एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने KBC में 25 लाख जीते, पूरी राशि शहीदों के आश्रितों के लिए बने बैंक अकाउंट 'भारत के वीर' में जमा किये

रांचीः एनडीआरएफ के डीजी व झारखंड कैडर के 1988 बैच के आइपीएस अफसर सत्य नारायण प्रधान ने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में 25 लाख रुपये जीते हैं. उन्होंने जीत की पूरी राशि शहीदों के आश्रितों के लिए बने खाता 'भारत के वीर' में जमा कर दिया है.केबीसी के इस शो का प्रसारण सोनी टीवी पर छह सितंबर की रात नौ बजे से होगा. ओडिशा निवासी आइपीएस अफसर सत्य नारायण प्रधान वर्तमान में सेंट्रल डिपुटेशन पर हैं और हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) में डीजी हैं. बकौल प्रधान कौन बनेगा करोड़पति ने उन्हें शो के लिए निमंत्रण दिया था. उन्होंने केबीसी से महानायक अमिताभ बच्चन के निमंत्रण को डीजी एनडीआरएफ के रूप में केवल इसी शर्त पर स्वीकार किया कि जीती हुई पूरी राशि वे शहीदों के आश्रितों के खाते में जमा करेंगे. केबीसी के स्वीकार करने के बाद एनडीआरएफ की टीम प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए मुंबई गई थी. शो के दौरान हुई बातचीत और अपने अनुभवों को साझा नहीं कर सकते, क्योंकि शो का प्रसारण होने से पहले इसके लिए मना किया गया है. केबीसी के हॉट सीट पर अमिताभ के साथ बैठना कभी न भुलने वाला पल एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि 'कौन बनेगा करोड़पति' के हॉट सीट पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ बैठना अपने आप में अद्भुत अनुभव रहा. अब तक टेलीविजन पर ही यह शो देखा था. अमिताभ बच्चन को सामने से देखा. अमिताभ के सवाल पूछने का अंदाज व शो का संचालन अद्भुत था. मेरे लिए वह पल रोमांच से भरा हुआ था, जब मैं केबीसी के हॉट सीट पर बैठकर महानायक के सवालों का जवाब दे रहा था. केबीसी के हॉट सीट पर बैठना कभी न भुलने वाला पल है. आइपीएस एसएन प्रधान 1988 बैच के आइपीएस अफसर एसएन प्रधान वर्ष 2019 की 22 जनवरी को एनडीआरएफ के डीजी बने. प्रधान इससे पहले वर्ष 2016 की अगस्त वर्ष 2019 की जनवरी तक पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे. श्री प्रधान हैदराबाद यूनिवर्सिटी से पोलिटिकल साइंस में पीजी किया है. बाद जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन पर एमफिल. किया. वह ब्रिटिश काउंसिल से प्रतिष्ठित चिवनिंग फेलोशिप से सम्मानित हुए हैं. उन्होंने यूनाइटेड किंगडम के यूनिवर्सिटी ऑफ एसेक्स में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून पर एलएलएम की डिग्री ली है. ज्वाइंट बिहार के विभिन्न जिलों में एसपी रहे हैं. सरदार बल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद में सहायक निदेशक व उप निदेशक रहे. इस दौरान उन्होंने आइपीएस अफसरों के छह बैच को ट्रेनिंग दी. प्रधान को कविता व कहानी लेखन में विशेष रुचि है. उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया व ब्रिटिश काउंसिल में शॉर्ट स्टोरी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता था। उन्हें अंतरराष्ट्रीय कवि समाज की ओर से अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार 'पोएट ऑफ मेरिट' मिला है. उन्हें पुलिस विषय पर निबंध प्रतियोगिता में दो बार प्रधानमंत्री सिल्वर कप का विजेता बनने का सौभाग्य मिला. वे पुलिस अनुसंधान, बेहतर पुलिसिंग पर मैगजीन आदि के संपादक रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं में विशेषज्ञ के तौर पर उपस्थित रहे हैं. हैदराबाद यूनिवर्सिटी की ओर से क्रिकेट भी खेला है. श्री प्रधान को वर्ष 2006 में राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पदक व वर्ष 2012 में राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक मिला है. वर्ष 2008 में यूके सरकार ने पुलिसिंग पर इनोवेशन के लिए उन्हें 'क्विंस अवार्ड' दिया था. पुलिसिंग में आइटी के प्रयोग पर हाल के वर्षों में उन्हें कई विशिष्ट अवार्ड मिल चुके हैं. साइबर सुरक्षा व साइबर पीस पर उन्होंने बहुत कार्य किया. आपदा प्रबंधन पर डिप्लोमा किया और अब एनडीआरएफ में नई-नई खोज व बेहतर अभ्यास करवा रहे हैं.