झारखंड: सीएम ने कहा प्राइवेट प्रैक्टिस करनेवाले RIMS के डॉक्टरों की होगी ACB जांच, दलालों पर दर्ज होगी FIR

रांची: सीएम रघुवर दास ने एक दिन पूर्व राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) के औचक निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को वहां की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा की.सीएम ने रिम्स के डॉक्टरों के नन प्रैक्टिसिंग एलाउंस (एनपीए) लेने के बाद भी प्राइवेट प्रैक्टिस करने पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि ऐसे डॉक्टरों के विरुद्ध एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से जांच कराने का आदेश दिया. गर्वमेंट को ऐसे डॉक्टरों की सूची मिल चुकी है. सीएम ने रिव्यू मीटिंग में रिम्स में दलालों की चलती होने की बात कहते हुए रिम्स के अफसरों को फटकार लगायी.उन्होंने रिम्स में घूमनेवाले दलालों की पहचान कर अविलंब कड़ी कार्रवाई करने तथा एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया. सीएम ने ओपीडी में भीड़ की समस्या से निपटने के लिए नए व बड़ा ओपीडी बनाने का निर्देश दिया. तात्कालिक रूप से पेइंग वार्ड कैंपस में कुछ ओपीडी शिफ्ट करें ताकिअधिक से अधिक पेसेंट का इलाज हो सके. सीएम ने रिम्स में दवा उपलब्ध नहीं होने तथा पेसेंट द्वारा बाहर से मंगवाने की जानकारी पर भी नाराजगी जतायी. उन्होंने दवा के स्टॉक को कंप्यूटरीकृत करने का निर्देश दिया ताकि दवा की उपलब्धता की सही जानकारी मिलती रहे. सीएम ने कहा कि दवा के अभाव में किसी मरीज की मौत न हो. रिम्स में गरीब इलाज के लिए आते हैं. इसलिए यह सरकार की प्राथमिकता है. इसे चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए डॉक्टरों से लेकर प्रत्येक कर्मियों को अपना पूरा योगदान देना होगा. सीएम ने साफ कहा कि अक्सर अखबारों में आता है कि रिम्स में मशीन खराब होने के कारण मरीजों को बाहर से जांच करानी पड़ रही है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें सभी की मिलीभगत की बात भी सामने आती रहती है. मशीन खराब होने के एक सप्ताह के भीतर उसे दुरुस्त करने का सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी विभागाध्यक्षों की है. यदि इसमें देरी होती है तो संबंधित विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई करें.अफसरों ने सीएम को आश्वस्त किया कि 15 दिनों के भीतर सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के पद सृजित कर लिये जायेंगे. एक माह में नर्सों की पुलिस संभालेगी रिम्स की सुरक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि रिम्स में सुरक्षा की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. सुरक्षा मानकों का पूरा अनुपालन किया जाये. उन्होंने रिम्स में सुरक्षा व्यवस्था पुलिस के हाथों में देने का निर्देश दिया. सीएम ने बैठक में उपस्थित डीजीपी कमलनयन चौबे को रिम्स जाकर सुरक्षा बलों की आवश्यकता का आकलन कर पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. रिम्स में तीन शिफ्ट में सुरक्षा बलों कों तैनात किया जायेगा. सीएम ने एक्सीडेंट मामलों में ओडी करने के लिए एक टीम रिम्स में भी रखने का निर्देश दिया.सीएम ने रिम्स के डायरेक्टर से कहा कि पेसेंट के साथ आनेवाले परिजनों के लिए पास जारी करने तथा मिलने का समय निर्धारित करें.उन्होंने रिम्स परिसर की दुकानों को वहां से हटाकर आसपास में कहीं और बसाने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि सरकार केवल किसी को उजाडऩे में विश्वास नहीं रखती. सरकार का काम उन्हें बसाना भी है. सीएम ने रिम्स में पार्किंग स्थल की पहचान कर वहीं वाहन खड़े होने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया. बैठक में सीएसडीके तिवारी, विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्णवाल, स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी, पेयजल एवं स्वच्छता सचिव आराधना पटनायक, भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, रिम्स डायरेक्टर डॉ. डीके सिंह आदि मौजूद थे. डीजीपी ने रिम्स कीसुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया रांची: डीजीपी कमल नयन चौबे गुरुवार को राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) पहुंच वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. डीजीपी के साथ एसएसपी अनीश गुप्ता, रिम्स डायरेक्टर समेत पुलिस के कई सीनीयर अफसर थे. उल्लेखनीय है कि सीएम रघुवर दास बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान दलालों पर सख्ती बरतने और रिम्स परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई निर्देश दिये थे. सीएम के आदेश पर डीजीपी रिम्स पहुंचे व सुरक्षा का जायजा लिया. डीजीपी ने रिम्स का निरीक्षण करने के बाद मीडिया को बताया कि स्टेट गर्वमेंट कायह निर्णय है कि रिम्स को एक राष्ट्रीय स्तर का अस्पताल बनाया जाएये. इसी प्रयास में सबसे महत्वपूर्ण चीज है पूरे कैंपस में अच्छी सुरक्षा व्यवस्था. कैंपस में कई हिस्से होते हैं। मेडिकल हॉस्पिटल होता है, एडमिनेस्ट्रेशन ब्लॉक होता है. यह निर्णय लिया गया है कि तमाम बिल्डिंग की सिक्योरिटी की ऑडिट की जायेगी. इसमें एसएसपी और रिम्स डायरेक्टर साथ में रहेंगे. इसमें यह तय किया जायेगा कि किन-किन जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करनी होगी. विशेष तौर पर जहां बाउंड्री टूटी हुई है.डीजीपी ने कहा कि अभी रिम्स में प्रइवेट सिक्योरिटी व्यवस्था है.पुलिस की कोशिश होगी कि उनके साथ मिलकर काम करें. मैंने एसएसपी और डीआईजी को यह सलाह दी है कि पुलिसकर्मियों को लोगों के साथ हॉस्पीटल में संवेदनशील और पूर्ण रूपेण सुरक्षा देने की ट्रेनिंग दी जाये. ये भी बात भी सामने आई है कि यहां दलाल घूम रहे हैं. दलालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी. सीसीटीवी भी लगेगा और वो काम कर रहा है या नहीं यह भी सुनिश्चित की जायेगी. सुरक्षा बल की तैनाती तीन शिफ्ट में होगी सीएम ने मंगलवार को रिम्स का औचक निरीक्षण करने के बाद बुधवार को उसकी चिकित्सा व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रोजेक्ट भवन में उच्चस्तरीय समीक्षा की थी.सीएम ने समीक्षा बैठक के दौरान दलालों पर सख्ती बरतने और रिम्स परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई निर्देश दिये थे. सीएम ने कहा था कि रिम्स की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस के हाथों में रहेगी.