जम्मू-कश्मीर: एनआइ का टेरर फंडिंग में बारामुला में 4 ठिकानों पर रेड

[caption id="attachment_36201" align="alignnone" width="300"] बारामुला में एनआइए की रेड.[/caption] कश्मीर: एनआइए ने टेरर फंडिग के शक में रविवार सुबह उत्तर कश्मीर के बारामुला में ताबतोड़ रेड की. एनआइ ने यहां चार अलग-अलग जगहों पर रेड मारा. एनआइए ने सीआरपीएफ और लोकल पुलिस के साथ रेड की. एनआइए ने हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने का शक में पिछले कुछ दिनों से लगातार जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. एनआईए ने इससे पहले 23 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित केलर इलाके में बिजनसमैन गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की थी. भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड का काम करने वाले वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने के शक के आधार पर छापेमारी की गई थी. एनआईए ने जमात-उद-दावा, दुखतारन-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जम्मू-कश्मीर के दूसरे अलगाववादी समूहों के खिलाफ फंड जुटाने को लेकर 20 मई 2017 को एक मामला दर्ज किया था. एनआईए ने 13 आरोपियों पर चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इसमें अलगाववादी नेता, हवाला कारोबारी और पत्थरबाज शामिल हैं. एनआईए ने दावा किया था कि कश्मीर घाटी में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान से टेरर फंडिंग होती रही है. एनआई ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और कई अन्य अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद यह दावा किया था. एनआईए के मुताबिक, मुस्लिम लीग नेता मसर्रत आलम ने अधिकारियों से बताया कि पाकिस्तान समर्थित एजेंट ने विदेश से पैसे जुटाए और हवाला ऑपरेटर्स के जरिए उसे जम्मू-कश्मीर भेजा.