भारत और चीन व्यापार, निवेश और सेवाओं से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए एक मंत्री स्तरीय तंत्र स्थापित करने पर सहमत

  • जिनपिंग कश्मीर मसले से बचे
  • PM मोदी से की इमरान दौरे की चर्चा
महाबलिपुरम: भारत और चीन व्यापार, निवेश और सेवाओं से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए एक मंत्री स्तरीय तंत्र स्थापित करने पर सहमत हुए हैं. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग व इंडियन प्राइम मीनिस्टर नरेंद्र मोदी ने अनौपचारिक बातचीत के लिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने का संकल्प दोहराया. चीनी राष्ट्रपति ने चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे पर भारत की चिंता दूर करने की दिशा में ठोस उपाय किए जाने पर भी सहमति जताई. पीएम मोदी ने क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी (RCEP) को लेकर कहा कि भारत इसके प्रति उत्साहित है, लेकिन उसकी अपनी चिंताएं भी हैं जिन्हें दूर करनी ही होगी.मोदी और जिनपिंग के दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक में आतंकवाद एवं मजहबी कट्टरपन से दोनों देशों के समाज को सुरक्षित रखने के लिए मिल कर काम करने की जरूरत पर बल दिया गया. बातचीत में कश्मीर मसले पर कोई चर्चा नहीं हुई. आरसीईपी के तहत आसियान समूह के 10 देश (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड , फिलीपींस, लाओस तथा वियतनाम) तथा छह अन्य देश भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आपस में मुक्त व्यापार समझौता करने के लिये बातचीत कर रहे हैं. इनके बीच नवंबर 2012 से वृहत व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है. विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कांफ्रेस में मीडिया के सवाल के जबाव में कहा कि जिनपिंग ने हालांकि पीएम मोदी से पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के हाल के चीन दौरे को लेकर चर्चा जरूर की. उन्होंने बताया कि बातचीत में जम्मू-कश्मीर की स्थिति का कोई जिक्र नहीं हुआ.जिनपिंग ने हालांकि पीएम इमरान खान की बीजिंग यात्रा का उल्लेख किया जिसे प्रधानमंत्री ने सुन लिया. बातचीत में जम्मू-कश्मीर को लेकर कोई जिक्र नहीं हुआ.चीन को इस बारे में भारत का पक्ष पहले से ही पता है. विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने विदेश नीति को स्वायत्त बनाने एवं द्विपक्षीय संबंधों को किसी तीसरे देश के विचारों एवं दृष्टिकोण से स्वतंत्र रखने की जरूरत भी स्वीकार की.इंटरनेशनल मामलों में बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की और विश्व व्यापार संगठन में सुधारों, जलवायु परिवर्तन के प्रयासों एवं संयुक्त राष्ट्र में सुधार के बारे में बात हुई.अफगानिस्तान के मसले पर भी चर्चा हुई. गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खासतौर से कहा कि भारत को आरसीईपी समझौता होने की उम्मीद है, लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा कि यह संतुलित होना चाहिए. गोखले ने कहा कि शी ने इस पर गौर किया और कहा कि चीन और भारत इस मुद्दे पर आगे बातचीत के लिये तैयार है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि आरसीईपी को लेकर भारत की चिंताओं पर गौर किया जायेगा. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया, आर्थिक सहयोग और भागीदारी को मजूबत करने की कोशिशों के रूप में दोनों नेताओं ने उच्च स्तरीय आर्थिक एवं व्यापार संवाद व्यवस्था स्थापित करने का फैसला किया है. इससे दोनों देशों के बीच कारोबार में संतुलन बनाये रखने में भी मदद मिलेगी. चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार में भारत घाटे की स्थिति में है. चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 2017 में 51.72 अरब डॉलर से बढ़कर 2018 में 57.86 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. इस दौरान हालांकि भारत का चीन को निर्यात 2017 के मुकाबले 15.2 परसेंट बढ़कर 18.84 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारत और चीन मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे: मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ पिछले दो दिन में कई दौर में हुई आमने-सामने की बातचीत के बाद शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने, एक दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीन रहने और उन्हें विवाद का रूप नहीं लेने देने का निर्णय किया है. उन्होंने कहा कि “चेन्नई संपर्क” के जरिए भारत और चीन के संबंधों में सहयोग का आज से एक नया युग शुरू होने जा रहा है. अनौपचारिक शिखर वार्ता के दूसरे एवं अंतिम दिन मामल्लापुरम के एक लक्जरी रिजॉर्ट में शी के साथ शिष्टमंडल स्तर पर हुई अपनी बातचीत में मोदी ने ध्यान दिलाया कि भारत और चीन पिछले 2,000 साल में ज्यादातर समय वैश्विक आर्थिक शक्तियां रहें हैं और धीरे-धीरे उस चरण की तरफ लौट रहे हैं. पीएम ने कहा कि हमने मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने और उन्हें विवाद का रूप नहीं लेने देने का निर्णय किया है. हमने तय किया है कि हम एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील रहेंगे. पीएम ने मोदी ने पिछले साल चीनी शहर वुहान में शी के साथ अपनी पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता के परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि वुहान की भावना ने हमारे संबंधों को नयी गति एवं विश्वास प्रदान किया.'चेन्नई संपर्क के जरिए आज से सहयोग का नया युग शुरू होगा.मोदी ने कहा कि वुहान में पहली अनौपचारिक वार्ता के बाद से दोनों देश के बीच रणनीतिक संचार बढ़ा है. मोदी और शी ने शुक्रवार को डिनर के दौरान लगभग ढाई घंटे बातचीत की थी. उन्होंने आतंकवाद तथा कट्टरवाद से मिलकर निपटने और द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देने की प्रतिबद्धता जताई थी.इस तटीय शहर में समुद्र के किनारे भव्य मामल्लापुरम मंदिर परिसर में स्थित एक रंगबिरंगे खेमे में कल हुई बैठक तय समय से काफी लंबी चली. इस दौरान दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हुए जटिल मामलों समेत कई विषयों पर बातचीत की. विदेश सचिव विजय गोखले ने बैठक के बाद कहा था कि'दोनों नेताओं ने बिना किसी सहयोगी के एक साथ अच्छा वक्त गुजारा.उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने व्यापार घाटे और व्यापार में असंतुलन पर भी बातचीत की. इससे पहले शुक्रवार की दोपहर तमिलनाडु की पारपंरिक वेशभूषा 'वेष्टि (धोती), सफेद कमीज और अंगवस्त्रम पहने मोदी ने अच्छे मेजबान की भूमिका निभाते हुए शी को इस प्राचीन शहर की विश्व प्रसिद्ध धरोहरों 'अर्जुन तपस्या स्मारक, 'नवनीत पिंड (कृष्णाज बटरबॉल), 'पंच रथ और 'मामल्लापुरम मंदिर के दर्शन कराये.भारत ने चीनी यात्रियों के लिए बहु प्रवेश केंद्र के साथ पांच साल का पर्यटक ई-वीजा देने की घोषणा की.राष्ट्रपति शी के दौरे के दौरान यह घोषणा की गयी. बीजिंग में भारतीय दूतावास की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि ऐसा अनुमान है कि चीनी नागरिकों के लिए ई-टूरिस्ट वीजा में दी गई यह एकतरफा ढील दोनों देश के बीच आपसी संपर्क को बढ़ायेगा. चीनी पर्यटकों को पर्यटन के लिए भारत को चुनने के लिए प्रोत्साहित करेगा. चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने खबर दी कि शी और मोदी ने शुक्रवार को अपनी मुलाकात के दौरान संयुक्त विकास एवं समृद्धि हासिल करने के लिए दोनों देश के बीच आपसी संपर्क एवं परस्पर शिक्षा को बढ़ावा देने पर सहमति जताई.