिति ने दर्ज किया.बच्ची के साथ गलत हरकत करने वाले टीचरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को अभिभावकों के साथ विभिन्न संगठनों ने स्कूल का घेराव कर धरना-प्रदर्शन किया था. विभन्न संगठनों ने रविवार की शाम आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कतरास में जुलूस निकाला था.