नई दिल्ली: बीजेपी एमपी डॉ. वीरेंद्र कुमार बनेंगे प्रोटेम स्पीकर, सभी सांसदों को शपथ दिलायेंगे

नई दिल्ली: बीजेपी के एमपी डॉ. वीरेंद्र कुमार 17वीं लोकसभा के प्रोटेम स्‍पीकर होंगे. डा कुमार लोकसभा के नवनिर्वाचिता सांसदों को शपथ दिलायेंगे. दलित समुदाय से आने वाले वीरेन्द्र कुमार छह बार से एमपी हैं. जब भी कोई नई लोकसभा गठित होती है तो संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में सबसे अधिक समय गुजारने वाले सदस्य या निर्वाचित सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है. संसदीय मामलों के मंत्रालय के माध्यम से सत्तारूढ़ पार्टी या गठबंधन प्रोटेम स्पीकर का नाम राष्ट्रपति के पास भेजता है. इसके बाद राष्ट्रपति प्रोटेम स्पीकर को नियुक्त करते हैं, जो नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाता है. नये सांसदों को शपथ दिलाने में प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए सरकार दो-तीन नामों की सिफारिश करती है. लगभग दो दिनों तक सदस्यों को शपथ दिलाने का काम चलता है और इसके बाद सदस्य अपने लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव करते हैं. अध्यक्ष के चुनाव के बाद राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हैं. प्रोटेम स्पीकर सामान्य चुनाव के बाद संसद के निचले सदन की पहली बैठक की अध्यक्षता करता है, इसके अलावा बैठक में अध्यक्ष और उपसभापति का चुनाव होता है, यदि यह एक नया गठित सदन है.प्रोटेम शब्द लैटिन भाषा के शब्द प्रो टैम्पोर का संक्षिप्त रूप है. इसका अर्थ होता है- 'कुछ समय के लिए'. प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है और इसकी नियुक्ति आमतौर पर तब तक के लिए होती है जब तक लोकसभा या विधानसभा अपना स्थायी विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) नहीं चुन लेती..