नई दिल्ली: AgustaWestland case में ईडी की गिरफ्तारी के डर से कमलनाथ का भांजा फरार, कोर्ट से अग्रिम जमानत की गुहार

नई दिल्ली: एमपी के सीएम कमलनाथ का भांजा रतुल पुरी Enforcement Directorate( ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से फरार हो गया है. ईडी ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी मामले में रतुल पुरी को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन, गिरफ्तारी की आशंका के चलते वह अधिकारियों को चकमा देकर फरार हो गया. रतुल पुरी ने दिल्‍ली कोर्ट में गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है. Enforcement Directorate: Fresh summons will be issued in connection with AgustaWestland case. https://t.co/xUQ54vQI0N" rel="nofollow — ANI (@ANI) July 27, 2019 ईडी सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी अगस्‍ता वेस्‍टलैंड केस में पूछताछ के लिए रतुल पुरी को ताजा समन जारी करेगी. रतुल पुरी ईडी अफसरों को को पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था. इसलिए ईडी उसे गिरफ्तार करना चाहती थी. ईडी ने उसे पूछताछ के लिए समन किया था. रतुल पुरी प्रईडी ऑफिस पहुंचा था. ईडी अफसरों ने उसे इंतजार करने के लिए कहा लेकिन गिरफ्तारी के डर से वह चुपके से वहांर से फरार हो गया. AgustaWestland case: Ratul Puri had approached a Delhi Court & filed an anticipatory bail plea. Court to hear the matter today. — ANI (@ANI) July 27, 2019 ईडी ने इससे पहले अप्रैल महीने में भी अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में एमपी सीएम कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी को पूछताछ के लिए बुलाया था. रतुल पुरी पर आरोप है कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्‍टर घोटाले में उसकी कंपनियों में दुबई से रकम ट्रांसफर की गई थी. एजेंसी यह जांच कर रही है कि आखिर रतुल की कंपनी में किसके इशारे पर पैसा ट्रांसफर किया गया था. उल्लेखनीय है कि यूपीए गर्वमेंट ने फरवरी 2010 में ब्रिटिश-इटैलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद का सौदा किया था. इसके तहत 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद होनी थी. लेकिन यह सौदा विवादों में उलझकर रह गया था. सौदे में कथित तौर पर बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले मिशेल को पिछले साल दिसंबर में यूएई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था. ईडी सूत्रों का कहना है कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी घोटाले में हाल में सरकारी गवाह बने बिचौलिये और दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना द्वारा दर्ज बयान में पुरी का नाम सामने आया था. ईडी के विशेष लोक अभियोजक डीपी सिंह और एन के मट्टा ने दिल्‍ली की विशेष अदालत को बताया था कि एजेंसी ‘आरजी’ नाम के व्यक्ति की पहचान करना चाहती है जिनके नाम से गुप्ता की डायरियों में 50 करोड़ रुपये से अधिक की एंट्री की गई हैं. कमलनाथ का भांजा रतुल पुरी को ईडी ने वीआईपी अगस्टा हेलिकॉप्टर केस में पूछताछ के लिए बुलाया था, यहीं से बाथरूम जाने के बहाने वह फरार हो गया. अब सवाल ये उठता है कि प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस से रतुल पुरी आखिर कैसे फरार हो गए? क्‍या रतुल पुरी को किसी ने खबर दे दी थी कि उसकी गिरफ्तारी होने वाली है?दिल्‍ली पुलिस अब रतुल की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि रतुल को हिरासत में लेने के लिए कनॉट प्‍लेस के एक होटल में भी दबिश दी गई, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. हालांकि, पुलिस को रतुल की गाडी और ड्राइवर मिल गया है. पुलिस अब ड्राइवर से पूछताछ कर रतुल की जानकारी जुटा रही है. अगर ईडी के अधिकारी सर्तक रहते, तो रतुल आज हिरासत में होता. रातुल पुरी के भाग जाने से ईडी अधिकारियों की इस लापरवाही से कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. ईडी पर उठ रहे ये सवाल? कथित आरोपी को गिरफ्तारी के बारे में बताया गया तो उसके साथ कोई सिपाही क्यों नहीं भेजा गया? रतुल पुरी ने जब वॉशरूम जाने की इजाजत मांगी, तब उसके साथ कोई ईडी का अधिकारी क्‍यों नहीं गया? -क्‍या रतुल पुरी को इस बात की सूचना मिल गई थी कि उसे गिरफ्तार करने की योजना ईडी ने बना ली है? रतुल पुरी को क्‍या ईडी के ही किसी अधिकारी ने गिरफ्तारी की सूचना दे दी थी? इससे पहले भी ईडी की जांच टीम सवालों के घेरे में रही है. एक महीने पहले आरोपी से मिलने के आरोपों के बाद दो जांच अधिकारियों को हटा दिया गया था?