नई दिल्ली:आइटी ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार की 400 करोड़ की बेनामी संपत्ति जब्त की

नई दिल्ली: इनकम टैक्स ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाई और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के नोएडा स्थित लगभग 7 एकड़ के प्लॉट को जब्त कर ली है. नोएडा के सेक्टर 94 में स्थित 7 एकड़ के इस प्लॉट की कीमत लगभग 400 करोड़ रुपये बतायी जा रही है. आइटी की एक्सन से मायावती के भाई की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. आइटी के अनुसार इस प्लॉट को बेनामी संपत्ति माना गया है. यहां फाइव स्टार होटल बनाने की योजना थी. इस मामले में अब सीबीआई और ईडी में भी केस दर्ज की जाने की तैयारी है. आइटी की जांच से पता चला है कि आनंद कुमार और उनकी पत्नी को बेनामी संपत्ति का फायदा पहुंचाने के लिए कम से कम छह कंपनियों के जरिए लेनदेन का जाल बिछाया गया था. इनमें अधिकांश कंपनियां कागजी व दिखावे की की थी. इस प्लॉट को खरीदने के लिए दिल्ली के हवाला ऑपरेटरों से पैसों का अवैध लेनदेन हुआ था. आइटी पिछले तीन साल से इस मामले की जांच कर रहा है. बीजेपी के एक्स एमपी किरीट सोमैया ने वर्ष 2011 में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार की फर्जी कंपनियों की शिकायत सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी से की थी. कंपलेन के समय सेंट्रल में कांग्रेस की गर्वमेंट थी लेकिन कोई जांच भी शुरू नहीं हुई. सोमैया के कंपलेन पर वर्ष 2014 में मोदी की लीडरशीप वाली बीजेपी गर्वमेंट के आने के बाद कार्रवाई शुरू हुई. बताया जाता है कि आनंद ने नोटबंदी के दौरान दिल्ली के एक बैंक में अपने अकाउंट में एक करोड़ 43 लाख रूपये की कैश जमा करायी थी. आनंद की इनकम अभी 1316 करोड़ तक पहुंच गई है. यूपी में मायावकी गर्वमेंट के कार्यकाल में आनंद कुमार ने वर्ष 2007 से लेकर 2012 में 49 कंपनियां बनाई थीं. आईटी का कहना है कि नोएडा में सेक्टर-94 के जिस प्लॉट को जब्त किया गया है वह 28,328 वर्ग मीटर का है. इस प्लॉट को खरीदने के लिए शैल कंपनियों का सहारा लिया गया था. विजन टाउन प्लानर नामक कंपनी से मार्च 2011 में इस प्लॉट को 6 करोड़ में खरीदा गया था. इसके बाद बोगस कंपनी की तरफ से 400 करोड़ रूपये का पेमेंट किया गया. यह पेमेंट शेयर प्रीमियम के आधार पर किया गया. इनकम टैक्स ने इस ट्रांजेक्शन के बारे में जब आनंद कुमार से जवाब मांगा तो वह इसका जवाब नहीं दे सके कि यह पैसा किसका है. इनकम टैक्स ने इसी आधार पर इस प्लॉट को बेनामी संपत्ति मानते हुए इसे जब्त करने की कार्रवाई की है. बीएसपी सुप्रीमो अपने भाई के खिलाफ आइ़टी की ऐक्शन पर भड़कीं बीजेपी पहले अपने दो हजार करोड़ रुपये का हिसाब दे: मायावती लखनऊ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती इनकम टैक्स द्वारा अपने भाई और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार की बेनामी संपत्ति जब्त किया जाने से भड़क गयी है. माया ने बीजेपी गर्वमेंट पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी को वंचित और दलित समाज के लोगों के आगे बढ़ने से तकलीफ होती है. माया ने कहा है कि बीजेपी को पहले चुनाव के दौरान मिले दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा राशि का हिसाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस उनके खिलाफ किसी भी हथकंडे में कामयाब नहीं होने वाले हैं. लखनऊ में प्रेस कांफ्रेस कर मायावती ने बीजेपी गर्वमेंट पर जमकर हमला बोलते हउए कहा कि बीजेपी को वंचित लोगों के आगे बढ़ने से तकलीफ होती है और वह उनसे अपनी जातिवादी द्वेष निकालते हैं.बीजेपी के लोग पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें, अगर फिर भी खुद को हरिश्चंद मानकर चलते हैं तो फिर एक बार अपनी पार्टी के लोगों और उनके परिवारों की एक बार जरूर जांच करवा लें कि राजनीति में आने से पहले उनके पास कितनी संपत्ति थी और अब कितनी हो गई है. मायावती ने कहा कि चुनाव के दौरान अखबारों में भी छपा था कि लगभग दो हजार करोड़ से ज्यादा रुपये बीजेपी के बैंक खातों में आये हैं. आजतक खुलासा नहीं हुआ कि कैसे किसने पैसे भेजे. क्या यह बेनामी संपत्ति नहीं है? उसी पैसे से ये गरीबों से वोट खरीदकर सत्ता में बैठे हुए हैं, चुनाव जीतने के लिए इन्होंने इवीएम में भी खराबी की और अब हर तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं. मायावती ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कंपनी के लोगों से पूछना चाहती हूं कि जबसे दोबारा सत्ता में आए हैं, पूरे देश में पार्टी नाम से अरबों-खरबों की प्रॉपर्टी खरीदी है. जब इनका खुलासा हो जायेगा तो वंचित लोगों की आवाज दबाने की कोशिश में ये सफल नहीं हो पायेंगे. बीजेपी पर आरक्षण खत्म करने का आरोप मायावती ने कहा कि दलितों गरीबों और वंचित वर्ग के लोगों के साथ उनकी बहन जी खड़ी है. किसी और के साथ भी ऐसी ज्यादती होगी तो हमारी पार्टी उनके साथ खड़ी होगी.बीजेपी ने आरक्षण खत्म करने की कोशिश का भी आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग में और अन्य विभागों को निजी हाथों में देने के फैसले से साफ जाहिर होता है कि आरक्षण की व्यवस्था जो संविधान में दी गई है, इसके जरिए उसे खत्म करने में लगे हैं. यह काफी गंभीर बात है. सरकारी नौकरियां पहले से ही खत्म रहे हैं और प्राइवेट सेक्टरों में आरक्षण है नहीं. मैं अपने वंचित वर्ग के लोगों से कहना चाहूंगी कि कारोबार करना चाहिए व्यापार में भी जाना चाहिए अगर ज्यादतती होती है तो युद्ध स्तर पर कार्रवाई होगी. मायावती ने कहा कि हम तो खुली किताब हैं. मैं बीजेपी और आरएसएस के लोगों को खुली चेतावनी देती हूं कि चाहे कितने भी हथकंडे अपना लो बीएसपी डरने वाली नहीं है, पीछे हटने वाली नहीं है बल्कि डटकर सामना करने वाली है.