नई दिल्ली:एयरफोर्स के लपाता एएन-32 विमान में सवार सभी 13 लोगों के शव बरामद, ब्‍लैक बॉक्‍स भी मिला

बचाव दल ने की पुष्टि, हादसे में मारे गए सभी जवानों के परिवार को इसकी सूचना दी गई विमान के मलबे तक पहुंचने के लिए 15 सदस्‍यीय विशेषज्ञ दल को हेलिड्रॉप किया गया था एएन-32 विमान हादसे में मारे गए 13 लोगों में 6 वायुसेना अधिकारी और 7 एयरमैन हैं ईटानगर : इंडियन एयरफोर्स के दुर्घटनाग्रस्‍त मालवाहक विमान एएन-32 में सवार आइएएफ के सभी 13 जवान मारे गये हैं. विमान के मलबे तक पहुंचे बचाव दल ने इसकी पुष्टि की है. हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिवार को इसकी सूचना दे दी गयी है. बचाव दल ने सभी 13 लोगों के शव बरामद कर लिये हैं. उन्हें लाने के लिए हेलकॉप्टर का इस्तेमाल किया जायेगा. विमान का ब्लैक बॉक्स भी बरामद कर लिया गया है. अरुणाचल के सियांग जिले में 12 हजार फीट उंचाई पर पहाड़ पर यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में 6 अधिकारी और 7 एयरमैन हैं. मारे गये लोगों में विंग कमांडर जीएम चार्ल्‍स, स्क्वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर थापा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वॉरंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कोरपोरल शेरिन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज, गैर लड़ाकू कर्मचारी पुतली और राजेश कुमार शामिल हैं. इससे पहले 15 सदस्‍यीय बचाव दल गुरुवार सुबह विमान के मलबे तक पहुंचा था. मलबे की जांच में चालक दल का कोई भी सदस्‍य जिंदा नहीं मिला. जानकारी के मुताबिक, दुर्घटनास्थल से सभी 13 लोगों के शवों को अरुणाचल प्रदेश से लाने के लिए हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जायेगा. इससे पहले विमान के मलबे तक पहुंचने के लिए बुधवार को एक 15 सदस्‍यीय विशेषज्ञ दल को हेलिड्रॉप किया गया था. इस दल में एयरफोर्स, आर्मी के जवान और पर्वतारोही शामिल थे. बचाव दल को पहले एयरलिफ्ट करके मलबे के पास ले जाया गया और फिर उन्‍हें हेलिड्रॉप किया गया. दुर्घटना वाला इलाका काफी ऊंचाई पर और घने जंगलों के बीच है, ऐसे में विमान के मलबे तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण काम था.