झारखंड: दुमका पुलिस ने इंटर स्टेट बैंक डकैत गैंग के लीडर नसीम खान को आर्म्स के साथ पकड़ा

20 बैंक डकैती में संलिप्ता स्वीकार की दुमका:दुमका पुलिस ने इंटर स्टेट बैंक डकैत गैंग लीडर नसीम खान उर्फ जब्बार को एक देसी पिस्टल और एक जिंदा कारतूस के साथ अरेस्ट कर ली है. पुलिस बुधवार की रात पोसरो पुल के निकट से नसीम को पकड़ी है. पुलिस को एक साल से अधिक समय नसीम की तलाश थी. नसीम अपने गैंग के साथ पंजाब नेशनल बैंक दुमका में वर्ष 2018 में 31 लाख रुपये की डकैती में शामिल था. पुलिस को एसपी वाइएस रमेश ने गुरुवार को पुलिस ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी. एसपी ने बताया कि हजारीबाग जिले के बरही निवासी नसीम इंटर स्टेट बैंक डकैत गैंग का लीडर है. नसीम झारखंड के दुमका, धनबाद और अन्य इलाकों में हुई चार करोड़ से ज्यादा के रुपये की बैंक डकैती में शामिल रहा है.नसीम हरियाणा के गुड़गांव में अपना ठिकाना बनाकर वहीं से झारखंड, बिहार और प. बंगाल के बोडरिंग एरिया के बैंकों में डकैती का प्लान तैयार करता था. प्लान के अनुसार गुड़गांव से आकर अपने गैंग के सात बैंक में डकैती करता था. नसीम ने 20 बैंक डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. एसपी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में नसीम ने अपने गैंग से जुड़े अन्य मेंबरों के नाम व ठिकानों की जानकारी दी है. नसीम किसी बैंक में लूटपाट की प्लानिंग में गुड़गांव से यहां आया था. पुलिस पूछताछ में उसने बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के 20 बैंक डकैती में शामिल होने की बात कही है. बिहार व बंगाल की पुलिस दुमका पहुंच नसीम खान उर्फ जब्बार से पूछताछ की है. नसीम ने कहा है कि वह अब तक तीन से चार करोड़ रुपये बैंकों से लूटे हैं. पहले वह माधव गैंग से जुड़ा था और पुरुलिया पीएनबी में डकैती कर 84 लाख रुपये लूटे थे. लूट की रमक में बंटवारे को लेकर विवाद होने पर नसीम ने माधव गैंग से अलग होकर अपना गैंग बना लिया. नसीन ने क्राइम में अपनी संलिप्तता स्वीकार की वर्ष 2018 के दिसंबर महीने में दुमका के पंजाब नेशनल बैंक में 30 लाख रुपये की लूट वर्ष 2018 में बरहट थाना क्षेत्र के मटिया बाजार जमुई ग्रामीण बैंक से आठ लाख रुपये की लूट. वर्ष 2016 में बांका में अपने साथियों के साथ केनरा बैंक से तीन लाख रुपये की लूट. वर्ष 2015 में हावड़ा में कैश वैन व एटीएम में कैश डालने के दौरान सात लाख रुपये की लूट. वर्ष 2014 में हुगली में पंजाब एंड सिंध बैंक में आठ लाख रुपये की लूट. वर्ष 2012 में बरहमपुर में ग्रामीण विकास बैंक से 14 लाख रुपये की लूट. वर्ष2011 में सासाराम के पंजाब नेशनल बैंक से 62 लाख रुपये की लूट. वर्ष 2008 में पुरुलिया के पीएनबी बैंक से 84 लाख रुपये की लूट. वर्ष 2006-07 में हुगली पश्चिम बंगाल स्थित यूको बैंक से आठ लाख रुपये की लूट. वर्ष 2006-07 में युनाइटेड बैंक से 35 लाख रुपये की लूट. वर्ष 2007 में श्रीरामपुर (हुगली) के युनाइटेड बैंक से तीन लाख रुपये की लूट. वर्ष 2006 में सावड़ा (हुगली) के युनाइटेड बैंक में दो लाख 70 हजार रुपये की लूट. वर्ष 2004 में धनबाद से औरंगाबाद जा रही बस में यात्रियों से लूट.