कोडरमा: चार चरणों की वोटिंग में ही विपक्ष हो गाये चारों खाने चित: मोदी

  • लोकतंत्र के भगवान को चढ़ाएं श्रद्धा के 'फूल'
  • नीयत साफ हो तो बिना लूट-खसोट के सरकार चल सकती है
  • चौकीदार ने विपक्ष के घोटाले-लूट करने वालों की सारी दुकानें बंद करा दी
  • लोगों को झांसे में फंसाने की कोशिश कर रहा है विपक्ष
  • Vijay Sankalp Rally: जमुआ में MODI का चला जादू, कोडरमा और गिरिडीह में BJP की विजय का दिलाया संकल्प
कोडरमा: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि चार चरणों में ही विपक्षी चारों खाने चित हो गये हैं. आप लोकतंत्र के भगवान को श्रद्धा का फूल अवश्‍य चढ़ायें. विपक्ष के लोग अब झूठे अफवाह फैला रहे हैं कि मोदी तो जीत ही गया. अब वोट करने क्यों जाना. मोदी ने लोगों से अपील की कि वे झांसे में न आयें और वोट देने जरूर जायें. पीएम ने पहली बार वोटर बने युवाओं से बढ़-चढ़कर वोट करने की अपील की. पीएम ने कहा हमें आन-बान-शान के साथ जीतना है. इस जीत में आपका भी कमल का फूल शामिल होना चाहिए.पीएम सोमवार को कोडरमा संसदीय क्षेत्र के जमुआ श्याम सिंह नावाडीह गांव के विशाल मैदान में विजय संकल्‍प सभा को संबोधित कर रहे थे. पीएम ने कोडरमा के बीजेपी कैंडिडेट अन्‍नपूर्णा देवी के समर्थन में लोगों से मतदान की अपील की. मोदी ने विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र रूपी भगवान की पूजा करने के लिए आप बटन दबाकर श्रद्धा का फूल अर्पित करें. उन्होंने कहा कि आपके चौकीदार ने विपक्ष के कोयला घोटाला, राशन घोटाला, न जाने कितने घोटाले-लूट करने वालों की सारी दुकानें बंद करा दी हैं. इसलिए इनलोगों ने चौकीदार को गाली देने का रास्ता चुना है. उन्‍होंने कहा कि नीयत साफ हो तो बिना लूट-खसोट के सरकार चल सकती है, देश का सर्वांगीण विकास हो सकता है. हमने यह कर दिखाया है. आज इसी विश्‍वास के साथ पूरा देश अपने चौकीदार के साथ खड़ा है. 21वीं सदी में पहली बार वोट डालने वाले युवा महामिलावट से सावधान रहें. कि देश की तरक्‍की में बाधक बने कांग्रेस ने हमेशा से लोगों को बरगलाया है. वे कल भी खेल खेलते थे, आज भी खेल खेल रहे हैं. उन्‍होंने गठबंधन इसलिए बनाया कि सत्‍ता की डोर उनके हाथ में रहे और वे खिलौने की तरह आप के साथ खेलती रहे. विपक्ष अपने भविष्य को बचाने में जुटे हैं। झारखंड में हुई लूट-खसोट को लेकर मुख्यमंत्रियों तक को जेल जाना पड़ा. हम रेलवे के ईस्टर्न कॉरिडोर पर काम कर रहे हैं. सड़कों की स्थिति भी पहले से बेहतर हुई है. ये काफी पहले हो जाता, लेकिन कांग्रेस सरकार ने आपका हित नहीं देखा. वे पिछड़ों के लाभ के फैसले टालते रहते थे.पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने में उन्होंने कई रोड़े अटकायें. जहां इन्हें लाभ नहीं दिखता, ये उस तरफ देखते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम छोटे किसानों के खातों में सीधे पैसे जमा कर रहे हैं. हमने तय किया है कि अगली बार जब सरकार बनेगी तो पीएम किसान योजना का लाभ कर किसान को मिलेगा.कांग्रेस और महामिलावटियों के राज में किसानों को अपना गांव-घर छोड़ना पड़ा था. जिन गांवों में कभी लाल आतंक दिखता था, वहां अब लोग लौटने लगे हैं. सुरक्षाबलों के हमारे जवानों को नमन करता हूं. लेकिन कांग्रेस इन वीर बेटे-बेटियों को लेकर कहती है कि नौजवान दो वक्त की रोटी पाने के लिए सेना में भर्ती होते हैं. उनके पास खाने के लिए रोटी नहीं होती. वे दुश्मनों को मारने और अपनों की सुरक्षा के लिए सीमा पर जाते हैं. कांग्रेस के लोग सेना प्रमुख को गली का गुंडा कहते हैं. पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि बात चाहे पाकिस्तान के आतंकवादियों की हो या गद्दारों की, किसी को छोड़ा नहीं जायेगा. जहां से भी देश को खतरा होगा, वहां घुसकर मारा जायेगा. पीएम ने कांग्रेस के घोषणापत्र में राजद्रोह के कानून को हटाने के वादे की आलोचना की और कहा, 'कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर उसके सहयोग से कोई सरकार बनती है तो देशद्रोह का कानून हटा दिया जायेगा. यानी जो नक्सलियों को मदद देने वाले लोग हैं, उन पर कार्रवाई करना मुश्किल होगा. यह है कांग्रेस की सोच.' 'बात चाहे पाकिस्तान के आतंकवादियों की हो या फिर घर में छिपे गद्दारों की, आपका यह चौकीदार किसी को नहीं छोड़ेगा. सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर एयर स्ट्राइक, यह तय है कि जहां से भी हमें खतरा होगा, वहां घुसकर मारेंगे.' पीएम ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा, 'मिशन महामिलावट यानी केंद्र में ऐसी खिचड़ी सरकार, जो कमजोर रहे, जिस सरकार में ये लोग करोड़ों-अरबों रुपए इधर से उधर कर पायें. जो इनके परिवारों को, इनके रिश्तेदारों की गुलाम बनकर काम करे.विपक्ष किसी भी कीमत पर देश में एक मजबूत, पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं चाहता. सभा में सीएम रघुवर दास, मंगल पाडेंय, मंत्री नीरा यादव, भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल, गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल समेत कई मौजूद थे.