DHANBAD TOP NEWS: डीसी ऑफिस का निर्माण कार्य रुका, माइक्रोफाइनेंस कर्मी से लूट का खुलासा, समीर मंडल मर्डर केस में शेर खान से पूछताछ,Gangs of wasseypur मूवी ने धनबाद का परसेप्शन खराब किया, पीएमसीएच में मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के टेंडर में छेड़छाड़

फनेल जोन में डीसी ऑफिस का निर्माण कार्य रुका, नागर विमानन विभाग की आपत्ति धनबाद: नागर विमान विभाग झारखंड धनबाद हवाई अड्डा बरवाअड्डा पास बन रहे G +4 धनबाद समाहरणालय (डीसी ऑफिस) का निर्माण कार्य रोकने को कहा है. नागर विमान विभाग की आपत्ति के बाद डीसी ऑफिस के चौथे तल्ले का निर्माण रोक दिया गया है.धनबाद हवाईअड्डा पर वीआइपी व वीवीआइपी गेस्ट के हेलीकॉप्टर और विमानों के लैंडिंग-टेक ऑफ के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए उड़ान क्षेत्र (फनेल जोन) में बहुमंजिला मकानों का निर्माण पोर रोक लगा हु्आ है. धनबाद जिला प्रशासन किसी को भी हवाईपट्टी के आस-पास बहुमंजिला मकान का निर्माण नहीं करने का आदेश दे रखा है. हलांकि जिला प्रशासन द्वारा ही हवाई पट्टी के समीप समाहरणालय के लिए चार मंजिला भवन बनवायी जा रही है. झारखंड सरकार के परिवहन एवं नागर विमानन विभाग के निदेशक संचालन कैप्टन एसपी सिन्हा पिछले दिनों धनबाद दौरे के दौरान हवाईअड्डा के पास में बन रहे समाहरणालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि समाहरणालय का G +4 भवन निर्माण हवाईपट्टी पर हेलीकॉप्टर और विमानों के लैंडिंग-टेकऑफ के लिए खतरा है. उन्होंने भवन निर्माण विभाग को निर्माण कार्य रोकने का निर्देश दिया. निदेशक के निर्देश के बाद समाहरणालय भवन के चौथे तल्ले का निर्माण कार्य पूरी तरह से रोक दिया गया है. डीसी अमिक कुमार ने इस मुद्दे पर उपायुक्त अमित कुमार ने संबंधित विभाग के अफसरों के साथ बैठक की. भवन निर्माण विभाग और नागर विमानन विभाग झारखंड सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है. सीएम ने किया था शिलान्यास मॉडल एस्टीमेट के आधार पर कंबाइंड बिल़्डिंग का निर्माण हो रहा है. इस G +4 बहुंजिला भवन में एक ही छत के नीचे डीसी, एसपी और जिला प्रशासन के अफसर बैठेंगे. सीएम रघुवर दास ने 22 फरवरी 2018 को धनबाद में नए समाहरणालय भवन का शिलान्यास किया था. 33.97 करोड़ की लागत से इस बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है. गोविंदपुर अंचल के सुसनीलेवा मौजा की 11 एकड़ जमीन पर समाहरणाल भवन का निर्माण हो रहा है.यह बरवाअड्डा हवाईपट्टी से नजदीक है.कंट्रेक्टर मेसर्स आरएस अग्रवाल द्वारा बिल्डिंग के तीन फ्लोर तक का काम पूरा किया जा चुका है. नागर विमान विभाग की आपत्ति के बाद काम अब रोक दिया गया है. धनबाद डीसी का कहना है कि हवाईपट्टी के नजदीक नागर विमानन विभाग ने नये समाहरणालय भवन निर्माण पर सुरक्षा कारणों से आपत्ति जताई है. कंस्ट्रक्शन कंपनी को चाौथे तल्ले का निर्माण नहीं करने को कहा गया है. अब समाहरणालय का निर्माण वर्टिकल (खड़ा) न कर हॉरिजेंटल( क्षैतिज) किया जायेगा. इसके लिए संबंधित विभाग से दिशा-निर्देश मांगा गया है. माइक्रोफाइनेंस कर्मी से लूट में शामिल क्रिमिनल जेल गया धनबाद: पुलिस ने हाउसिंग कॉलोनी में माइक्रोफाइनेंस कर्मी धर्मेंद्र यावद को दिन दहाड़े गोली मार 70 हजार रुपए लूट के मामले में शामिल क्रिमिनल अमित निषाद को अरेस्ट कर ली है. पुलिस पूछताछ में अमित ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के बाद अमित को धनबाद जेल भेज दी है. धनबाद पुलिस स्टेशन की पुलिस ने गुरुवार की रात सरायढेला से अमित निषाद को गिरफ्तार किया. पुलिस अमित को काफी दिनों से तलाश रही थी. अमित 17 जून को हाउसिंग कॉलोनी में माइक्रोफाइनेंस कर्मी से लूट के मामले में आरोपी था. पल्सर बाइक पर सवार तीन क्रिमिनलों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. जमीन कारोबारी समीर मंडल मर्डर केस में फहीम के भाई शेर खान को पूछताछ के लिए उठाया [caption id="attachment_35905" align="alignnone" width="300"] समीर मंडल (फाइल फोटो)[/caption]
  • दोस्त, दुशमन, पार्टनर से पूछताछ के बाद भी नतीजा सिफर
  • मोबाइल कॉल डिटेल व नंबरों से आधार पर दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ
धनबाद: पुलिस की स्पेशल टीम ने जमीन कारोबारी समीर मंडल मर्डर केस में फहीम के भाई शेर खान को शुक्रवार की शाम पूछताछ के लिए उठायी है. शेर से रुरल एसपी, डीएसपी व एसआइटी की टीम पूछताछ कर रही है. शेर ने समीर मर्डर केस में किसी तरह की संलिप्ता व जानकारी होने से इनकार किया है. पुलिस मर्डर केस के राजफास के लिए समीर से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से जुड़े दो दर्जन लोगों से चार दिनों में पूछताछ कर चुकी है. पुलिस जमीन विवाद, पुरानी दुशमनी,धोखाधड़ी व प्रेम संबंध को भीअनुसंधान के केंद्र में रखे हुए हैं. पुलिस समीर का मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उसके दोस्त व परिचितों से हत्ा के कारणों की जानकारी ले रही है. ऐसे कई लोगों से पुलिस पूछताछ कर मदद मांगी है. अभी तक पुलिस को कुछ पता नहीं चल पाया है. मर्डर के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. कार्रवाई के नाम पर अभी पुलिस पूछताछ तक ही सीमित है.पुलिस अभी तक की जांच में समीर के पार्टनर अजय पासवान को प्राइमरी ससपेक्टेड मान रही है. Gangs of wasseypur मूवी ने धनबाद का परसेप्शन खराब किया: IIT-ISM डायरेक्टर
  • फिल्म जैसी धनबाद की ओरिजनल छवि नहीं
  • प्रो. राजीव शेखर ने स्टूडेंटों को असलियत बतायी
धनबाद: IIT-ISM डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव शेखर ने कहा है कि वर्ष 2012 में बनाई। वासेपुर में गैंगवार की पृष्ठभूमि पर डायरेक्टर अनुराग कश्यप द्वारा बनायी गयी मूवी Gangs of wasseypur ने पूरे धनबाद के परसेप्शन को खराब करने का काम किया. जो कभी धनबाद आया नहीं और धनबाद को जाना नहीं उसके जेहन में फिल्म Gangs of wasseypur को देखकर एक भयानक छवि बनती है. इस फिल्म को हिट बनाने के लिए असलियत से बहुत ज्यादा काल्पनिक घटनाएं घुसेड़ दी गयी. आइआइटी-आइएसएम में एडमिशन लेकर बीटेक की पढ़ाई करने पहुंचे काफी स्टूडेंटों के मन में फिल्म Gangs of wasseypur से ही धनबाद की छवि थी. IIT-ISM के डारेक्टर ने इसे बदलने के लिए स्टूडेंटों को धनबाद की असलियत बतायी है. उन्होंने कहा है कि फिल्म जैसी धनबाद की ओरिजनल छवि नहीं है. धनबाद की पहचान IIT-ISM और कोयला से है न कि wasseypur से है. [caption id="attachment_36097" align="alignnone" width="300"] DJLAFBÊAFBÊMXeAFBÊEÀFE¸F IZY ´FZ³F¸FZ³F WF»F ¸FZÔ BO¢ÀF³F ¢»FFÀFÜ[/caption] आइआइटी-आइएसएम में बीटेक में एडमिशन ले चुके स्टूडेंटों के लिए पेनमेन हॉल में ओरिएनटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में कई स्टूडेंटों ने wasseypur को लेकर सवाल किये तो डायेर्कटर ने असलियत बतायी. डायेर्कटर ने स्टूडेंटों को मैथन डैम और भर्टिंडा फॉल नहीं जाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि जिले के कुछ स्थल इंस्टीच्युट की ओर से पूरी तरह प्रतिबंधित हैं. क्योंकि छात्र डैम में नहाने जाते हैं, कई बार अप्रिय घटनाएं हो जाती हैं. डायरेक्टर ने नये स्टूडेंटों को आइआइटी आइएसएम के गौरवमयी इतिहास से परिचित कराया. उन्होंने कहा कि स्टूडेंट डिसीप्लीन का पालन करें. अभी आपलोगों की उम्र काफी कम है आप बेहतर नहीं बल्कि सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास करें ताकि खुद के साथ संस्थान का नाम भी रौशन हो. स्टूडेंटों को डोक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गयी.स्टूडेंटों को दो घंटे छात्रों को इंस्टीच्युट के महत्वपूर्ण व कोर विषय की कक्षाओं व प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया गया.शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उप निदेशक, सभी डीन ने भी छात्रों को संबोधित किया. 29 जुलाई तक नये स्टूडेंटों का हेेप्पी टाइम आइआइटी आइएसएम में बीटेक के नये सेशन में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट प्रारंभिक दिनों में पढ़ाई के टेंशनसे दूर रहेंगे. एडमिशन लेने के साथ ही उनका हेप्पी टाइम शुरू हो गया. परंपरागत कार्यक्रम परिचय सत्र व अन्य कार्यक्रमों से हटकर इस बार कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. यह कार्यक्रम 29 जुलाई तक पेनमेन हॉल में चलेगा. छात्रों के अभिभावक भी इस हेप्पी टाइम को देख सकें इसके लिए लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गयी है. 25-25 प्रोफेसर का एक ग्रुप बनाया गया है जो बतौर मेंटर छात्रों का काउंसिलिंग करेंगे. पीएचडी व रिसर्च स्कॉलर छात्रों को भी मेंटर के रूप में नियुक्ति किया गया है. इन पांच दिनों में आइएसएम के नियम कानून की जानकारी, योगा, खेलकुद, स्पेश मैनेजमेंट, हेल्थ के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे. ये सभी कार्यक्रम नए छात्रों द्वारा किया जायेगा. इंस्टीच्युट का पूरा फोकस इसपर है कि छात्रों पर किसी तरह का दबाव नहीं पड़े और वे नए उत्साह के साथ पढ़ाई करें. रैगिंग को लेकर स्पेशल विजलेंस टीम एक्टिव आइआइटी आइएसएम में एडमिशन ले चुके नये स्टूडेंट की रैगिंग व अन्य सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष विजलेंस टीम बनाया गया है. इस टीम में चार सुरक्षाकर्मी व एक सुपरवाईजर शामिल है. यह टीम सादे लिबास में तैनात किए गये हैं.टीम छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखेगी. इस टीम के सुपरवाईजर सीधे वरीय सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर को रिपोर्ट करेंगे. टीम गुरुवार से सक्रिय हो गयी है. दिव्यांग स्टूडेंट अब बैट्री टोटो रिक्शा की सवारी करेंगे इआइटी आइएसएम में पढऩे वाले दिव्यांग छात्र अब बैट्री द्वारा संचालित टोटो रिक्शा से सवारी करेंगे. रिक्शा की सवारी निशुल्क होगी. स्टूडेंटों को इसके लिए किसी प्रकार का कोई पेमेंट नहीं देना होगा. कैंपस में गुरूवार से बैट्री रिक्शा का परिचालन शुरू हो गया. बैट्री रिक्शा का उपयोग सिर्फ दिव्यांग छात्र ही करेंगे. हास्टॅल से लेकर विभाग तक छात्रों को ले जाने और पहुंचाने का काम करेगी.  पीएमसीएच में मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के टेंडर में छेड़छाड़, खास कंपनी को लाभ पहुंचाने की साजिश, हेल्थ सेकरेटरी ने 24 घंटे में मांगा जवाब रांची: पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच), धनबाद में मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए हुए टेंडर में छेड़छाड़ किया गया. टेंडर में यह छेड़छाड़ किसी खास कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है. हेल्थ सेकरेटरी डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने गड़बड़ी सामने के आने के बाद पीएमसीएच के सुपरिटेंडेट डॉ. हरिवंश कुमार सिंह को शो-कॉज करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है. पीएमसीएच में मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर निकला था. इस टेंडर को पूरा करने के बजाए नया टेंडर निकाला गया.टेंडर में कई टेक्मनीकल शर्तों में फेरबदल कर दिया गया. इसकी कंपलेन हेल्थ डिपार्टमेंट तक पहुंची है. कंपलेन में कहा गया कि पूर्व के टेंडर में एनएफपीए-99/एचटीएम-02-01 का प्रावधान था, जबकि दूसरी बार निकाले गए टेंडर में वर्तमान गैस आपूर्ति के साथ एसआइटीसी मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम को शामिल कर लिया गया है. हेल्थ सेकरेटरी ने कंपलेन को गंभीरता से लेते हुए लेते हुए पीएमसीएच सुपरिटेंडेंट को भेजे लेटर में कहा है कि तकनीकी शर्तें बदलने से टेंडर प्रक्रिया दोषपूर्ण हो जाती है. ऐसा किसी खास बिडर (कंपनी) को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया प्रतीत होता है. सेकरेटरी ने इसपर सुपरिटेंडेट से 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है कि आखिर किन कारणों से टेंडर की शर्तों में बदलाव किया गया. यह भी पूछा है कि क्या इस परिवर्तन से टेंडर सीमित नहीं हो रहा है? वर्ष 2017 में ही मिली राशि, अभी हो रहा टेंडर गर्वमेंट ने पीएमसीएच में मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए वर्ष 2017 में ही राशि दी थी. अभी टेंडर ही हो रहा है. हेल्श सेकरेटरी नेइस पर भी सवाल उठाया है. हेल्थ डिपार्टमेंट ने मेडिकल गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 20 मार्च 2017 को 9.37 करोड़ रुपये तथा 25 जुलाई 2017 को 10.58 करोड़ रुपये स्वीकृत किये थे. पीएमसीएच को चार अगस्त 2017 को यह राशि दे दी थी. इसके बावजूद अभी तक पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू नहीं किया गया.बताया जाता है कि माफिया घराने से जुड़ी कंपन व कंट्रेक्टर को लाभ पहुचाने के लिए टेंडर के तकनीकी शर्तों में हेरफेर की गयी है.