Karnataka: कांग्रेस-JDS के 14 एमएलए ने इस्‍तीफा दिया, 13 माह पुरानी एच. डी. कुमारस्वामी गठबंधन सरकार पर खतरा

बेंगलूरू: कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 14 एमएलए ने इस्तीफा दे दिया है. 14 एमएलए के इस्तीफे के बाद 13 माह पुरानी एच. डी. कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार पर खतरा मंडराने लगा है. जेडीएस व कांग्रेस के 13 एमएलए ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की. एक विधायक पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके थे. इस्तीफा देने वाले एमएलए में बीसी पाटिल एच विश्वनाथ,नारायण गौड़ा, शिवराम हेब्बर,, महेश कुमाथल्ली, प्रताप गौड़ा पाटिल,रमेश जारकीहोली और गोपालैया शामिल हैं. जेडीएस और कांग्रेस के इस्तीफा देने वाले एमएलए से 10 एमएलए मुंबई के सोफिटेल होटल में हैं. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बड़े नेता एक तरफ इस बगावत को थामने में जुटे हैं. बीजेपी इसे एक मौके के तौर पर ले रही है. इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीन एमएलए एसटी सोमशेखर, बैराठी बसवराज व मुनिरत्न ने कहा है कि वे चाहते हैं कि कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जाए. इन तीनों का कहना है कि यदि सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे इस्तीफा वापस ले लेंगे. कांग्रेस विधायकों के इस रुख से राज्य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.कर्नाटक मंत्री और कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने कहा कि वे सभी वापस आ जायेंगे. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में प्रजातंत्र खतरे में है. वहां पर भाजपा सरकार गिराने के लिए साजिश रच रही है. सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त की जा रही है. बीजेपी लीडर एक्स सीएमबीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हम कर्नाटक में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम को करीब से देख रहे हैं. मैं एक बात कह सकता हूं कि लोग चुनाव के लिए तैयार नहीं हैं. चुनाव सरकारी खजाने पर बोझ है. अगर स्थिति पैदा होती है तो हम निश्चित रूप से संवैधानिक प्रावधानों का पता लगा कर अगली सरकार बनाएंगे. अगर 14 बागी एमएलए का इस्तीफा मंजूर हुआ तो 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में घटकर 210 एमएलए हो जायेंगे. ऐसे में बहुमत के लिए 113 के बजाय 106 एमएलए की जरूरत पड़ेगी. इन बागी एमएलए के इस्तीफे के बाद सत्ताधारी जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के एमएलए की संख्या 118 से घटकर 104 रह जायेगी. यह संख्या बहुमत के लिए जरूरी सीटों से दो कम होगी. कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं. बहुमत के लिए 113 सीटों की जरूरत होती है. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के कुल 118 एमएलए हैं (इस्तीफा देने वाले एमएलए को मिलाकर)। इनमें स्पीकर को छोड़कर कांग्रेस के 78, जेडीएस के 37, बीएसपी का एक और 2 निर्दलीय एमएलए शामिल हैं. बीजेपी के 105 एमएलए हैं.