झारखंड:बीजेपी कैंडिडेट की चौथी लिस्ट जारी,सरयू राय का नाम नहीं, जमशेदपुर ईस्ट से भी खरीदा पर्चा

  • सीएम के एरिया में किया जन संपर्क
  • आज की बैठक में खोलेंगे अपना पत्ता
  • कहा- टिकट नहीं चाहिए
रांची: बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कैंडिडेट की चौथी लिस्ट भी जारी कर दी है. लिस्ट में मिनिस्टर सरयू राय का नाम नहीं है. हालंकि सरयू राय की सीट जमशेदपुर वेस्ट के कैडिडेट का एलान नहीं किया गया है. बीजेपी ने अभी तक 68 कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी नेने शनिवार को सेकेंट फेजे के इलेक्शन के लिए तीन कैंडिडेटोंकी लिस्ट जारी की है. जुगसलाई सीट से मोची राम बाउरी , जगन्नाथपुर से सुधीर सुंडी और रांची के तमाड़ से रीता देवी मुंडा को कैंडिडेट बनाया गया है. जुगसलाई व तमाड़ सीट आजसू की सीटिंग सीट है. राज्य के खाद्य व आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने शनिवार को जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपुर पश्चिमी से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा खरीदा. जमशेदपुर पूर्वी सीएम रघुवर दास का चुनाव क्षेत्र है. पार्टी ने यहां से सीएम की उम्मीदवारी पहले ही घोषित कर दी है. मिनिस्टर सरयू राय के दो जगह से पर्चा खरीदने से इस कयास को बल मिला है कि अंत तक इंतजार करेंगे. बीजेपी से जमशेदपुर पश्चिमी से टिकट नहीं मिलने पर सीएम के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव लड़ेंगे. संभावना है कि वह किसी पार्टी की बजाय निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. सरयू राय ने शनिवार सुबह सीएम रघुवर दास के इलाके में अपने समर्थकों के साथ जनसंपर्क किया. टेल्को इलाके के दो मंदिरों में पूजा-अर्चना की. समर्थकों ने सरयू तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं, के नारे लगाये. मीडिया के सवाल पर वह यही कहते रहे कि वे भाजपा के अनुशासित सिपाही हैं और उन्हें पार्टी के आदेश का इंतजार है. उल्लेखनीय है कि सीएम रघुवर दास से मिनिस्टर सरयू राय का छत्तीस का रिश्ता रहा है. वह गर्वमेंट में रहते हुए भी अपने मुखरबयानों से सरकार को ही कठघरे में खड़ा करते रहे हैं. मतभेद के कारण वह संसदीय कार्य मिनिस्टरी से त्यागपत्र दे दिया था. सरयू ने अभी हाल ही उन्होंने जमशेदपुर में मालिकाना का मसला उठाकर बीजेपी के लिए असमंजस की स्थिति पैदा की थी. जमशेदपुर पूर्वी में मालिकाना का मुद्दा बड़ा है. यहां के चुनाव परिणाम इसी मुद्दे पर तय होते हैं. बीजेपी का टिकट नहीं चाहिए, अब अंतिम फैसले की घड़ी :सरयू खाद्य आपूर्ति मंत्री व जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने शनिवार को कहा कि अब उन्हें बीजेपी का टिकट नहीं चाहिए. मैंने पार्टी नेतृत्व से कह दिया है कि अब वे मेरे नाम पर विचार ना करे. पार्टी जिसे योग्य समझे उम्मीदवार घोषित कर दे. इसके बाद मैं बहुत रिलैक्स महसूस कर रहा हूं. मैं कई दिनों से मानसिक रूप से प्रताडि़त महसूस कर रहा था मुझे लगता है कि पार्टी नेतृत्व भी मुझे लेकर असमंजस की स्थिति में था. मैंने उन्हें भी चिंतामुक्त कर दिया है. सरयूराय ने अपने बिष्टुपुर स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेस में कहा कि मैंने जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी दोनों विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र ले लिया है. यह मैंने पार्टी की चौथी सूची जारी होने के पहले किया. मुझे उम्मीद थी कि चौथी सूची में मेरे नाम का जिक्र होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब पार्टी जिसे चाहे उम्मीदवार बनाए, लेकिन अब देर ना करे. पार्टी के कार्यकर्ता भी असमंजस की स्थिति में हैं. उनका श्रम जाया हो रहा है. ऐसा लग रहा था कि कोई व्यक्ति रसगुल्ला खाने के इंतजार में बैठा हो और रोज जूते खा रहा हो. कई बार ऐसा भी लगा कि मैं कटोरा लेकर भीख मांग रहा हूं. यह मेरे स्वभाव के अनुकूल नहीं है, इसलिए मैंने पार्टी नेतृत्व को आदरपूर्वक टिकट देने से मना कर दिया. आज कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई सरयू ने कहा कि रविवार को सुबह 11 बजे उन्होंने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है, बैठक में कार्यकर्ताओं की सलाह पर अगले कदम का निर्णय लूंगा. मैं सामूहिक निर्णय पर विश्वास करता हूं और अब तक ऐसा करता आया हूं. यह मेरा कर्तव्य भी है कि जिन लोगों के साथ 14-15 वर्ष से काम कर रहा हूं, उनसे सलाह लिए बिना कोई निर्णय नहीं लूं. मीडिया के सवाल पर सरयू ने कहा कि उनके जाने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा. समुद्र से दो बाल्टी पानी निकाल भी लेंगे तो क्या हो जायेगा.सरयू ने कहा कि भाजपा ने मुझे बहुत कुछ दिया. एमएलसी बनाया, दो बार एमएलए बनाया, मंत्री भी बनाया।.इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व का शुक्रगुजार हूं. मैं अभी तक भाजपा में हूं. बॉस इज ऑलवेज राइट बीजेपी द्वारा इस बार 10एमएलए का टिकट काटे जाने का कारण पूछने पर सरयू ने कहा कि बॉस कोई भी कार्रवाई का कारण नहीं बताता है. 'बॉस इज ऑलवेज राईटÓ होता है. बॉस से कोई कारण पूछ भी नहीं सकता, ना वह बताने के लिए बाध्य है.