हजारीबाग:एनटीपीसी के जीएम, एएसपी, डीएसपी,सीओ, समेत 35 के खिलाफ मर्डर की एफआइआर दर्ज

  • हाइकोर्ट के निर्देश पर बड़कागांव के नाबालिग स्टूडेंट पवन साव मर्डर केस में मामला दर्ज
  • चिरुडीह में वर्ष 2016 की एक अक्तूबर को रैयतों और पुलिस में झड़प के दौरान पवन सहित चार लोगों की हुई थी मौत
हजारीबाग:हाइकोर्ट के निर्देश पर एनटीपीसी के हजारीबाग पकरी बरवाडीह कोल प्रोजेक्ट के जमीन अधग्रिहण व माइनिंग के दौरान रैयतों और प्रशासनिक टीम के साथ झड़प में नाबालिग पवन साव की मौत मामले में बड़कागांव पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गयी है. पवन के पिता मखीरण साव की अरजी एनटीपीसी के तत्कालीन जीएम टी गोपाल कृष्णा, तत्कालीन एएसपी कुलदीप कुमार,तत्कालीन डीएसपी प्रदीप पाल कच्छप, सीओ शैलेश कुमार, त्रिवेणी सैनिक माइनिंग के डायरेक्टर श्रीनिवासन, मैनेजर बी प्रभाकरण, सिक्युरिटी अफसर व एक्स डीएसपी सत्येंद्र सिंह, डीआरडीए डायरेक्टर विज्ञान रंजन प्रभाकर, इंस्पेक्टर अखिलेश सिंह, ओसी अकील अहमद, एसआइ अनिल सिंह, एनटीपीसी के एजीएम एसके तिवारी, बीबी महापात्रा, जिप अध्यक्ष सुशीला देवी के पति लखन साव, शिवदयाल महतो, सफीउल्लाह अंसारी सहित कुल पैंतीस लोगों के खिलाफ मर्डर केस दर्ज की गयी है.बड़कागांव पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 95/19 में आइपीसी की सेक्सन 302,34 में सभी को एक्युज्ड बनाया गया है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 की एक अक्तूबर रैयतों और पुलिस की झड़प के दौरान नाबालिग पवन साव समेत चार लोगों की मौत हो गयी थी. पवन के पिता मखीरण साव ने हजारीबाग एसडीजीएम कोर्ट सीपी केस नंबर 1681/2016 दायर किया गया था.कोर्ट ने पुलिस को मामले में एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था. पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. हाइकोर्ट में क्रिमिनल रिट दायर करने के बाद कोर्ट द्वारा सरकार से जवाब तलब किया गया था. पुलिस एक साल बाद पुलिस हरकत में आयी औैर एफआइआर दर्ज की है.