नई दिल्ली: कांग्रेस ने मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई: राहुल

मोदी ने बंद कमरे में मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस23 मई को जनता करेगी फैसला

नई दिल्ली: कांग्रेस प्रसिडेंट राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव रिजल्ट से चार-पांच दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. राहुल ने सवाल किया कि आपने मुझसे राफेल पर बहस क्यों नहीं किया? आपने अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये क्यों दिया.राहुल शुक्रवार को एआइसीसी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे.     राहुल ने तंज करते हुए कहा, 'वेरी गुड, प्रधानमंत्री का पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव परिणाम से चार पांच दिन पहले होता है. यह अजीब है कि प्रधानमंत्री अमित शाह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. सुना है दरवाजा बंद कर दिया गया है और कुछ पत्रकारों को घुसने नहीं दिया जा रहा है. बंद कमरे में प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है. राहुल गांधी ने कहा कि मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुधार हो गया है और यह आपकी वजह से है इसलिए आपको भी धन्यवाद. उन्होंने कहा कि हमने प्रभावी ढंग से जनता के मुद्दे उठाये. मोदी जी के पास असीमित धनबल, मार्केटिंग, टीवी प्रचार था; हमारे पास सिर्फ "सच्चाई" थी और सच्चाई जीतेगी. राहुल ने मीडिया से सवाल किया कि मुझसे न्याय योजना का पैसा कहां से आयेगा..ये सब सवाल पूछते रहे और तो पीएम से आम खाने के तरीके और कपड़ों पर सवाल से आगे बढ़ मुद्दों पर सवाल नही पूछे. सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह का बहुत अनुभव है. मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं. मैं अनुभवी लोगों को धक्का मारकर नहीं भगाता हूं. कांग्रेस उनके अनुभव का फायदा उठायेगी. मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने मोदी और भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ी और हमारे संस्थानों की रक्षा की. यही हमारा मूल कर्तव्य है. कांग्रेस पार्टी ने मजबूती से विपक्ष की भूमिका निभाई. हमने मोदी की भ्रष्टाचार-विरोधी सच्चाई की पोल खोली. राहुल ने कहा कि हमारी दूसरी प्राथमिकता है कि कांग्रेस की विचारधारा को विस्तार दिया जाए और हमारी तीसरी प्राथमिकता विधानसभा चुनाव जीतना है. विचारधारा के स्तर पर मायावती जी, मुलायम जी, ममता जी और चंद्रबाबू नायडू जी हमारे साथ हैं, वे भी नरेन्द्र मोदी को हराना चाहते हैं. 23 मई को जनता का मूड पता चल जाएगा। स्थिति साफ हो जायेग कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा, कौन नहीं बनेगा. जनता मालिक है जो आदेश होगा, उसका पालन होगा.  राहुल गांधी ने चुनाव अभियान के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया. राहुल ने चुनाव आयोग पर सवाल करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग की भूमिका इस चुनाव में पक्षपात पूर्ण रही. मोदी जी जो भी कहना चाहते हैं, वो कहते रहे जबकि हमें एक ही बात कहने से रोका जाता है. ऐसा लगता है कि चुनाव कार्यक्रम मोदी जी के चुनाव प्रचार के लिए बनाया गया था. मोदी जी की जो फिलॉसफी है वह हिंसा की है गांधी जी की नहीं है. बाकी जनता 23 मई को जो डिसाइड करेगी उसके आधार पर काम करेंगे। उससे पहले मैं इस बारे में कुछ नहीं बोलूंगा.


उन्होंने कहा कि यह चुनाव राफेल के भ्रष्टाचार, रोजगार, किसानों की हालत, इकॉनमी, जीएसटी और नोटबंदी पर हुआ और इस पर जवाब ही नहीं दिया. नरेंद्र मोदी बताते हैं आम कैसे खाते हैं, कुर्ता काट देते हैं. आप हमसे हर सवाल पूछते हैं कि न्याय योजना का पैसा कहां से आयेगा.  मोदी जी से पूछा गया कि बालाकोट के बारे में बताए और मोदी जी ने कहा कि मौसम खराब है, रेडार नहीं पकड़ पायेगा. राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के माता-पिता का आदर करता हूं और प्रधानमंत्री पद का आदर करता हूं और मैं उनको नफरत के बदले में प्यार लौटाऊंगा. अगर उनके माता पिता ने कुछ गलत भी किया फिर भी मैं उनके माता पिता के बारे में नहीं बोलूंगा लेकिन वह हमारे बारे में गंदा बोलना चाहते हैं तो उनपर है.राहुल ने कहा कि  2014 में लोकसभा में हमारे नंबर कम थे लेकिन कांग्रेस ने विपक्ष का भूमिका ए ग्रेड से निभाई. हमने नरेंद्र मोदी को घेर लिया और 2014 में वह जो थे, उनके विचार को खत्म कर दिया. उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ूंगा लेकिन आज कहीं भी बोल दीजिए चौकीदार तो जवाब मिलता है चोर है.