जम्मू कश्मीर:यूरोपीय संघ के सांसदों के कश्मीर पहुंचने पर प्रदर्शन, हिंसक घटनाओं में चार घायल

श्रीनगर:सेंट्रल गर्वमेंट ने कश्मीर के हालात को लेकर पाकिस्तान व राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार की सच्चाई को जानने के लिए यूरोपीय संघ के एक डेलीगेशन को कश्मीर दौरे की इजाजत दी है. यह डेलीगेशन मंगलवारो की सुबह 11.45 बजे श्रीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचा. शरारती तत्वों ने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों की कश्मीर मौजूदगी के दौरान वादी में हालात बिगाड़ने और कानून व्यवस्था का संकट पैदा करने के लिए आज श्रीनगर के नटीपोरा, सौरा, एचएमटी समेत विभिन्न इलाकों में भड़काऊ नारबाजी करते हुए जुलूस निकालने का प्रयास किया. जुलूस में शामिल तत्वों ने खुली दुकानों और सड़कों पर चल रहे वाहनों को बंद कराने के लिए पथराव भी किया. पुलिस ने हिंसा पर उतरे शरारती तत्वों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया. शरारती तत्वों और पुलिस के बीच हुई झड़प में चार लोगों के जख्मी होने की सूचना है. डेलीगेशन बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी भी गया. जहां यह सेना के अफसरों से मुलाकात कर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, एलओसी पर घुसपैठ और पाकिस्तानी सेना द्वारा जंगबंदी का उल्लंघन किए जाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की.बादामी बाग सैन्य छावनी में ही सेना की चिनार कोर का मुख्यालय है. डेलीगेशन गर्वनर सत्यपाल मलिक से भी राजभवन में मिला. डेलीगेशन डल झील के पास स्थित एक होटल में रुककर लोकल नागरिक समाज, विभिन्न सामाजिक संगठनों समेत करीब 14 प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की. गवर्नरसत्यपाल मलिक के सलाहकार व राज्य प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी यह दल मिला.डेलीगेशन ने डल झील का भी दौरा किया. डेलीगेशन को अनंतनाग ले जाया जायेगी. पांच अगस्त के बाद कश्मीर का दौरा करने वाला यूरोपीय यूनियन के सांसद का यह दल पहला विदेशी प्रतिनिधिमंडल है दल को लद्दाख दौरे पर भी जाना है.यूरोपीय संघ के डेलीगेशन के कश्मीर आगमन से पूर्व दिल्ली में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता पूर्व सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग, इमरान रजा अंसारी, उस्मान मजीद मिले की मुलाकात हुई. इन नेताओं की मुलाकात को कश्मीर में हालात सामान्य बनाने और राजनीतिक गतिविधियों को बहाल करने की दिशा में केंद्र सरकार द्वारा की जा रही कवायद के सफल होने के संकेत के तौर पर लिया जा रहा है. ईयू डेलीगेशन ने सेना, प्रशासन, नेता और नागरिक संगठनों से मुलाकात की.डेलीगेशन के सदस्यों ने सबसे पहले बादामी बाग स्थित सेना की चिनार कोर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.लगभग दो घंटे तक चली बैठक में चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो व सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने कश्मीर में आतंकवाद व इस्लामिक जिहाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तानी साजिशों की तथ्यों के साथ पोल खोली. उत्तरी कश्मीर में पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन करने, नागरिक बस्तियों को निशाना बनाने व आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों से भी अवगत कराया. पुलिस और प्रशासन ने भी दी यूरोपीय दल को कश्मीर के बारे में जानकारी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर में सामान्य होते हालात, आर्टिकल 370 को हटाए जाने की आवश्यकता, रोजगार और विकास से जुड़े मामलों की जानकारी दी. पोलिटिकल पार्टी के लीडरों ने की मुलाकात ईयू सांसदों के दल ने भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट के अलावा पूर्व पीडीपी नेता अल्ताफ बुखारी से भी मुलाकात की। इसके अलावा पंच-सरपंच वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि और महिला संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. यूरोपीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों का भी दौरा किया और उसके बाद डल झील में नौका विहार किया. इस दौरान सदस्यों ने हाउसबोट मालिकों और उनमें रुके पर्यटकों से भी बातचीत कर हालात पर उनकी राय ली. प्रतिनिधिमंडल ने झील की सफाई के कामकाज को भी देखा.