धनबाद:जमीन कारोबारी समीर मंडल मर्डर केस का खुलासा,पुलिस ने एक शूटर को किया अरेस्ट

  • पार्टनर अजय पासवान की भी मर्डर की थी प्लानिंग
  • जमीन कारोबार पर वर्चस्व के लिए जयमंगल हाजरा ने करायी समीर की मर्डर
  • रंगदारी मामले में अभी जेल में है जयमंगल
  • पुलिस ने साढ़े सात माह में सुलझायी मर्डर की गुत्थी
धनबाद। सरायढेला पुलिस स्टेशन की पुलिस ने कार्मिक नगर वीर कुंवर सिंह नगर निवासी जमीन कारोबारी समीर मंडल मर्डर केस का खुलासा कर लिया है।जमीन खरीदारी में प्रतिद्वंद्विता व कारोबार पर वर्चस्व के लिए बगुला बस्ती निवासी जयमंगल हाजरा ने समीर की मर्डर करवायी थी। सरायढेला पुलिस रंगदारी के मामले में पिछले 31 जनवरी को जयमंगल को जेल भेजी है।वह अभी जेल में ही है।पुलिस समीर की मर्डर करने वाले एक शूटर हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी अवधेश सिंह के पुत्र आशीष उर्फ रंजन सिंह को अरेस्ट की है। आशीष के पास से एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा गोली, काला रंग का हेलमेट व एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है। मर्डर में शामिल आशीष का सहयोगी व दूसरा शूटर सतीश गुप्ता उर्फ समीर अभी भी फरार है। पुलिस कोर्ट में पेशी के बाद आशीष को जेल भेज दी है। सिटी एसपी आर राजकुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है।प्रेस कांफ्रेस में डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मुकेश कुमार,सरायढेला पुलिस स्टेशन इंचार्ज कन्हाई राम भी उपस्थित थे। यह भी पढ़ें: सरायढेला कार्मिक नगर में दिन दहाड़े जमीन कारोबारी समीर मंडल को गोलियों से भूना उल्लेखनीय है कि रिटायर्ड रेलवे स्टाफ का पुत्र समीर मंडल मूलत: जामताड़ा के नारायणपुर थाना अंतर्गत नयाडीह गांव का रहने वाला था। समीप अपने परिजनों के साथ पाथरडीह लोको बाजार में रहता था। समीप जून माह में ही परिजनों के साथ वीर कुंवर सिंह नगर में किराये के मकान में शिफ्ट किया था। मुहल्ले में घर बनाने के लिए जमीन भी खरीदी थी। यह भी पढ़ें: समीर मर्डर मामले में बीएचपी लीडर समेत चार के खिलाफ पुलिस में कंपलेन मर्डर का कारण 1.5 एकड़ जमीन सिटी एसपी ने कहा कि समीर मंडल ने बगुला बस्ती में 1.5 एकड़ जमीन एग्रीमेंट किया था। जमीन दलाल जय मंगल हाजरा की भी इस जमीन पर नजर थी। समीर अपनी व्यवहारिकता से रैयतों से अपने नाम जमीन एग्रीमेंट करवा लिया। जयमंगल को इससे झटका लगा। जयमंगल की नजर पर समीर चढ़ गया। जयमंगल इसका बदला लेने की फिराक में रहने लगा। जयमंगल ने समीर मंडल व उसके पार्टनर अजय पासवान की मर्डर कराने की प्लानिंग की। जयमंगल ने आशीष उर्फ रंजन सिंह व सतीश गुप्ता उर्फ समीर से संपर्क किया। जयमंगल ने मर्डर करने के लिए 10-10 लाख रुपये की सुपारी दी।बगुला बस्ती व काशीटांड़ की जमीन पर 50 परसेंट की हिस्सेदारी भी देने का आश्वासन दिया।जयमंगल से सौदा तय होने पर आशीष व सतीश दोनों ने समीर व अजय की रैकी करना शुरू कर दिया।समीर 23 जुलाई को रजिस्ट्री ऑफिस से घर लौट रहा था तो कार्मिक नगर में गाड़ी रुकवा कर गोली मार दी गयी। समीर की मौके पर ही मौत हो गयी। यह भी पढ़ें:वाहन कब्जा मामले में ढुल्लू की बेल पर सुनवाई,जमीन कब्जा केस दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर,नोटिस तामिला मर्डर से पहले दिल्ली चला गया था जयमंगल सिटी एसपी ने बताया कि समीर की मर्डर से पहले जयमंगल हाजरा दिल्ली चला गया था। समीर की मर्डर के बाद आशीष व सतीश ने जयमंगल को फोन कर काम होने जाने की जानकारी दी। जयमंगल शाम ट्रेन से धनबाद पहुंचा। आशीष व सतीश उसे रिसीव करने स्टेशन पहुंचा था।