नई दिल्ली: सेंट्रल गर्वमेंट ने इनकम टैक्स के 12 सीनीयर अफसरों को नौकरी से हटाया

  • ऐक्शन के जरिए करप्ट अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश
  • मोदी सरकार ने करप्शन पर किया कड़ा वार
  • अफसरों पर रिश्वत या जबरन वसूली या यौन उत्पीड़न का था आरोप
  • एक अफसर से अपनी आय से 133.71 गुना संपत्ति जुटायी थी
  • अफसरों ने गैरकानूनी तरीके से संपत्ति जुटाये व घूस मांगे थे
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी गर्वमेंट ने अपने दूसरे कार्यकाल के प्रारंभ में ही करप्शन के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेते हुए इनकम टैक्स के 12 सीनीयर अफसरों की छुट्टी कर दी है. इनमें एक जॉइंट कमिश्नर रैंक के अफसर भी शामिल हैं. इनमें से कुछ अफसरों पर रिश्वत, जबरन वसूली वएक पर महिला अफसरों का यौन शोषण करने के गंभीर आरोप लगे थे. जॉइंट कमिश्नर की रैंक के अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार और तांत्रिक चंद्रास्वामी की मदद करनेवाले कारोबारियों से जबरन वसूली की गंभीर शिकायतें मिली थीं. नोएडा में कमिश्नर (अपील) के पोस्ट पर तैनात एक IRS अफसर की भी छुट्टी की गयी है. उनपर कमिश्नर रैंक की ही दो IRS महिला अफसरों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. जबरन रिटायर किये गये एक अन्य IRS अफसर ने अपने और फैमिली के दूसरे मेंबर के नाम 3.17 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां अर्जित की थी. उन्होंने कथित तौर पर अपने पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और गैरकानूनी तरीके से चल और अचल संपत्तियां जमा की थी. इनकम टैक्स के एक कमिश्नर के खिलाफ CBI एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. उन्हें अक्टूबर 2009 में सस्पेंड कर दिया गया था. उन पर आपराधिक मुकदमा लंबित था. अब सरकार ने इन्हें भी जबरन रिटायर कर दिया है. इनकम टैक्स के एक सीनीयर अफसर भ्रष्टाचार और वसूली के कई मामलों में लिप्त पाये गये. उन्होंने कई गलत और बदनीयत से आदेश जारी किए थे, जिसे बाद में अपीलीय अथॉरिटीज द्वारा पलट दिया गया था. गर्वमेंट ने इस अफसर की भी छुट्टी की है. एक अफसर के पास से 1.55 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति मिली. यह उनके आय के ज्ञात स्रोतों से 133.71 परसेंट ज्यादा है. इन्होंने पैसे को ठिकाने लगाने के लिए हवाला चैनलों का भी इस्तेमाल किया.सरकार ने इन्हें भी जबरन रिटायर कर दिया है. कमिश्नर रैंक के एक अफसर पर फर्जी कंपनी के एक मामले में राहत पहुंचाने के लिए एक कारोबारी से 50 लाख की घूस मांगी थी.इन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गैरकानूनी तरीके से 3.13 करोड़ की बेहिसाब संपत्तियां अर्जित की.सरकार ने इन्हें भी जबरन रिटायर कर दी है.