झारखंड विधानसभा देश की सबसे भव्य और अत्याधुनिक,पहली ई-विधानसभा , पूरी तरह वाई-फाई

रांची: झारखंड विधानसभा देश की सबसे भव्य और सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश विधानसभा हो गयी है.सभी राज्यों के विधानसभा भवन से उन्नत तकनीकी सुविधाएं भी झारखंड की नयी विधानसभा भवन में मौजूद हैं.झारखंड अलग राज्य बनने के लगभग 19 साल बाद किराये के विधानसभा भवन से झारखंड को मुक्ति मिल रही है.विधानसभा में झारखंड की संस्कृति की सतरंगी झलक भी देखी जा सकती है. देश की पहली ई-विधानसभा है,जो पूरी तरह वाई-फाई से जुड़ी है.सदन में सभी एमएलए के टेबल पर लैपटॉप दिया गया है जिस पर वह विधानसभा की कार्यवाही संबंधी हर जानकारी देख सकेंगे. स्पीकर,सीएम,डिप्टी स्पीकर सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों के कार्यालय कक्ष को वीडियो कंफ्रेंसिंग से जोड़ा गया है.धीर-धीरे पूरी विधानसभा को पेपरलेस बनाने की योजना है.यह देश की पहला विधानसभा है जिसके गुंबद की ऊंचाई 37 मीटर है.गुंबद में झारखंडी संस्कृति झलक दी जल, जंगल, जमीन, नृत्य करती महिलाएं,नदी-नालों को सोहराय पेंटिंग के जरिए दर्शाया गया है. विधानसभा परिसर में आस्ट्रेलिया से ज्यॉसिया-जैपोनिका और सिनोडोन-डैक्टिलोन नामक घास मंगा कर लगाया गया है.यह घास कम पानी में भी महीनों जीवित रहता है और वर्षा जल का संरक्षण करता है. रांची के धुर्वा में 39 एकड़ में बना हैविधानसभा भवन तीन मंजिला है.विधानसभा भवन का 12 जून 2015 को शिलान्यास हुआ था. विधानसभा भवन में जल संचयन और ऊर्जा संरक्षण की मुकम्मल व्यवस्था है.विधानसभा भवन में सौर ऊर्जा से बिजली की सप्लाई होगी.कैंपस में300 केवीए के दो सोलर प्लांट लगाये गये हैं.यह सामान्य दिनों में विधानसभा की बिजली की जरूरत को पूरा करेगा.सत्र के दौरान ही इसे दूसरे स्रोत से बिजली की जरूरत होगी.विधानसभा कैंपस 39 एकड़ में हैं,निर्माण पर 465 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं.निर्माण क्षेत्र 57220 वर्गमीटर है.