झारखंड: Saraikela Kharsawan Mob Lynching  मामले में 11 अरेस्ट, दो पुलिस स्टेशन के ओसी सस्पेंड, एसआइटी करेगी जांच

  • धातकीडीह गांव में सन्नाटा पसरा सन्नाटा
  • गांव में पुलिस तैनात, पुरुष गांव छोड़कर भागे
  • वायरल वीडीओ की सच्चाई जांच में जुटी पुलिस

सरायकेला: पुलिस ने सरायकेला जिले के धातकीडीह गांव में घटित मॉब लिचिंग में तबरेज नामक युवक की हुई मौत मामले में शामिल 11 आरोपियों को को अरेस्ट कर ली है. मामले में लापरवाही बरतने व समय पर सीनीयर अ्फसरों को सूचना नहीं देने, समुचित कार्रवाई नहीं करने के आरोप में खरसावां पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज एसआइ चंद्रमणी उरांव व सीनी पुलिस आउट पोस्ट इंचार्ज एएसआइ विपिन बिहारी सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. मॉब लिचिंग की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है.

एसपी कार्तिक एस ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी में दो इंस्पेक्टर आदित्यपुर व आरआईटी पुलिस स्टेशन के ओसी के अलावे सरायकेला व खरसावां पुलिस स्टेशन के ओसी को शामिल किया गया है. एसआईटी को मामले की जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है. जो भी दोषी पाये जायेंगे उनके खिलाफर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.एसपी ने कहा कानून को अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है. कि कानून को हाथ में लेने वालों व उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. एसपी ने कहा मामले में पुलिस मुख्य आरोपी पप्पु मंडल उर्फ प्रकाश मंडल सहित 11 लोगों को अरेस्ट कर ली है. पुलिस ने मामले में त्वरित कारवाई करते हुए पांच लोगों को दिन में और छह और लोगों को देर शाम अरेस्ट की है. पुलिस एक आरोपी  प्रकाश मंडल उर्फ पप्‍पु मंडल को रविवार को ही अरेस्ट कर जेल भेज दी थी. पुलिस  सोमवार को भीमसेन मंडल, प्रेमचंद महली, कमल महतो, सोनामो प्रधान, सत्यनारायण नायक, सोनाराम महली, चामू नायक, मैदान नायक, महेश महली और सुमंत महतो को अरेस्ट की है.सभी धातकीडीह गांव के निवासी हैं.पुलिस घटना नें शामिल अन्य लोगों की पहचान कर ली है जिसे गिरफ्तार करने  के लिए रेड की जा रही है. तबरेज अंसारी की पिटाई व मौत के मामले पर वायरल वीडियो की जांच की जा रही है. वीडियो डबिंग हैं या सही  इस पर गहनता से जांच की जा रही है.

गांव में पुलिस तैनात, महिलाएं दहशत में

धातकीडीह गांव में तैनात पुलिस.

तबरेज अंसारी की पिटाई और मौत के बाद धातकीडीह गांव में सन्नाटा पसर गया है. पुलिस कार्रवाई व गिरफ्तारी से बचने के लिए पुरुष सदस्यों ने गांव छोड़ दिया है. गांव में एक भी पुरुष सदस्य नहीं है. घरों में सिर्फ महिलाएं ही हैं जो डरी व सहमी हुई हैं. महिलाओं का कहना है कि गांव में अनजान चेहरे आ रहे हैं और धमका रहे हैं. महिलाएं डरी सहमी हुई हैं. महिलाओं ने पुलिस पदाधिकारियों को फोन कर गांव में सुरक्षा देने का आग्रह किया है. धातकीडीह गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. एसपी ने जिला के सभी अल्पसंख्यक बहुल गांवों में तत्काल पुलिस  बल तैनात करने का निर्देश दिया है.

क्या है मामला

सरायकेला के सिनी पुलिस आउट पोस्ट एरिया के धातकीडीह में खरसावां पुलिस स्टेशन एरिया के कदमडीहा निवासी तबरेज अंसारी तबरेज व उसके दो साथियों को ग्रामीणों ने 17 जून की रात चोरी करते रंगेहाथ पकड़ा था. ग्रामीणों को चकमा देकर तबरेज के दो साथी भागने में सफल रहे. आरोप है कि गुस्साये  ग्रामाीणों ने तबरेज को खंभा से बांधकर पिटाई की. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस तबरेज को ग्रामीणों के चंगुल से छुडा़कर अपने कब्जे में लेकर आउट पोस्ट ले गयी. पुलिस चोरी का केस दर्ज कर इंज्युरी करा 18 जून को तबरेज को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दी.

[caption id="attachment_34737" align="alignnone" width="300"] पुलिस कस्टडी में तबरेज अंसारी ( फाइल फोटो).[/caption]

जेल में 22 जून को तबरेज की तबीयत बिगड़ने पर उसे सरायकेला सदर अस्पताल में एडमिट कराया गयां जहां उसकी मौत हो गयी.

परिजनों का आरोप है कि पिटाई से जख्मी तबरेज का पुलिस द्वारा इलाज नही कराया गया. पुलिस  केस दर्ज कर उसे  जेल भेज दी. तबरेज शनिवार की सुबह जेल में बेहोश हो गया था. तत्काल उसे अस्‍पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गयी. तबरेज की पत्नी शाहिस्ता परवीन का आरोप है कि जब उसके पति को अस्पताल लाया गया तब कोई डॉक्टर देखने को मौजूद नहीं थे. तीन घंटे बाद एक डॉक्टर आये और बिना जांच किये ही दूर से कह दिया कि मौत हो गयी है. तबरेज के पोस्टमार्टम की तैयारी की जाने लगी तो परिजनों ने असहमति जताई और सांस चलने की बात कही. इसके बाद तबरेज को जमशेदपुर के टीएमएच के लिए रेफर कर दिया गया. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ बरियल मार्डी का कहना है कि तबरेज की मौत हो चुकी थी. परिजन मानने को तैयारी नहीं थे तो उन्होंने दोबारा जांच करायी, ईसीसी की गयी. उसकी सांस बंद थी. मौत हो चुकी थी. परिजनों के हंगामा के मद्देनजर तबरेज को टीएमएच रेफर कर दिया गया.

परिजनों का आरोप है कि पुलिस या जेल प्रशासन तबरेज की सही तरीके से इलाज करायी होती तो उसकी जान बच सकती थी.तबरेज की पत्नी शहिस्ता परवीन ने मामले में धातकीडीह के पप्पू मंडल समेत सौ लोगों के खिलाफ हत्या की नीयत से घेरकर पीटने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करायी . शाहिस्ता ने सरायकेला पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर में कहा है कि उसके पति तबरेज अंसारी 17 जून की रात को दो साथियों के साथ बाइक से आजादनगर लौट रहे थे. धातकीडीह गांव के पास आरोपियों ने तबरेज को चोरी के संदेह में पकड़ा और खंभे से बांधकर उसकी पिटाई की. वह गंभीर रुप से जख्मी हो गये. पुलिस चोरी का केस दर्ज करतबरेज कको जेल भेज दी. ग्रामीणों की पिटाई से वह घायल हो गया था. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की. जेल भेजने से पहले जख्मी तबरेज का इलाज नहीं कराया गया. समय पर इलाज कराया गया होता तो तबरेज की जान बच जाती. तबरेज के चाचा मकसूद का कहना है कि साजिश के तहत उसके भतीजे कीहत्या की गई है और इसमें पुलिस ले लेकर जेल प्रशासन तक की मिलीभगत है. पुलिस ने जेल भेजने में जल्दीबाजी दिखाई और जेल में तबरेज का इलाज नहीं किया गया. जेल में ही तबरेज की मौत हो गई थी और जेल प्रशासन ने अपना बचाव करने के लिए गंभीर हालत बताकर अस्पताल भेज दिया. अगर तबरेज की हालत गंभीर थी तो परिजनों को भी सूचना देनी चाहिए थी.

पुलिस का कहना है

पुलिस का कहना है कि धातकीडीह गांव में सोमवार यानी 17 जून की देर रात चोरी करने के लिए घर में घुसे एक तबरेज को ग्रामीणों ने दबोच लिया.दो अन्य चोर भाग निकले. ग्रामीणों ने चोरी के आरोप में पकड़े गये तबरेज की लात, मुक्का और डंडा से बुरी तरह से जमकर पिटाई की. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चोर को ग्रामीणों के चंगुल से निकालकर अपने कब्जे में लिया. जख्मी तबरेज को और सदर अस्पताल पहुंचाया. सदर अस्पताल में उपचार के बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया. तबरेज ने स्वीकार किया था कि सरायकेला एवं महालीमुरुप और आसपास के क्षेत्र में वह साथियों के साथ मिलकर बाइक एवं अन्य सामान की चोरी करता है. पुलिस ने तबरेज की निशानदेही पर उसके घर में रेड कर राजेश प्रमाणिक का मोबाइल, लाइसेंस व आधार कार्ड एवं एक बाइक बरामद की थी.

झारखंड लिंचिंग और हिंसा की फैक्ट्री बन गया: गुलाम नबी

राज्‍यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा झारखंड लिंचिंग और हिंसा की फैक्‍ट्री बन गया है. हर सप्‍ताह यहां दलित और मुस्‍लिम को मारे जा रहे हैं. प्रधानमंत्री, सबका साथ सबका विकास की लड़ाई में हम आपके साथ हैं लेकिन यह जनता को दिखना चाहिए।.हम इसे कहीं नहीं देख सकते हैं. नये भारत में लोग एक दूसरे के दुश्‍मन बन गये हैं. आप जंगल में जानवरों से नहीं डरेंगे लेकिन कॉलोनी में मनुष्‍यों से डर जायेंगे.हमें वह भारत दे दो जहां हिंदू, मुस्‍लिम, सिख और ईसाई एक दूसरे के लिए जीते हैं.

बीजेपी ने मुसलमानों के खिलाफ फैलाई नफरत: ओवैसी

[caption id="attachment_34735" align="alignnone" width="300"] एआईएमआईएम लीडर असदुद्दीन ओवैसी.[/caption]

झारखंड के सरायकेला जिले में चोरी के आरोप तबरेज अंसारी नामक युवक को पकड़ खंबे से बांधकर की गई पिटाई और जेल से इलाज के दौरान मौत पर राजनीति गरमा गयी है. एमपी व एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इन घटनाओं के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्‍मेदार ठहराया है. उन्‍होंने कहा है कि भीड़ हिंसा की घटनाएं रुक नहीं रही हैं क्योंकि बीजेपीऔर आरएसएस ने मुसलमानों के खिलाफ नफरत की भावना फैलाई है.ओवैसी ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस ने लोगों के बीच ऐसी मानसिकता बैठा दी है जहां मुसलमानों को आतंकवादी, देशद्रोही और गौ-हत्यारे के रूप में देखा जाता है.ओवैशी ने कहा है कि ऐसी घटनाएं तभी रुकेंगी जब सरकार अपनी संवैधानिक जिम्‍मेदारी निभायेगी.

 भाजपा, संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को बदनाम करना बंद करें: सीपी सिंह