नई दिल्ली: मायावती ने अपने भाई आनंद को बीएसपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व भतीजे आकाश को नेशनल को ऑर्डिनेटर बनाया

नई दिल्ली: बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) सुप्रीमो मायावती ने अपने भाई भाई आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा भतीजे आकाश आनंद को नेशनल को-आर्डीनेटर नियुक्त किया है. मायावती ने लखनउ में रविवार को आयोजित पार्टी की बैठक में इस यह बड़ा फैसला किया. देश के सभी राज्यों में पार्टी को मजबूत करने के लिए आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारी दी गई है. बीएसपी कैडर में कोऑर्डिनेटर का सबसे बड़ा पद माना जाता है. राजनीति में लंबे समय से परिवारवाद का विरोध करने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाई और भतीजे को पार्टी में अहम जिम्मेदारी देकर आज परिपाटी को बदल दी है. लोकसभा चुनाव 2019 के बाद आज लखनऊ में पहली बार मायावती ने नेशनल लेवल के पार्टी के सभी जिम्मेदार नेताओं, पदाधिकारियों और जोन इंचार्जों के साथ बैठक की, बीएसपी सुप्रीमो इन सभी को विभिन्न राज्यों में अगले साल तक होने वाले विधानसभा चुनावों व जनाधार बढ़ाने के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश दिया है.बीएसपी की इस बड़ी बैठक में बड़े संगठनात्मक बदलाव की घोषण की गयी. मायावती ने पार्टी में दो नेशनल कॉर्डिनेटर अपने भतीजे आकाश आनंद व रामजी गौतम को बनाया है. [caption id="attachment_34691" align="alignnone" width="300"] मायावती, आकाश व आनंद ( फाइल फोटो)[/caption] लोकसभा में बीएसपी के लीडर दानिश अली होंगे बीएसपी सुप्रीमो ने बैठक पार्टी के वरिष्ठ नेता दानिश अली को लोकसभा में पार्टी का नेता बनाने की घोषणा की. दानिश लोकसभा चुनाव से पहले जनता दल सेक्युलर से बीएसपी में शामिल हुए थे. बीएसपी ने दानिश अली को अमरोहा से कैंडिडेट बनाया था. दानिश ने बीजेपी के एमपी कंवर सिंह तंवर को हरा कर चुनाव जीता है. बीएसपी लोकसभा चुनाव में यूपी में एसपी, आरएलडी के साथ गठबंधन कर 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. बीएसपी ने 10 सीटें जीती है. एसपी ने37 सीट पर लड़कर पांच लोकसभा सीटें जीती है. राष्ट्रीय लोकदल को तीन में से एक भी सीट नही जीत पायी है. बैठक में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस देशभर में पार्टी का विस्तार करने, नई रणनीति बनाने, उत्तर प्रदेश उपचुनाव की तैयारियों और पार्टी में बदलाव को लेकर चर्चा की. मायावती ने बैठक में विभिन्न राज्यों में अगले साल तक होने वाले विधानसभा चुनावों व जनाधार बढ़ाने के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश दिये. यूपी में भाईचारा संगठन के गठन के संबंध में की जा रही कार्यवाही का फीडबैक ली. सुप्रीमो ने जिम्मेदार नेताओं के साथ बैठक के बाद अलग-अलग राज्यों के नेताओं के साथ बैठक की. मायावती 2022 के विधानसभा चुनाव सभी 403 सीटों पर लड़ने के लिहाज से तैयारी का संदेश देते हुए संगठन पुनर्गठन व जनाधार विस्तार के भी दिशा-निर्देश दे चुकी हैं. बैठक में लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा से मिले फीडबैक पर चर्चा की गयी. मोबाइल फोन व अन्य सामान बाहर जमा कराया गया बीएसपी सुप्रीमो के निर्देश पर लखनऊ की मीटिंग हाल में प्रवेश से पहले नेताओ को मोबाइल, बैग, पेन, कार की चाबी सहित अपना सामान बाहर ही जमा करना पड़ा. बीएसपी की किसी मीटिंग में इस तरह पहली बार हुआ कि हर नेता का मोबाइल फोन के साथ गाड़ी की चाभी को भी बैठक हाल के बाहर जमा कराया गया. किसी को पेन भी अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी. पार्टी के साधारण कार्यकर्ता से लेकर सांसदों तक को भी मीटिंग में जाने से पहले अपना मोबाइल, बैग व गाड़ी की चाबी भी बाहर ही जमा करवाने पड़े. बैठक से पहले सारे नेताओं के मोबाइल फोन जमा करा लिये गये. जूते-चप्पल, पेन, पर्स, बैग और गले में पड़े ताबीज तक उतरवाकर मीटिंग हॉल में अंदर जाने दिया गया. आंनद कुमार आनंद कुमार मायावती के छोटे भाई हैं. कभी नोएडा में क्लर्क हुआ करते थे. उन पर फर्जी फर्जी कम्पनी बनाकर करोड़ों रुपए लोन लेने और पैसे को रियल स्टेट में निवेश कर मुनाफा कमाने का आरोप है. आनंद कुमार पहली बार तब चर्चा में आये थे जब नोटबंदी के बाद उनके खाते में 1.43 करोड़ रुपए जमा हुए थे.इनमक टैक्स व ईडी आनंद की आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच कर रहा है. आकाश आनंद आकाश आनंद मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. लंदन से एमबीए करने वाले आकाश की बीएसपी की राजनीति में 2017 में एंट्री हुई. मायावती ने 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हारने के बाद सहारनपुर की रैली में उन्हें लॉन्च किया था. लोकसभा चुनाव में भी आकाश मायावती के साथ रैलियों और कार्यक्रमों में नजर आते थे. आकाश आनंद अब पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे. कहा जा रहा है कि पुरानी पद्धति पर काम कर रही बीएसपी में आकाश के आने के बाद से कई बदलाव आये हैं. मीडिया और सोशल मीडिया से दूर रहने वाली मायावती अपने भतीजे के कहने पर ट्विटर पर आईं और लोकसभा चुनाव से पहले आधिकारिक अकाउंट बनाया. मायावती अब लगातार ट्विटर के जरिए विपक्ष पर हमला बोलती रहती हैं. आकाश अब पार्टी को युवा दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे.