नई दिल्ली: Google प्ले स्टोर पर मिले 33 नये डैंजर ऐप को करें डिलीट

नई दिल्ली: गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर फोन और डेटा को नुकसान पहुंचाने वाले 33 नये डैंजर ऐप्स मौजूद मिले हैं. इन इंफेक्टेड ऐप्स के जरिए साइबर क्रिमिनल्स यूजर के स्मार्टफोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं. ये ऐप्स फोन में मौजूद पर्सनल डेटा की भी चोरी कर सकते हैं. हाल ही में आई डॉक्टर वेब की एक रिपोर्ट के अनुसार प्ले स्टोर पर 33 नये मलीशस ऐप्स (वायरस वाले ऐप) की पहचान की गयी है. इन ऐप्स को 10 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है. गूगल के लिए प्ले स्टोर पर मौजूद सभी ऐप्स की विश्वसनीयता को चेक करना मुश्किल भरा काम होता है. ऐसे में हम खुद सतर्क रहकर इन मलीशस ऐप से बच सकते हैं. इन 33 ऐप्स को रिसर्च में डैंजर कैटिगरी में रखा गया है. टारगेट पर डेली यूज वाले ऐप मैलवेयर से वे ऐप ज्यादा इंफेक्टेड होते हैं जिन्हें यूजर अक्सर इस्तेमाल करते हैं. जीपीएस फिक्स ऐप एक लोकेशन डिटेक्टर और नैविगेशन ऐप है. यह ऐप डिवाइस के जीपीएस/एजीपीएस को तब तक ऑन रखता है जब तक की लोकेशन को फिक्स ना कर दिया जाए. ऐसे ही QR Code Reader ऐप, QR ऐंड बारकोड स्कैनर, ai type फ्री इमोजी कीबोर्ड ऐप और क्रिकेट मजा लाइव कुछ ऐसे डेली यूज वाले ऐप पर मैलवेयर अटैक हो चुका है. एक्सपर्ट्स की सलाह है कि फोन और डेटा की सेफ्टी के लिए इन ऐप्स को इंस्टॉल ना की जाये. डिक्शनरी और फिटनेस ऐप भी इंफेक्टेड व्लर्ड में यूजर्स अपने स्मार्टफोन में कोई ना कोई डिक्शनरी ऐप रखते हैं. यह ऐप कई काफी काम का साबित होता है. रिसर्च में पता चला है कि English To Urdu ऑफलाइन डिक्शनरी ऐप मैलवेयर अटैक के कारण अब मलीशस ऐप्स की कैटिगरी में आ गया है. यूजर्स की फिटनेस को ट्रैक करने वाला ऐप Pedometer Step Cunter भी इस्तेमाल करने के लिए अब सुरक्षित नहीं है. अगर आपके फोन में ये ऐप हैं तो बिना दो बार सोचे इसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दें. रास्ता बताने वाले ऐप में भी मैलवेयर यूजर गूगल मैप्स की बजाय अपने डिवाइस में नैविगेशन के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स को रखते हैं. यह पॉप्युलर ऐप है रूट फाइंडर. डॉक्टर वेब की रिसर्च में पाया गया है कि यह ऐप भी मैलवेयर से ग्रसित है. ऐसे ही स्पीड बताने वाले दो ऐप जीपीएस स्पीडोमीटर और जीपीएस स्पीडोमीटर प्रो को भी डैंजर ऐप्स की कैटिगरी में रखा गया है. इन ऐप्स से यूजर्स को जितना फायदा नहीं होता उससे ज्यादा नुकसान होता है. डॉक्यूमेंट रीडर ऐप में मैलवेयर PDF व्यूअर, नोटपैड टेक्स्ट रीडर और नोटपैड टेक्स्ट रीडर प्रो भी यूजर्स के फेवरिट ऐप्स का इस्तेमाल डॉक्यूमें फाइल को पढ़ने और एडिट करने के लिए किया जाता है. रिसर्चर ने इन दोनों ऐप को मैलवेयर इंफेक्टेड बताया है. सोशल मीडिया के खास ऐप भी इंफेक्टेड सोशल मीडिया यूजर्स को अनफ्रेंड या डिलीट करने वाले का पता लगाने वाले दो ऐप Who Unfriended me? और Who Deleted Me? भी मैलवेयर इफेक्टेड है. धर्म से जुड़े ऐप भी डैंजर प्ले स्टोर पर मौजूद ढेरों धार्मिक ऐप मुस्लिम प्रेयर टाइम्स ऐंड किबला कंपास, किबला कंपास- (प्रेयर टाइम्स, कुरान, कलमा अजान), फुल कुरान एमपी3, एआई कुरान एमपी3, प्रेयर टाइम्स, रमदान टाइम्स, सिख वर्ल्ड जैसे कुछ ऐपमलीशस मैलवेयर से इंफेक्टेड हैं. डैंजर एप ओके गूगल वॉइस कमांड्स (गाइड), 1300 मैथ फॉर्म्युला मेगा पैक, GPS Route Finder & Transit, सोशल साइंस- (स्कूल कर्रिकुलम), Bombuj, विडियो टू एमपी3 कन्वर्टर (रिंगटोन मेकर एमपी3 कटर), पावर वीपीएन फ्री वीपीएन, अर्थ लाइव कैम, रिमूव ऑबजेक्ट फ्रॉम फोटो और Cover art IRCTC Train PNR Status, NTES Rail Running Status एप्स भी रिसर्च में मलीशस कैटिगरी के रेंज में रखे गये हैं.