धनबाद: निगरानी कोर्ट ने होमगार्ड में जाति बदलकर नौकरी लेने के मामले में एसीबी एसपी से मांगी रिपोर्ट

धनबाद: निगरानी कोर्ट ने होमगार्ड में अपनी जाति बदलकर नौकरी करने के मामले में एसीबी एसपी से रिपोर्ट मांगी है. मुंडा बनकर होमगार्ड में नौकरी लेने और फिर मुंडा से महतो बनने के मामले में निगरानी कोर्ट में मामला है. कोर्ट में मामले की 20 जून को सुनवाई हुई थी.मामले की जांच कर रहे एसीबी अफसर अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट में सौंपनी थी. एसीबी ने रिपोर्ट कोर्ट में नहीं सौंपी. कोर्ट ने मामले की जांच रिपोर्ट नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए एसीबी एसपी को आदेश जारी कर दिया है. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 20 जुलाई की तिथि निर्धारित की है. एसीबी एसपी को निर्धारित तिथि पर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. उल्लेखनीय है कि धनबाद धैया निवासी महिला अम्बरीन मुखर्जी ने वर्ष 2018 की 10 अगस्त एसीबी रांची को लिखितकंपलेन कर आरोप लगायी थी कि होमगार्ड में जाति बदलकर 132 जवानों की बहाली ली गयी है. होमगार्ड में नौकरी करने वाले 132 जवान महतो जाति के हैं लेकिन नौकरी पाने के लिए सभी मुंडा बन गये. नौकरी ज्वाइन करने के बाद होमगार्ड जवानों के बैंक अकाउंट को आधार से लिंक किया जाने लगा तो यह गड़बड़ी उजागर हुई. आरोप है कि जाति बदलकर नौकरी देने और मामले को दबाये रखने के लिए तत्कालीन डीजी विभूति भूषण प्रधान, आइजी सुधीर कुमार झा, कमांडेंट दीपक सिन्हा, अवर सचिव प्रमोद शरण, प्रमंडलीय समदेष्टा अशोक कुमार, कार्यकारी जिला समादेष्टा रांची विनय कुमार, निरीक्षक रमेश प्रसाद समेत अन्य ने इन आरोपी जवानों से लगभग एक करोड़ रूपये की अवैध वसूली की. निगरानी कोर्ट ने मामले में न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किया है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि निगरानी के जांच पदाधिकारी भी मामले को दबाने में लगे हुए हैं. कोर्ट के आदेश के बावजूद एसीबी के अफसर रिपोर्ट जमा नहीं कर रहे हैं.