धनबाद:इलिगल बालू कारोबार का सिंडिकेट चला रहे हैं डिप्टी मेयर के मौसेरे भाई हर्ष सिंह, Special Branch ने खोली पोल, लिस्ट में जगन सिंह,तेज प्रताप सिंह,राजू साव व गोविंदपुर के वीरचंद्र सिंह का भी नाम

  • इलिगल बालू से पर मंथ नौ करोड़ रुपये की कमाई
  • पर डे निकल रही है तीन सौ गाड़ी बालू
  • पुलिस व माइनिंग डिपार्टमेंट का संरक्षण
धनबाद:कोयला रांजधानी धनबाद में कोयले के साथ-साथ अब सिंडिकेट द्वारा बड़े पैमाने पर बालू का इलिगल कारोबार किया जा रहा है.इलिगल बालू कारोबार से पर मंथ नौ करोड़ रुपये की कमाई की जा रही है.तीन सौ से अधिक गाड़ी इलिगल बालू पर डे निकल रही है. डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के मौसेरे भाई हर्ष सिंह कोयलांचल में अवैध बालू के कारोबार का सिंडीकेट चला रहे हैं.इस सिंडीकेट में जगन सिंह,धीरेंद्रपुरम के तेज प्रताप सिंह,राजू साव और गोविंदपुर के वीरचंद्र सिंह भी शामिल हैं.स्पेशल ब्रांच ने रांची पुलिस हेडक्वार्टर को यह रिपोर्ट भेजी है.स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस व माइनिंग डिपार्टमेंट की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा है.बालू के इलिगल कारोबार से गर्वमेंट को रेवन्यू की भारी क्षति हो रही है. स्पेशल ब्रांच के एसपी ने धनबाद डीसीव एसएसपी को यह रिपोर्ट भेजी है.एसपी ने डीजीपी, माइनिंग डायरेक्टर,बोकारो आइजी, डीआइजी व धनबाद के माइनिंग अफसर को भी इसकी जानकारी दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस व माइनिंग डिपार्टमेट के संरक्षण में बालू का इलिगल कारोबार हो रहा है.सिंडिकेट टुंडी बराकर नदी के बैजरा पुल घाट से पर डे 200-300 ट्रक बालू निकाल रहा है.नदी से बालू सरायढेला गोल बिल्डिंग चौक तक लाया जाता है. बैजरा घाट से गोल बिल्डिंग तक बालू लाने के लिए थाने को प्रति गाड़ी 200 रुपये दिए जाते हैं.गोल बिल्डिंग से हीरक रोड में रोड किनारे बालू लदी ट्रकें खड़ी रहती है.यह जगह बालू का मंडी हो गया है.बालू ट्रक हीरापुर समेत अन्य जगहों पर नदी से ही ऑर्डर के अनुसार भेज दिया जाता है. इलिगल बालू धनबाद में बन रहे कई गर्वमेंट की बिल्डिंग में भी खपाया जा रहा है.गोल बिल्डिंग के पास इस बालू का मालिक रघुकुल से जुड़ा दबंग युवक बना हुआ है.इस युवक के खिलाफ पहले से कई क्रिमिनल केस दर्ज है.इस युवक की पिछले दो साल से सरायढेला पुलिस स्टेशन में काफी करीबी संबंध रहाहै. हलांकि संबंधित इंस्पेक्टर के हटने के बाद पुलिस स्टेशन में उसकी पहुंच कमजोर हुई है.स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार इलिगल बालू कारोबार से सिंडिकेट को पर मंथ नौ करोड़ रुपये की कमाई हो रही है.पर डे तीन सौ छोटी-बड़ी बालू की गाड़िया नदी से निकल रही है.मिनी ट्रक के बालू की कीमत 2400 रुपये,ट्रक और हाइवा लदे बालू की कीमत 12 हजार रुपये है.बताया जाता है कि पर डे 30लाख रुपये का बालू सिर्फ एक घाट से निकल रहा है. बराकर नदी से रोजाना पोखरिया,शंकरपुर,लटानी, गोविंदपुर होते हुए गोल बिल्डिंग चौक तक बालू लाया जाता है. नाव से निकलता है बालू बैजरा घाट पर 50-60 नावों से नदी से बालू निकाला जा रहा है.जेसीबी और मजदूर बालू को ट्रक, हाइवा और मिनी ट्रक में लोडिंग करते हैं बालू के इस इलिगल कारोबार में 700-800 लोग प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं. बालू जमा करने को बैजरा में सिर्फ पांच स्टॉकिस्ट लाइसेंस स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट के मुताबिक बैजरा घाट से बालू माइनिंग के लिए किसी के पास लीगल लाइसेंस नहीं है.बैजरा में 15 स्थानों पर बालू डिपो हैं.यहां बालू जमा करने के लिए सिर्फ पांच लोगों के पास स्टॉकिस्ट लाइसेंस है, माइनिंग डिपार्टमेंट यह लाइसेंस जारी करता है.डिपो में अवैध बालू रहता है. स्टॉक कभी खत्म नहीं होता. हमेशा स्टॉक दिखाकर बालू लाया जाता है.नियमानुसार बरसात में बालू की माइनिंग बैन रहता है.बराकर नदी के घाटों पर जेसीबी से लगातार बालू की माइनिंग की जा रही है. स्पेशल ब्रांच की लिस्च के अनुसार बालू सिंडीकेट के मेंबर हर्ष सिंह : कोल कारोबारी रहे र्स्वगीय संजय सिंह के पुत्र हैं.रंजय मर्डर केस का आरोपी हर्ष कोयला,शराब और बालू के कारोबार से जुड़े हुए हैं. जगन सिंह: कभी बिल्डर रहे अब शराब, कोल व बालू समेत अन्य बिजनस. राजू साव :टाटा मोटर्स शोरूम व तनिष्क शो रुम के मालिक रहे हैं.बालू व शराब के कारोबार के सिंडीकेट में शामिल. तेज प्रताप सिंह : स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार धीरेंद्रपुरम निवासीटीपी सिंह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. रघुकुल के खासमखास.बालू, शराब व कोल कारोबार. बिहार में भी बालू कारोबार. वीरचंद्र सिंह :गोविंदपुर निवासी वीरचंद्र सिंह कुर्ता-पाजामा में बालू के लिए पर्चा देने की जिम्मेवारी संभालते हैं.बालू गाड़ी को पुलिस समेत अन्य विभाग से मैनेज करते हैं.