महाराष्ट्र: बीजेपी का गर्वमेंट बनाने से इनकार, गर्वनर ने शिवसेना को दिया न्योता

मुंबई:बीजेपी ने महाराष्ट्र में गर्वेंट बनाने से इनकार कर दिया है. बीजेपी नेताओं की बैठक में गर्वमेंट नहीं बनाने का फैसला किया गया. बैठक के बाद सीएम देंवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे समेत बीजेपी की सीनीयर लीडरों ने गर्वनर से मुलाकात कर सरकार नहीं बनाने के फैसले से अवगत कराया. बीजेपी के इनकार के बाद गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी ने अब दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया है. इधर एनसीपी ने कह दिया है कि शिवसेना एक साथ दो गठबंधनों में नहीं रह सकती. शिवसेना पहले एनडीए छोड़े फिर समर्थन पर फैसला करेंगे. गवर्नर से मिलने बाद बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है. बीजेपी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं. शिवसेना चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था. राज्य की जनता ने गठबंधन को बहुत अच्छा जनादेश दिया. यह जनादेश सरकार बनाने के लिए काफी था.गर्वनर ने कल ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को गर्वमेंट बनाने का न्योता दिया. शिवनसेना ने जनादेश का अनादर करते हुए सरकार नहीं बनाने की इच्छा जाहिर की. हम भी अकेले सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं. हमने राज्यपाल को यह सूचित कर दिया है. शिवसेना चाहे तो एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना सकती है. उन्हें हमारी शुभकामनाएं. इससे पहले मुख्यमंत्री निवास पर रविवार को दो बार बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हुई.कोर कमेटी की दूसरी बार हुई बैठक को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. बैठक के बाद भाजपा नेताओं ने राजभवन जाकर राज्यपाल को बता दिया कि बहुमत सिद्ध करने लायक संख्याबल नहीं होने के चलते पार्टी सरकार नहीं बनायेगी.राज्यपाल से मुलाकात के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शिवसेना पर जनादेश के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने का जनादेश दिया था. पाटिल ने शिवसेना को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए शुभकामनाएं भी दी. शिवसेना को समर्थन के लिए एनसीपी ने रखी शर्त गर्वनर ने शिवसेना के विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे से सोमवार शाम 7.30 बजे तक अपनी पार्टी की इच्छा और सरकार बनाने की उसकी क्षमता यानी बहुमत के आंकड़े की जानकारी देने को कहा है. राजभवन की तरफ से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है.288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 105 और शिवसेना के 56 सदस्य हैं.एनसीपी के 54 और कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 44 है.बहुमत के लिए 145 सदस्यों की जरूरत है. एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने साफ कर दिया है कि शिवसेना एक साथ दो गठबंधनों में नहीं रह सकती. शिवसेना पहले सेंट्रल व स्टेट में बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला करे, फिर हमसे समर्थन की उम्मीद करे. ऐसे में मोदी मंत्रिमंडल में शिवसेना के कोटे से शामिल अरविंद सावंत को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है. सरकार बनाने के लिए किसी को समर्थन देने पर अंतिम निर्णय आलाकमान करेगा.