पाकिस्तान:आजादी मार्च में प्राइम मिनिस्टर इमरान खान को इस्तीफे के लिए दो दिनों का अल्टिमेटम

  • जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में प्रदर्शन मार्च
  • विपक्षी नेताओं ने कहा-इमरान सरकार से पीछा छुड़ाने का वक्तमेटम
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में देश में व्याप्त महंगाई आर्थिक कुप्रबंधन, अकुशल एवं खराब शासन की मांग को लेकर लोग सड़क पर उतर गये हैं. दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर आजादी मार्च निकाला हैं. ‘आजादी मार्च’ का नेतृत्व करने वाले जेयूआई-एफ फजलुर रहमान ने इस्लामाबाद में धरने का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफे के लिए दो दिन का अल्टिमेटम दिया है. इस्लामाबाद के मेट्रो ग्राउंड आयोजित सभा में मौलाना फजल ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने और ‘राष्ट्रीय प्रष्ठिानों’ द्वारा इस सरकार का समर्थन बंद करने के लिए वह दो दिन की मोहलत दे रहे हैं. मौलाना ने कहा कि वह ‘राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों’ के साथ टकराव नहीं बल्कि इनका स्थायित्व चाहते हैं. इसके साथ-साथ इन्हें निष्पक्ष भी देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा किअगर हम महसूस करेंगे कि इस नाजायज हुकूमत के पीछे प्रतिष्ठान हैं और वे इसकी सुरक्षा कर रहे हैं तो फिर दो दिन की मोहलत है, उसके बाद हमें न रोका जाए कि हम प्रतिष्ठानों के बारे में क्या राय बनायें. प्रधानमंत्री इमरान खान के पास इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय है. इस विशाल जनसमूह के पास यह ताकत है कि वह प्रधानमंत्री के घर जाकर उन्हें गिरफ्तार कर ले.यह प्रदर्शन किसी एक दल का नहीं बल्कि पूरे देश का है. सभी का यही कहना है कि आम चुनाव एक फ्रॉड था और आवाम धांधली का शिकार हुए थे. बहुत मोहलत दे दी, अब और नहीं दे सकते। इस सरकार को जाना होगा. देश यही चाहता है.उन्होंने कहा कि सरकार ने वादे के मुताबिक, पचास लाख घर बनाने के बजाए पचास लाख घर गिरा दिये.एक करोड़ नौकरियां देने के बजाए पच्चीस लाख लोगों को बेरोजगार कर दिया. आवाम को ऐसे अक्षम हुक्मरानों के रहमो-करम पर नहीं छोड़ा जा सकता. मौलाना फजलुर रहमान ने 27 अक्टूबर को अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ दक्षिणी सिंध प्रांत से आजादी मार्च की शुरुआत की है. ये लोग इमरान खान पर 2018 के आम चुनावों में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. रहमान का 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम था, काफिले में सैकड़ों की संख्या में वाहनों के होने की वजह से रफ्तार धीमी होनेसे देर हुई. मौलाना ने सुक्कूर, मुल्तान, लाहौर और गुजरांवाला के रास्ते शुक्रवार को तड़के इस्लामाबाद पहुंचे. सभा में पाकिस्तान के विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता भी हिस्सा ले रहे हैं. मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में यह 'आजादी मार्च' शुक्रवार को इस्लामाबाद पहुंच चुका है जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हैं.इस मार्च में फजल के साथ-साथ पाकिस्तान मुस्लिम नेता-नवाज़ (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), और अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के नेता शामिल है. इंसाफ सरकार को गिराने के लिए आयोजित मार्च में भाग लिया. इमरान खान कठपुतली PM: बिलावल भुट्टो प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान एक कठपुतली हैं. भुट्टो ने कहा, 'यह देशअपना सिर एक चयनित प्रधानमंत्री और उसका चयन करने वालों के सामने झुकाने के लिये तैयार नहीं हैं. सरकार से छुटकारा पाने का समय:शहबाज शरीफ पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि इस नकली सरकार से छुटकारा पाने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि यह आजादी मार्च तब तक जारी रहेगा जब तक हम पाकिस्तान इस प्रधानमंत्री से मुक्त नहीं हो जाता है.उल्लेखनीय है कि रहमान ने इमरान पर धांधली कर 2018 के आम चुनाव जीतने का आरोप लगाया है. उन्होंने खान पर आर्थिक कुप्रबंधन, अकुशल एवं खराब शासन के चलते आम लोगों की जिंदगी को दुष्कर बनाने का आरोप भी लगाया है और उनके इस्तीफे की मांग की है.