जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने राहुल व विपक्षी नेताओं को श्रीनगर से वापस दिल्ली लौटाया गया, बोले गर्वनर - यहां आकर राजनीति करना ठीक नहीं

श्रीनगर: पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने गये राहुल गांधी व विपक्षी लीडरों के डेलीगेशन को शनिवार को किसी से भी मिलने नहीं दिया. पुलिस ने राहुल गांधी 11 विपक्षी नेताओं को श्रीनगर एयरपोर्ट पर ही रोक लिया. पुलिस व प्रशासन की ओर से दिल्ली से गये आठ दलों के 11 नेताओं के प्रडेलीगेशन को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई. नेताओं को किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं मिली. सभी को एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली भेज दिया गया है. राहुल के साथ गुलाम नबी आजाद, आरजेडी के मनोज झा ,एनसीपी नेता माजिद मेमन, सीपीआई लीडर डी. राजा, शरद यादव समेत अन्य थे. उल्लेखनीय है कि विपक्षी लीडरों का डेलीगेशन जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के 20 दिनों बाद शनिवार को हालात देखने श्रीनगर पहुंचा था. जम्मू-कश्मीर के प्रशासन ने उनसे दौरे को टालने की अपील भी की थी. नेताओं के एयरपोर्ट पहुंचने पर जमकर हंगामा हुआ. श्रीनगर से वापस दिल्ली पहुंचने पर राहुल गांधी ने कहा कि हम यह जानना चाहते थे कि लोग किस हालात गुजर रहे हैं, लेकिन हमें एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी. हमारे साथ मौजूद मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई,पीटा गया. इससे यह स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि कुछ दिनों पहले मुझे गवर्नर ने ही जम्मू-कश्मीर आने का न्योता दिया था. मैंने उसे स्वीकार भी कर लिया, लेकिन हमें एयरपोर्ट से आगे नहीं जाने दिया गया. यह साफ करता है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य नहीं है जम्मू-कश्मीर के गर्वनर सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि यहां उनकी (राहुल गांधी) कोई जरूरत नहीं है. अगर यहां आकर वह राजनीति करना चाहते हैं, तो यह ठीक नहीं है. गवर्नर ने कहा कि 'उनकी जरूरत संसद में थी, जब उनके सहयोगी संसद में बोल रहे थे. यहां आकर वह हालात और बिगाड़ना चाहते हैं तो यह ठीक नहीं है. गर्वनर ने कगा कि मैंने उनको सद्भाव के नाते बुलाया था, मगर उन्होंने इस पर राजनीति करना शुरू कर दिया. इन लोगों का यहां आना पूरी तरह राजनीति से प्रेरित था. राजनीतिक दलों को चाहिए कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों को राजनीति से दूर रखें. गुलाम नबी आजाद को इससे पहले भी दो बार वापस भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा कि हमें शहर के अंदर नहीं जाने दिया गया, जम्मू-कश्मीर के हालात बेहद खराब हैं. हमारी फ्लाइट में मौजूद यात्रियों ने जम्मू-कश्मीर की जो हालत बयां की है, वह पत्थर की आंख में भी आंसू ला दे. सरकार को खुद विपक्षी नेताओं को भेजना चाहिए था: गहलोत राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने राहुल गांधी और विपक्ष के अन्य नेताओं को जम्मू-कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दिए जाने का विरोध किया है. गलहोत ने कहा कि केंद्र सरकार को तो विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधि मंडल खुद वहां भेजना चाहिए था, जिससे जनता में उसके फैसलों के प्रति विश्वास बढ़ता. गहलोत ने कहा कि सरकार को खुद चाहिए था कि वह विपक्षी दलों के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल बनाकर भेजती और यह कहती कि जो दावे मीडिया के माध्यम से हम कर रहे हैं, उन दावों में सच्चाई है और आप जाकर देखिए.