धनबाद: पूर्वी टुंडी में पति ने चाकू गोदकर पारा टीचर को मार डाला, बचाने आए सास और साला घायल

धनबाद: पहले प्रेम और फिर शादी करनेवाले मंगल सोरेन ने अपनी पत्नी पारा शिक्षिका सरस्वती हांसदा को मौत की नींद सुला दिया. पत्नी चीखती रही, और मंगल चाकू से ताबड़तोड़ उसपर हमले करता रहा. पूर्वी टुंडी के रंजीतपुर गांव में सरस्वती देवी को बचाने आए उसकी मां और भाई को भी मंगल ने नहीं बख्शा. अपने साले पर मंगल ने गोली चला दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. वहीं सास को लाठियों से जमकर पीटा. दोनों को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. दोपहर में मंगल ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. [caption id="attachment_36285" align="alignnone" width="162"] आरोपी पति मंगल सोरेन[/caption] नाटकीय ढंग से दिया वारदात को अंजाम पारा शिक्षिका सरस्वती रविवार की रात लगभग तीन बजे लघुशंका के लिए आंगन में निकली. ठीक उसी समय घर के पीछे से घुसे दो नकाबपोश अपराधियों ने उसे पकड़ चाकू से पेट पर वार किया. घायल सरस्वती की शोर सुनकर उसके भाई, पिता एवं मां जब बाहर निकले तो हमलावरों ने उनपर भी लाठियों से प्रहार किया. इस क्रम में छोटे भाई रमेश हांसदा ने एक अपराधी को धर दबोचा. इसी बीच उसके दूसरे साथी ने गोली चला दी. गोली दूसरे भाई जितेंद्र हांसदा के पेट को छूकर निकल गई. गोली चलने के बाद जितेंद्र ने पकड़े गए अपराधी को छोड़ दिया. इसके बाद सभी अपराधी भाग निकले. शोर सुनकर गांव के लोग भी घरों से बाहर निकल गए. तुरंत एंबुलेंस मंगाई गई. तीनों घायलों को पीएमसीएच धनबाद पहुंचाया गया, जहां सरस्वती हांसदा को मृत घोषित कर दिया गया. उसके भाई जितेंद्र हांसदा और मां चांदमुनी का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. घायल जितेंद्र हांसदा ने कहा कि उसके बहनोई मंगल सोरेन ने ही सरस्वती को मार डाला. पहले से वह अपराधी चरित्र का रहा है. पहले मंगल ने सरस्वती को अपने प्रेम जाल में फंसाया. इसके बाद कोर्ट में शादी की, जबकि मंगल पहले से शादीशुदा था। यह बात जब सरस्वती को पता चली तो दोनों में विवाद शुरू हो गया। प्यार में धोखा खाने और फिर विवाद शुरू होने के बाद सरस्वती अपने मायके में ही रहने लगी। इस बीच मंगल ने रविवार की रात अपने साथियों के साथ सरस्वती के घर में आकर खूनी खेल खेला. इस मामले में पूर्वी टुंडी पुलिस ने मंगल सोरेन पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जेवीएम से जुड़ा है मंगल मंगल जेवीएम से जुड़ा हुआ है. अक्टूबर 2018 में झगड़े के बाद मंगल और सरस्वती अलग-अलग रह रहे थे. सरस्वती अपने मायके लिटानी में थी तो वहां से 5 किलोमीटर दूर बडबाद में मंगल अपने घर पर रह रहा था. मंगल का कहना था कि उसकी पत्नी सरस्वती का किसी दूसरे से संबंध है. सरस्वती का डेढ़ माह का पुत्र सोनू भी उसका खून नहीं है. इस बात पर अक्सर पति पत्नी में नोकझोंक हुआ करती थी. ढाई साल पहले हुई थी दोनों की शादी मंगल की पहली पत्नी आमटाल बलियापुर में रहती है, जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जाती है. इसलिए मंगल ने दूसरी शादी की थी. जितेंद्र का कहना है कि मंगल कोई काम नहीं करता था. केवल राजनीति पार्टियों के पीछे दौड़ता रहता था. बहन से हमेशा पैसे मांगता था.