बिहार:देवघर के दो पुलिस कांस्टेबल की लव अफेयर:फैमिली के लोग थे शादी के खिलाफ,साथ जी नहीं सकते थे इसलिए जान देने का फैसला किया

पटना:झारखंड के देवघर जिले के दो पुलिस कांस्टेबल सरोज कुमार झा व नंदिनी की की दर्दनाक लव स्टोरी जानकर लोगों के आंखों में आसू आ जा रहे हैं.दोनों में लव अफेयर था. दोनों एक दूसरे को जीन जान से चाहते थे.जीवन साथी बनना चाहते थे.घरवालों ने एक जाति का नहीं होने के कारण दोनों कांस्टेबलों की शादी करने से इन्कार कर दिया.प्रेम पर घरवालों ने पहरा बैठा दिया. दोनों ने एक साथ नौकरी ज्वाइन की थी और एक साथ काम करते थे.काम के साथ-साथ दोनों एक-दूसरे से बेइन्हा प्यार करने लगे.शादी करना चाहते थे लेकिन घर वालों को यह मंजूर नहीं था.ऐसे में दोनों ने सुसाइड करने का फैसला लिया. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को दोनों कांस्टेबल ने पटना जंक्शन और सचिवालय हॉल्ट के बीच ट्रेन के आगे छलांग लगा दी.महिला कांस्टेबल नंदिनी की मौके पर ही मौत हो गई.पुरुष कांस्टेबल सरोज का गंभीर हालत में पीएमसीएच में एडमिट कराया गया है. नंदिनी और उसका प्रेमी सरोज पटना के होटल वृंदावन में ठहरे थे.पुलिस ने वहां जाकर छानबीन की तो पता चला कि दोनों ने होटल के रजिस्टर में खुद को पति-पत्नी बताया था.घरवालों की मर्जी के खिलाफ वे शादी करने की तैयारी में थे.हालांकि सरोज यह कह रहा था कि एक तरीके से उसने नंदिनी के साथ शादी कर ली थी. दोनों ने तीन दिनों की छुट्टी लेकर देवघर से पटना पहुंचे थे. दोनों प्रेमी-प्रेमिका देवघर जिला के साइबर सेल में थे. दोनों ने एक साथ 12 मई, 2017 को झारखंड पुलिस में ज्वाइन किया था.दोनों के पास से मिले आइकार्ड से उनकी पहचान की गयी है.पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट सरोज झा ने टीओपी पुलिस को बताया कि दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे.दोनों शादी करना चाहता थे.दोनों के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे. परेशान होकर दोनों ने सुसाइड करने का फैसला ले लिया.सोरज ने पुलिस को बताया कि कांस्टेबल नंदनी की शादी उसके परिजनों ने दूसरी जगह तय कर दी थी.इसकी जानकारी होने के बाद दोनों काफी परेशान हो गये थे.परिवार के लोगों को सरोज ने नंदनी सेलव करने की बात बताकर उससे शादी करने की इच्छा जतायी.नंदनी ने भी परिवार के लोगों के सामने सरोज से ही शादी करने की इच्छा व्यक्त की.परिजन सरोज के साथ उसकी शादी करने को तैयार नहीं हुए. दोनों के लव अफेयर की जानकारी होने पर उन पर नजर भी रखनी शुरू कर दी. सरोज का दावा कहना कि वह अपने परिजनों को शादी के लिए तैयार करा लेता,लेकिन प्रेमिका नंदिनी के घरवाले तैयार नहीं हुए.बकौल सरोज वह दो माह पहले रिश्ते को लेकर नंदनी के घर भी गया था.इस दौरान दोनों परिवारों बीच पंचायत भी हुई थी,लेकिन नंदिनी के परिजन शादी को तैयार नहीं हुए. सोरज ने पुलिस को दिये अपने बयान में कहा है कि शादी नहीं होने से वह टेंशन में था.वह अपने घर वालों को भी कई बार नंदनी से शादी नहीं होने पर जान देने की चेतावनी दी थी प्रेमिका नंदनीने भी उसका साथ दिया था. जीने की इच्छा नहीं थी सरोज ने पुलिस को दिये गये बयान में कहा कि ‘हमें जीने की इच्छा नहीं थी.इस कारण हमलोगों ने सुसाइड करने का फैसला किया.ट्रेन को आता देख हमलोग ट्रैक पर लेट गये.नंदिनी बीच ट्रैक पर थी.किनारे रहने के कारण सरोज ट्रेन के झटके से दूर जा गिरा जबकि नंदिनी ने वहीं दम तोड़ दिया. सरोज का हाथ कट चुका है.उसे सिर में भी गहरी चोट है. पीएमसीएच टीओपी थाने के प्रभारी अमित कुमार का कहना है कि सचिवालय पुलिस की मदद से जख्मी सरोज को पीएमसीएच लाया गया.सरोज ने बताया कि वह गुरुवार की सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर देवघर के साइबर थाने के पुलिस ग्रुप पर आखिरी मैसेज किया था.मैसेज में उसने लिखा कि ‘हमलोगों को माफ कर दीजियेगा सर’.इसके बाद कोई मैसेज नहीं आया.ग्रुप पर सरोज का मैसेज देखते ही उसके अफसरों ने कहा कि आप लोग आ जाइये.आपलोगों को कुछ नहीं होगा. इसके बाद भी कोई जवाब नहीं आया.दोनों कांस्टेबल को जब पुलिस के आला अफसरों ने वापस आने को कहा तो वे तैयार हो गये.दोनों ने गुरुवार को पटना से लौटने की बात कही थी.इस मैसेज के कुछ देर बाद देवघर पुलिस महकमे में सरोज और नंदिनी के ट्रेन से कूद जाने की खबर मिली.