बिहार:किशनगंज एसपी ने फ्रेंच में लिखा छठ पर आर्टिकल, 54 देशों के लोग प्रभावित

पटना:भारतीय पुलिस सेवा के 2012 बैच के अफसर किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने फ्रेंच भाषा में छठ पर्व पर एक आर्टिकल लिखा है.एसपी के इस आर्टिकल को दुनिया भर में खूब पसंद किया जा रहा है.आशीष बिहार के ही जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के रहनेवाले है.आशीष जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से फ्रेंच भाषा में ग्रेजुएट, पीजी व पीएचडी की है. गहन शोध कर फ्रेंच में लिखा आर्टिकल एसपी आशीष का कहना है कि कि स्टडी टूर के दौरान 12 साल पहले उन्होंने फ्रांस के लोगों को छठ के बारे में बताया तो वे प्रभावित हुए. फ्रेंच बोलने-समझने वाले अन्य 54 देशों तक भी इस पर्व की महत्ता और पावन संदेश पहुंचाने की मांग रखी.वह स्वदेश लौटकर इस पर्व के बारे में और गहन अध्ययन किया. शोध कर छठ पर्व को पूर्णत परिभाषित करनेवाला एक आर्टिकल फ्रेंच में लिखा. यह लेख भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्,दिल्ली की ओर से फ्रेंच भाषा की एक पुस्तक प्रकाशित हुआ. छठ के सभी पहलुओं का बारीक विश्लेषण आशीष ने अपने इस आर्टिकल में छठ पर्व के सभी पहलुओं का बारीकी से विश्लेषण किया है. वह कहते हैं कि इस पर्व के हर छोटे से छोटे विधान की यौगिक और वैज्ञानिक महत्ता है.आशीष ने अपने आर्टिकल में यह भी उल्लेख किया है कि साल में दो बार छठ क्यों मनाया जाता है ? सूर्य की उपासना के समय जल में खड़े रहने का क्या आधार है? डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पीछे क्या विचार है? सूप और दउरे का पूजा में क्या महत्व है? छठ की महत्ता उदाहरण देकर समझायी बिहार के तीनों मगध, भोजपुर और मिथिला में बड़े धूमधाम से यह पर्व मनाया जाता है. इस पर्व में कोसी भरने की जो परंपरा निभाई जाती है, उसमें मानव-शरीर के पंचतत्व के प्रतीक रूप में पांच गन्ने एक साथ लगाये जाते हैं और उन्हें ऊष्मा प्रदान करने के लिए चारों तरफ से मिट्टी के दिये लगाये जाते हैं. उन्होंने ऐसे ही उदाहरण देकर छठ के महत्व को समझाने की कोशिश की है.