एमपी:पीएम नरेंद्र मोदी व आरएसएस मेरे परिवार से नफरत करते हैं, मैं उन्हें केवल प्यार ही हरा सकता हूं:राहुल गांधी

भोपाल: कांग्रेस प्रसिडंट राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी, आरएसएस और प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को उनके परिवार से नफरत है. लेकिन वह पीएम के लिए ऐसी भावना नहीं रखते हैं.पीएम मोदी ने उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और दादा जवाहरलाल नेहरू पर बार-बार हमला किया, लेकिन उन्होंने मोदी को गले लगाया. राहुल गांधी ने कहा, 'भाजपा, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरे परिवार से नफरत है और हमारा काम इसे हटाना है. नरेंद्र मोदी मुझ पर हमला करते हैं. वह मेरे पिता, मेरी दादी और मेरे परदादा के बारे में नफरत के साथ बोलते हैं. वह गुस्से में बोलते हैं, लेकिन मैं जाता हूं और उन्हें गले लगाता हूं. वे मुझसे और कांग्रेस से जितनी नफरत करेंगे, मैं उन्हें उतनी ही झप्पी देता रहूंगा... प्यार देता रहूंगा.राहुल गांधी ने शनिवार को मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के शुजालपुर और धार जिले के अमझेरा में चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होंने अपने परिवार पर मोदी द्वारा हमला करने पर कहा कि नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता। इसलिए मोदी जी को नफरत से नहीं प्यार से ही हराया जा सकता है. राहुल ने मंच पर आते ही चौकीदार… मंच के नीचे से आवाज आई चोर है, के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. राहुल ने कहा कि यह चुनाव कांग्रेस-भाजपा नहीं दो विचारधाराओं की लड़ाई है. नरेंद्र मोदी जी पांच साल पहले अच्छे दिन का सपना दिखाकर सत्ता में आए थे, लेकिन इन चुनाव में वे अच्छे दिन की बात नहीं कर रहे हैं. उन्होंने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने, किसानों को फसल का दोगुना दाम देने का वादा किया था.हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपए डालने का वादा भी किया था, क्या वो वादा पूरा हुआ. राहुल ने कर्जमाफी पर बात करते हुए कहा कि धानसभा चुनाव के दौरान 10 दिन में कर्जमाफी का कहा था, लेकिन सत्ता में आते ही दो दिन में कर्ज माफ कर दिया. शिवराज जी और मोदी जी ने कहा- कांग्रेस कर्जमाफी पर झूठ बोल रही है. मैं शिवराज जी से कहना चाहता हूं कि हमने मप्र के किसानों के ही नहीं आपके परिवार का भी कर्जा माफ किया है. उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू करने के पहले मैंने चिदंबरम जी को मोदी जी के पास भेजकर कहा कि आप बिना प्लानिंग के जीएसटी लागू मत कीजिए. बहुत दिक्कत होगी, रोजगार-धंधे चौपट हो जायेंगे. मोदी ने कहा कि फैसला ले लिया गया है. उन्होंने नोटबंदी पर किसी ने बात नहीं की. विपक्ष की नहीं सुनी, देश की जनता की नहीं सुनी. उन्होंने केवल नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और अनिल अंबानी की सुनी. राहुल ने न्याय योजना पर कहा कि इसका आइडिया मुझे नरेंद्र मोदी जी ने दिया है. वे 15 लाख रुपए हर अकाउंट डालने का वादा तो पूरा नहीं कर पाए, लेकिन मैं पांच करोड़ परिवार के खाते में हर साल 72 हजार रुपए जरूर डलवाउंगा. ये रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे. न्याय योजना के लिए मेरी टीम ने छह महीने रिसर्च किया है. इसके बाद हमने इस योजना पर बात की. मैंने अपनी टीम से कहा कि हम हम गरीबों को हर साल कितना पैसा दे सकते हैं आप इस पर काम करें.लेकिन इससे किसी को नुकसान नहीं हो. ना तो अर्थव्यवस्था को और ना गरीब, छोटे दुकानदारों को. वे रिसर्च के बाद मेरे पास आए और कागज पर 72 हजार रुपए लिख दिए हैं. मैं यह देख हिल गया और कहा कि 72 हजार रुपए हर साल पांच करोड़ परिवारों को देना संभव है. इस पर उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जनता जो रोज खरीदती है, वही हमारे देश की आर्थिक शक्ति है. जीएसटी और नोटबंदी कर नरेंद्र मोदी ने उस अर्थिक शक्ति को खत्म कर दिया. न्याय योजना के जरिए जब गरीबों के जेब तक रुपए पहुंचेंगे तो वे खरीदी करेंगे और इस प्रकार से रुपया बाजार तक पहुंचेगा. बाजार में रुपए पहुंचने पर सामान की मांग बढ़ेगी और नोटबंदी के बाद बंद हुए उद्योग धंधे फिर से शुरू हो जायेंगे. ऐसा कर हमारी अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जायेगी. उन्होंने कहा कि देश कह रहा है की हमने मोदी जी पर भरोसा किया था. वो बालाकोट की बात करते हैं, लेकिन रॉफेल की बात नहीं करते. फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि रॉफेल का कॉन्ट्रैक्ट अनिल अंबानी जी को मिलना चाहिए. लोकसभा में जब मैंने रॉफेल मुद्दे पर बात की तो नरेंद्र मोदी ने डेढ़ घंटे भाषण दिया, लेकिन एक शब्द रॉफेल पर बात नहीं की. जब मैं भाषण देकर बाहर निकाला तो लोकसभा के कर्मचारियों ने कहा- आज आपने मोदी को खत्म कर दिया. अब वो रॉफेल पर बात नहीं करेंगे. रॉफेल मामले में पर्रिकर जी ने कहा कि मुझसे मत पूछो- मैंने क्या किया, जाकर प्रधानमंत्री जी से पूछो. मेहुल चौकसी ने वित्तमंत्री अरुण जेठली के एकाउंट में रुपये डाले. राहुल ने कहा कि फसल बीमा योजना में मोदी जी ने करोड़ों रुपए का घोटाला किया है. अनिल अंबानी जैसे उद्योगपतियों के हर जिले में फसल बीमा योजना के एजेंट हैं. कांग्रेस सरकार आई तो तीन साल तक बिना परमिशन के आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. आदिवासियों से कहा कि जंगल, जमीन और जल आपका है और इसे आपसे कोई नहीं ले सकता.